बच्चे के जन्म के समय होने वाला दर्द असहनीय होता है। और यह दर्द पांच या दस मिनट के लिए नहीं होता है। बल्कि यह दर्द महिला को चौबीस घंटे तो कुछ महिलाएं दो दिन तक इस दर्द से परेशान रह सकती है। तो कुछ महिलाएं ऐसी भी होती है जिन महिलाओं को पांच सात घण्टे तक ही इस दर्द का सामना करना पड़ता है। लेकिन महिला यदि कुछ बातों का ध्यान रखती है तो महिला को इस दर्द के कारण होने वाली परेशानी से आराम पाने में मदद मिलती है। तो आइये आज इस आर्टिकल में हम आपको उन्ही टिप्स के बारे में बताने जा रहे हैं।
प्रसव पीड़ा को कम करने के लिए सही पोजीशन अपनाएं
प्रसव के समय होने वाले दर्द से बचने के लिए महिला को अपनी सही पोजीशन का ध्यान रखना चाहिए है। सही पोजीशन का ध्यान रखने से भी प्रसव के दौरान होने वाले दर्द पर प्रभाव पड़ता है। डिलीवरी के समय सीधे खड़े रहने से प्रसव में तेजी आती है क्योंकि खड़े होने से गुरुत्वाकर्षण बल शिशु के जन्म को और आसान बनाने में मदद करता है। लेकिन यदि महिला पीठ के बल लेटती हैं तो इससे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन कम हो जाता है। जो प्रसव को मुश्किल बना देता है। ऐसे में दर्द से बचने के लिए या तो महिला को प्रसव पीड़ा के दौरान पलंग या दीवार का सहारा लेकर महिला को थोड़ी देर खड़े रहना चाहिए या फिर महिला को बेड पर पीठ के नीचे तकिये रखकर लेटना चाहिए।
थोड़ा चलें
चहलकदमी भी प्रसव के दौरान होने वाले दर्द को थोड़ा कण्ट्रोल करने में मदद करती है। लेकिन आपको अकेले नहीं बल्कि अपने पार्टनर, नर्स या घर के किसी सदस्य का हाथ पकड़कर घूमना चाहिए। ध्यान रखें की ज्यादा तेजी से न चलें।
मसाज
प्रसव के दौरान होने वाले दर्द को सामान्य करने के लिए महिला को किसी से थोड़ी मसाज करवानी चाहिए आप पीठ, सिर, टांगों की मालिश करवा सकती है। ऐसा करने से बॉडी में गुड़ फील करवाने वाले हॉर्मोन निकलते हैं जो प्रसव के दौरान दर्द कम करने में मदद करते हैं।
ब्रीदिंग एक्सरसाइज है जरूरी
प्रसव के दौरान तेजी से सांस लेने के बजाए आपको लम्बी लम्बी सांसे लेनी चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से महिला के अंदर ऊर्जा बनी रहती है। जिससे आपको प्रसव के दर्द को कम करने में आसानी होगी। साथ ही ब्रीदिंग एक्सरसाइज से एक फायदा यह भी है कि इससे गर्भ में शिशु को भी पर्याप्त ऑक्सीजन मिलती है। डिलीवरी के दौरान होने वाले दर्द को कम करने का यह बेहतरीन उपाय है।
आराम करें
प्रसव पीड़ा के दौरान आराम करना थोड़ा मुश्किल होता है। लेकिन यदि महिला आराम करती है, शांत रहती है, तनाव नहीं लेती है, तो ऐसा करने से महिला को बहुत फायदा मिलता हैं। इससे डिलीवरी को आसान बनाने के साथ प्रसव के दौरान होने वाले दर्द को कम करने में मदद मिलती है।
खान पान
दर्द के दौरान खान पान थोड़ा मुश्किल हो सकता है लेकिन डिलीवरी दर्द शुरू होने से पहले यदि महिला पोषक तत्वों से भरपूर आहार का सेवन करती है। पानी का भरपूर सेवन करती है तो ऐसा करने से भी महिला को एनर्जी से भरपूर रहने में मदद मिलती है। जिसे प्रसव के दौरान होने वाले दर्द को कम करने के साथ उसे सहन करने की हिम्मत भी महिला को मिलती है।
तो यह हैं कुछ टिप्स जिनका ध्यान रखने से डिलीवरी के दौरान होने वाले दर्द की परेशानी से राहत पाने में मदद मिलती है। तो यदि आपकी भी डिलीवरी का समय पास आ रहा है तो आपको भी प्रसव के दौरान होने वाले दर्द को कम करने के लिए इन टिप्स को जरूर ट्राई करना चाहिए।