डायबिटीज आज के समय में होने वाली सबसे आम समस्या है, जो किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकती है। वैसे तो डायबिटीज कोई हानिकारक बिमारी नहीं है, परंतु यदि समय पर ध्यान नहीं दिया जाए तो यह आपके शरीर के लिए दुखदाई हो सकती है। बहुत से लोगों की इस बीमारी का पता शुरुवात में ही लग जाता है जबकि कुछ को काफी समय तक इसकी भनक भी नहीं लगती और तब तक यह बिमारी अपनी चरम सीमा पर पहुँच चुकी होती है।
वास्तव में डायबिटीज, लोगों लाइफस्टाइल से जुडी एक वंशानुगत बिमारी है। जब शरीर की पैंक्रियाज नामक ग्रंथि इंसुलिन का निर्माण करना बंद कर देते है तब डायबिटीज की समस्या होती है। दरअसल, इंसुलिन ब्लड में ग्लूकोस को नियंत्रित करने में मदद करता है और जब शरीर में इंसुलिन का निर्माण होना बंद हो जाता है तो रक्त में ग्लूकोस की मात्रा अधिक हो जाती है जिससे मधुमेह होता है। वैसे तो इस बीमारी का कोई पुक्ता इलाज नहीं है परन्तु यदि समय रहते इसके लक्षणों को पहचान लिया जाए तो इसे कम किया जा सकता है। यहां हम आपको डायबिटीज के मुख्य लक्षणों को बता रहे है जिनकी मदद से मधुमेह की बीमारी को आसानी से पहचाना जा सकता है।
डायबिटीज के क्या-क्या लक्षण होते है?
1. अनुवांशिक कारण :
यदि आपके परिवार के किसी भी अन्य सदस्य को मधुमेह की समस्या रही हो तो आपको सावधानी बरतनी चाहिए। क्योंकि यह एक अनुवांशिक बिमारी है और हो सकता है यह बीमारी आपको भी हो जाए। इसीलिए सचेत रहे और समय समय पर रक्त जाँच कराते रहे।
2. वजन का कम होना :
मधुमेह यदि शुरुवाती स्टेज में है तो व्यक्ति का वजन बहुत तेजी से कम होने लगता है। इस स्थिति में सामान्य दिनों की अपेक्षा आदमी का वजन एकदम से कम होने लगता है। अगर आपको यह लक्षण दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टरी जाँच कराएं।
3. तबियत खराब रहना :
डायबिटीज होने पर व्यक्ति को कोई भी संक्रमण बहुत जल्दी हो जाती है और वो समय पर ठीक भी नहीं होता। मधुमेह से ग्रसित व्यक्ति को वायरल, खांसी-जुखाम या किसी भी अन्य बैक्टीरियल इंफेक्शन से जल्द राहत नहीं मिलेगी। इसके अलावा यदि उन्हें कोई छोटा संक्रमण हो जाए या चोट लग जाए तो वह बड़े घाव बन जाते है।
4. भूख लगना :
मधुमेह से ग्रसित व्यक्ति का वजन तो कम होता है लेकिन उनकी भूख बहुत तेजी से बढती है। अन्य दिनों की तुलना उनकी भूख कई गुना बढ़ जाती है। उन्हें बार-बार खाना खाने की इच्छा होती है। अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ हो रहा है तो तुरंत जाँच कराएं।
5. घाव जल्दी न भरना :
डायबिटीज से पीढित व्यक्ति के शरीर में यदि कोई घाव लग जाए तो वह जल्दी से नहीं भरता है। इतना ही नहीं एक छोटी सी खरोंच ही क्यों का हो, वह धीरे धीरे घाव में बदल जाती है और उसे ठीक होने में काफी समय लग जाता है।
6. थकान महसूस होना :
अगर किसी की डायबिटीज शुरुवाती स्टेज में है तो उस व्यक्ति को सारा दिन थकान महसूस होगी। रोजाना भरपूर नींद लेने के बाद भी सुबह जागने पर ऐसा लगेगा जानों नींद ली ही ना हो। इसके साथ साथ पुरे शरीर में कमजोरी और थकान भी महसूस होगी। अगर आपके साथ ऐसा कुछ हो रहा है तो समझ लें खून में शुगर का लेवल बढ़ रहा है।
7. बार-बार पेशाब आना :
मधुमेह होने पर व्यक्ति को बार-बार पेशाब आता है। दरसल डायबिटीज होने पर शरीर में अधिक मात्र में शुगर इकठ्ठा होने लगता है जो पेशाब के रास्ते बाहर निकलता है। इसलिए मधुमेह के रोगी को बार-बार पेशाब आने की समस्या रहती है।
8. अत्यधिक प्यास लगना :
मधुमेह के रोगी को प्यास भी बहुत लगती है। क्योंकि शरीर का सारा पानी और शुगर पेशाब के रास्ते बाहर निकल जाता है और शरीर को अतिरिक्त पानी की आवश्यकता पड़ती रहती है। इसलिए उन्हें प्याद बहुत ज्यादा लगती है। बहुत से लोग इसे सामान्य समझकर इसपर गौर नहीं करते और समझ ही नहीं की कब बिमारी उनके शरीर में प्रवेश कर गयी।
तो ये थे, कुछ सामान्य लक्षण जिनपर गौर करके मधुमेह होने या नहीं होने की स्थिति को पहचाना जा सकता है। अगर इनमे से कोई भी एक लक्षण आपको अपने शरीर या स्वास्थ्य में दिखाई दें तो तुरंत रक्त जाँच कराएं और डॉक्टर से सलाह लें।