दिवाली का त्यौहार बस अब आने ही वाला है, ऐसे में यदि आप गर्भवती हैं तो दिवाली आने की ख़ुशी के जश्न मनाने के चक्कर में अपनी सेहत के प्रति बिल्कुल भी लापरवाही न करें। क्योंकि यदि प्रेग्नेंट महिला किसी तरह की लापरवाही करती है तो इसका असर केवल महिला पर नहीं बल्कि गर्भ में पल रहे शिशु पर भी पड़ता है। और कई बार यह ज्यादा नुकसानदायक भी हो सकता है। ऐसे में दिवाली का पर्व आपके लिए केवल खुशियां लाएं और गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहा शिशु दोनों स्वस्थ रहे इसके लिए गर्भवती महिला को कुछ बातें ध्यान में रखनी चाहिए। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की दिवाली पर गर्भवती महिला को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

साफ़ सफाई

दिवाली के आने से बहुत दिन पहले ही घर में साफ़ सफाई का सिलसिला शुरू हो जाता है, लेकिन प्रेग्नेंट महिला को इस बात का ध्यान रखना चाहिए। की थोड़ा बहुत काम जिसे महिला को कोई परेशानी न हो महिला को केवल वही करना चाहिए और भारी सामान उठाना व् सरकाना, पंखे साफ़ करना, झुककर या पैरों के भार बैठकर काम करना, बहुत ज्यादा मेहनत वाले कामों को महिला को नहीं करना चाहिए। क्योंकि इसके कारण महिला को परेशानी का अनुभव हो सकता है।

ज्यादा भागदौड़

घर के साज सजावट के लिए, पूजा के लिए, दिवाली के त्यौहार पर घर के बाहर आना जाना लगा रहता है। लेकिन इस दौरान कोई परेशानी न हो इससे बचने के लिए प्रेग्नेंट महिला को ज्यादा भागदौड़ नहीं करनी चाहिए, बल्कि बाहर आने जाने के काम घर के किसी और सदस्य के ऊपर सौंप देने चाहिए ताकि महिला को ज्यादा भागदौड़ के कारण होने वाली परेशानी से बचे रहने में मदद मिल सके।

आराम व् खाना पीना

त्यौहारों के आने पर अक्सर देखने को मिलता है की सांस लेने की भी फुरसत नहीं मिलती है। लेकिन प्रेग्नेंट महिला को इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए की महिला काम के चक्कर में आराम करना न भूलें, क्योंकि ज्यादा थकान होने के कारण महिला को सेहत सम्बन्धी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही महिला को अपने खान पान का भी अच्छे से ध्यान रखना चाहिए, ताकि महिला और शिशु के शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण कोई समस्या न हो।

मोमबत्ती व् दिएँ

घर की सजावट के लिए और रौशनी के लिए इस दिन सभी लोग अपने घरों में दिएँ व् मोमबत्तियां जलाते हैं। लेकिन प्रेग्नेंट महिला को इनसे दूरी रखनी चाहिए क्योंकि मोमबत्ती को बनाने के लिए जिस केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है वह शिशु को नुकसान पहुंचा सकता है, क्योंकि मोमबत्ती के जलने पर जो धुंआ निकलता है यदि महिला उसमे सांस लेती है तो महिला के जरिये वह केमिकल शिशु तक पहुँच सकता है। साथ ही दिएँ के जलने पर भी धुंआ निकलता है जो महिला और शिशु के लिए नुकसानदायक हो सकता है, ऐसे में आप घर के किसी और सदस्य से यह काम करवा सकते हैं।

पटाखें

पटाखों के धुंए में कार्बन डाई ऑक्साइड जैसी और भी जहरीली गैस मौजूद होती है, जो न केवल महिला के लिए नुकसानदायक होती है बल्कि यदि यह शिशु तक पहुँच जाती है तो इससे शिशु को भी नुकसान पहुँच सकता है। ऐसे में इससे बचने के लिए न तो गर्भवती महिला को अपने आप पटाखें बजाने चाहिए और न ही उस जगह पर रहना चाहिए जहां पर पटाखे बज रहे हो।

शोर

दिवाली एक ऐसा त्यौहार हैं जहां लोगो का कम और पूरी रात पटाखों का अधिक शोर होता है, और तेज आवाज़ होने के कारण प्रेग्नेंट महिला के घबराहट महसूस करने के साथ गर्भ में शिशु भी शोर सुनकर चौक सकता है जिसके कारण शिशु असहज महसूस कर सकता है। ऐसे में महिला को अपने कानों में रुई डाल लेनी चाहिए और साथ ही शिशु को शोर से दूर रखने के साथ अपने घर की खिड़कियों दरवाज़ों को बंद करना चाहिए। जिससे पटाखों की आवाज़ घर के अंदर न आए, और शिशु और महिला दोनों को शोर के कारण होने वाली परेशानी से बचे रहने में मदद मिल सके।

घर से बाहर निकलना

प्रेग्नेंट महिला को जितना हो सके दिवाली के पूरा दिन घर में ही रहना चाहिए क्योंकि दिवाली से पहले ही पटाखों का धुंआ हवाओं में होता है क्योंकि पटाखे बजाना लोग छोटी दिवाली से ही शुरू कर देते हैं। जिससे प्रदूषण में बाहर जाने के कारण प्रेग्नेंट महिला को परेशानी हो सकती है। साथ ही इस दिन कुछ लोग टोने टोटके भी करते हैं जिससे गर्भवती महिला और शिशु पर बुरा असर पड़ सकता है ऐसे में प्रेग्नेंट महिला को दिवाली के दिन बाहर जाने से बचना चाहिए।

डाइट पर कण्ट्रोल

दिवाली एक ऐसा त्यौहार है जिस पर हम खुद तो घर में पकवान बनाते हैं, मिठाइयां लाते हैं साथ इस दिन आपके करीबी भी आपके लिए मिठाइयां व् शुभकामनाएं भेजते हैं। ऐसे में इसका मतलब यह नहीं है की गर्भवती महिला सारा दिन पकवानों का सेवन करती रहें, और मिठाइयां खाती रहे। क्योंकि अधिक तला भुना व् मीठा खाने से प्रेग्नेंट महिला को सेहत सम्बन्धी समस्या हो सकती है। खासकर बाहर की बनी मिठाइयों में इस दिन मीठे के लिए केमिकल का इस्तेमाल किया जा सकता है जो महिला को ज्यादा परेशान कर सकता है, और इससे महिला को सेहत सम्बन्धी समस्या होने का खतरा रहता है। ऐसे में प्रेग्नेंट महिला को जरुरत के अनुसार खाने के साथ बाहर की चीजों का कम सेवन करना चाहिए।

तो यह हैं कुछ खास टिप्स जिनका ध्यान इस दीवाली गर्भवती महिला को रखना है, ताकि गर्भवती महिला और शिशु दोनों को किसी भी तरह की परेशानी न हो। और महिला को स्वस्थ रहने में मदद मिल सके।

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