Benefits of Turmeric and Milk
दूध और कच्ची हल्दी पीने के फायदे, दूध में हल्दी डालकर पीने के लाभ, दूध में हल्दी डालकर पियें, Turmeric Milk Benefits, हल्दी वाला दूध पीने के फायदे
हल्दी भारतियों मसालों में से एक सबसे महत्वपूर्ण मसाला है जिसका प्रयोग हर घर में समान रूप से किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते है की इस भारतीय मसाले को आयुर्वेद में भी एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। जी हां, आयुर्वेद में हल्दी को दर्द निवारक, एंटी बैक्टीरियल, एंटी बायोटिक और दर्द निवारक के रूप में जाना जाता है। इसके सेवन से शरीर की सभी समस्याएं दूर हो जाती है।
इतना ही नहीं, इसके लेप को लगाने से त्वचा की छोटी मोटी चोट भी ठीक हो जाती है। इसके सेवन से हड्डियां तो मजबूत होती ही है साथ साथ शरीर के अंदर पनप रहे कई रोग भी दूर हो जाते है। त्वचा, पेट और शरीर के कई रोगों के घरेलू उपचार के रूप में हल्दी का प्रयोग किया जाता है। वास्तव में हल्दी को आप जैसा देखते है वो वैसे नहीं होती वो एक तरह की गांठ होती है जिसे पीसकर हल्दी पाउडर बनाया जाता है।
वैसे तो हल्दी का इस्तेमाल खान पान की अधिकतर चीजों में किया जाता है लेकिन क्या आप जानते है की कुछ और चीजें है जिनके साथ कच्ची हल्दी का सेवन करने से बहुत लाभ होता है। दूध भी उन्ही चीजों में से एक है। दूध के प्राकृतिक गुणों को कौन नहीं जानता।
लेकिन अगर दूध और कच्ची हल्दी को एक साथ मिलाकर पीया जाए तो शरीर के सब रोगों से बचा जा सकता है और अपने स्वास्थ्य व् स्किन को भी बेहतर बनाया जा सकता है। आज हम आपको दूध में कच्ची हल्दी डालकर पीने के फायदे बताने जा रहे है जिसके बाद आप भी भली भांति जान जाएंगे की यह छोटी सी गांठ और एक ग्लास दूध आपके लिए कितना फायदेमंद हो सकता है।
कच्ची हल्दी वाला दूध कैसे बनायें :
सबसे पहले एक इंच हल्दी का टुकड़ा लें और एक ग्लास दूध में डाल दें। अब दूध को किसी बर्तन में डालकर 15 मिनट तक उबाल लें। उसके बाद दूध से हल्दी छान लें। दूध को ठंडा करें और उसे पियें।
दूध में कच्ची हल्दी मिलाकर पीने के फायदे :-
1. सांस से संबंधी बीमारियां :
हल्दी वाले दूध में एंटी बैक्टीरियल गुण पाए जाते है जो शरीर में मौजूद जीवाणुओं और बैक्टीरिया पर अटैक करके संक्रमण को फैलने से रोकते है। इसमें मौजूद गुण श्वास संबंधी बिमारियों के उपचार में मदद करते है। क्योंकि इसकी तासीर बहुत गर्म होती है जो यह फेफड़े और साइन्स की जकड़न में तुरंत आराम देती है। अस्थमा और ब्रान्काइटिस के लिए यह एक फायदेमंद उपचार है।
2. कैंसर :
जलन और सूजन को कम करने के साथ साथ यह स्तन, त्वचा, फेफड़े, प्रोस्टेट और बड़ी आंत यानी colon के कैंसर को रोकता है। हल्दी कैंसर सेल्स से DNA को होने वाले नुकसान को भी रोकती है और कीमोथेरेपी के प्रभावों को कम करती है।
3. नींद :
गर्म दूध में कच्ची हल्दी मिलाने से उसमे ट्रिप्टोफैन नामक एमिनो एसिड बनता है जो अच्छी और गहरी नींद लाने में मदद करता है।
4. सर्दी और खांसी :
अपने एंटी बैक्टीरियल और एंटी बायोटिक गुणों के कारण हल्दी वाला दूध सर्दी और खांसी के बेहतर उपचार में मदद करता है। साथ ही इनके कारण होने वाली समस्याएं जैसे गले में खराश, जुखाम, और बदन दर्द आदि से ही तुरंत राहत दिलाती है।
5. गठिया :
गठिया की समस्या के लिए कच्ची हल्दी वाली दूध को बहुत अच्छा माना जाता है। घरेलू नुस्खों के मुताबिक गर्म दूध में कच्ची हल्दी मिलाकर पीने से गठिया के कारण होने वाली सूजन में आराम मिलता है। यह जोड़ो और मांसपेशियों को लचीला बनाकर उनकी ऐंठन को कम करता है जिससे दर्द भी कम होता है।
6. दर्द :
हल्दी वाले दूध से किसी भी तरह की पीड़ा और दर्द में बहुत जल्दी आराम मिलता है। यह दूध रीढ़ की हड्डी और शरीर में मौजूद जोड़ों को भी मजबूत बनाता है।
7. एंटी ऑक्सीडेंट :
दूध में कच्ची हल्दी मिलाकर पीने से फ्री रेडिकल्स की समस्या दूर होती है। क्योंकि यह एंटी-ऑक्सीडेंट का बेहतरीन स्रोत्र है जो त्वचा संबंधी कई बिमारियों को ठीक करने में भी मदद करता है।
8. ब्लड प्यूरीफायर :
आयुर्वेद में हल्दी वाले दूध को एक बेहतर ब्लड प्यूरीफायर माना जाता है। यह शरीर में ब्लड के रेगुलेशन को बेहतर बनाता है। यह रक्त को पतला करके और लिम्फ तंत्र और रक्त वाहिकाओं की गंदगी को साफ़ करता है।
9. यकृत को बेहतर करें :
दूध में कच्ची हल्दी मिलाकर पीने से यकृत विषमुक्त हो जाता है और साथ ही रक्त को प्यूरीफाय करता है। साथ ही यह यकृत को भी मजबूत बनाता है।
10. हड्डियों के लिए :
हल्दी वाला दूध कैल्शियम का बेहतर स्रोत्र होता है जो की हड्डियों को स्वस्थ और मजबूत रखने के लिए जरुरी होता है। इसके साथ ही यह स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है। हल्दी वाले दूध को पीने से हड्डियों को नुकसान भी नहीं होता और अन्य बिमारियों में भी कमी आती है।
11. पाचन संबंधी समस्याएं :
कच्ची हल्दी वाला दूध एक बेहतर एंटी-सेप्टिक होता है और साथ-साथ आंतों के स्वस्थ बनाता है और पेट के अल्सर और कोलाइटिस का उपचार करता है। इसके सेवन से अल्सर, डायरिया और अपच की समस्या नहीं होती।
12. माहवारी की समस्या :
हल्दी वाला दूध माहवारी में होने वाले दर्द में राहत दिलाता है। सामान्य प्रसव, प्रसव के बाद सुधार, बेहतर दूध उत्पादन और अंडाशय की सिकुड़न के लिए गर्भवती महिलाओं को इसका सेवन करना चाहिए।
13. लाल त्वचा :
हल्दी वाले दूध का सेवन करने से या उसे स्किन पर लगाने से लाल चक्क्ते या लाल दाने नहीं होते। रुई में हल्दी वाले दूध को भिगोकर प्रभावित हिस्से पर 15 मिनट के लिए लगाएं और बाद में साफ कर लें। इससे समस्या दूर होगी और त्वचा में निखार आएगा।
14. वजन :
दूध में कच्ची हल्दी मिलाकर पीने से शरीर में वसा कम होता है जो की वजन बढ़ाने का मुख्य कारण होता है। यह वजन कम करने में भी मदद करता है। इसलिए इस दूध का सेवन जरूर करें।
15. एक्ज़ीमा :
एक्ज़ीमा के उपचार के लिए रोजाना एक ग्लास हल्दी के दूध का सेवन करना चाहिए।