गर्भावस्था का चौथा महीना प्रेगनेंसी की दूसरी तिमाही का पहला महीना होता है। और प्रेगनेंसी की दूसरी तिमाही को प्रेगनेंसी का हैप्पी पीरियड भी कहा जाता है। क्योंकि इस समय महिला की शारीरिक परेशानियां थोड़ी कम होने लगती है, महिला शरीर में होने वाले बदलाव को समझने लगती है, बच्चे के विकास को लेकर महिला एक्टिव हो जाती है, आदि। और इस समय गर्भ में बच्चे के अंगो की आकृतियां बनने के बाद बच्चे का शारीरिक व् मानसिक रूप से विकास बढ़ने लगता है।
और शिशु गर्भ में थोड़ा एक्टिव होने लगता है। ऐसे में बच्चे का विकास अच्छे से हो और गर्भवती महिला को भी फिट रहने में मदद मिल सके, प्रेगनेंसी में कॉम्प्लीकेशन्स कम हो। इसके लिए जरुरी है की गर्भवती महिला भरपूर मात्रा में पोषक तत्वों से युक्त आहार का सेवन करें। तो आइये अब जानते हैं की ऐसे कौन से आहार हैं जिनका सेवन प्रेगनेंसी के चौथे महीने में महिला को जरूर करना चाहिए।
दूध व् दूध से बने पदार्थ
कैल्शियम, प्रोटीन, वसा व् अन्य मिनरल्स से भरपूर दूध व् दूध से बने पदार्थों का सेवन गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के चौथे महीने में भरपूर करना चाहिए। क्योंकि इससे महिला को भरपूर पोषण मिलने के साथ बच्चे की हड्डियों, कोशिकाओं के बेहतर विकास को बढ़ावा मिलने में मदद मिलती है। ऐसे में एक दिन में दो से तीन गिलास दूध (मलाई वाले और कच्चे दूध का सेवन नहीं करें), दही, आदि का सेवन प्रेग्नेंट महिला जरूर करें।
नॉन वेज
चौथे महीने की शुरुआत से ही प्रेग्नेंट महिला यदि नॉन वेज जैसे की मछली, चिकन आदि खा लेती है तो उसका सेवन जरूर करें। क्योंकि इसमें आयरन, प्रोटीन के साथ अन्य पोषक भी भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। यदि गर्भवती महिला नॉन वेज खाती है तो इससे माँ व् बच्चे दोनों को स्वस्थ रहने में मदद मिलती है। लेकिन इस बात का ध्यान रखें की कच्चा या आधा पका हुआ, बेकार से जगह से लिया हुआ, बासी व् ठंडा नॉन वेज न खाएं क्योंकि इसके कारण गर्भवती महिला को डायरिया, इन्फेक्शन, पेट में दर्द जैसी परेशानियां हो सकती है।
अंडे
अंडे का सेवन भी प्रेगनेंसी के चौथे महीने से महिला को जरूर करना चाहिए। क्योंकि अंडे में प्रोटीन, वसा, choline जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं जो बच्चे के शारीरिक के साथ दिमागी विकास को भी बेहतर करने में मदद करते हैं। और अंडे के भरपूर फायदे के लिए सुबह नाश्ते में दो उबले हुए अंडो का सेवन गर्भवती महिला कर सकती है। लेकिन अंडे का सेवन करते हुए ध्यान रखें की कच्चे अंडो का सेवन न करें क्योंकि इसके कारण डायरिया, पेट में दर्द, माँ व् बच्चे दोनों को संक्रमण होने का खतरा आदि परेशानियां हो सकती है।
हरी सब्जियां
आयरन, पोटैशियम, फाइबर, विटामिन्स से भरपूर हरी सब्जियों का सेवन भी प्रेग्नेंट महिला को जरूर करना चाहिए। क्योंकि हरी सब्जियों का सेवन करने से गर्भवती महिला को स्वस्थ रहने के लिए पोषक तत्व मिलने के साथ बच्चे के विकास के लिए जरुरी पोषक तत्व भी मिलते हैं। हरी सब्जियों के अलावा बीन्स, गाजर, चुंकदर, आदि का सेवन भी जरूर करें। लेकिन ध्यान रखें की किसी भी सब्ज़ी को खाने में प्रयोग करने से पहले उसे अच्छे से धोएं उसके बाद ही खाने के लिए इस्तेमाल करें।
सूखे मेवे
बादाम, अखरोट, व् अन्य सूखे मेवे भी गर्भावस्था के चौथे महीने में प्रेग्नेंट महिला को जरूर खाने चाहिए। क्योंकि सूखे मेवों का सेवन करने से ओमेगा-3 फैटी एसिड, आयरन, विटामिन्स व् अन्य मिनरल्स भरपूर मात्रा में मिलते हैं। साथ ही ओमेगा-3 फैटी एसिड गर्भ में बच्चे के शारीरिक विकास को बेहतर करने के साथ बच्चे के दिमागी विकास को बढ़ाने में भी मदद करते हैं। इसके अलावा यदि प्रेग्नेंट महिला दूध के साथ ड्राई फ्रूट्स का सेवन करती है तो इसका फायदा दुगुना बढ़ जाता है।
फल
संतरा, आंवला, मौसमी, सेब, अनार, केला आदि फलों का सेवन प्रेगनेंसी के चौथे महीने में जरूर करना चाहिए। क्योंकि यह फल विटामिन सी, फाइबर, आयरन, आदि के बेहतरीन स्त्रोत होते हैं। और यह पोषक तत्व गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान आने वाली परेशानियों को कम करने में मदद करते हैं साथ ही बच्चे के बेहतर विकास में भी मदद करते हैं।
दालें
दालों का सेवन भी प्रेगनेंसी के चौथे महीने में भरपूर मात्रा में प्रेग्नेंट महिला को करना चाहिए। क्योंकि दालें प्रोटीन व् फाइबर के अलावा और भी पोषक तत्वों से भरपूर होती है। जो प्रेग्नेंट महिला को फिट रखने के साथ बच्चे की कोशिकाओं के बेहतर विकास में मदद करती है जिससे बच्चे के शारीरिक व् दिमागी विकास को बेहतर करने में मदद मिलती है। खासकर चना, राजमा, मूंग दाल आदि का सेवन तो जरूर करना चाहिए।
सलाद
प्रेगनेंसी के चौथे महीने में महिला स्नैक्स के तौर पर फ्रूट चाट या सलाद का सेवन भी कर सकती है। क्योंकि यह खाने में हल्का होता है जिसे महिला को पचाने में परेशानी नहीं होती हैं, साथ ही यह पोषक तत्वों से भी भरपूर होता है, और महिला अपनी पसंद के फलों को इसमें शामिल भी कर सकती है। इसीलिए गर्भवती महिला को चौथे महीने में सलाह या फ्रूट चाट का सेवन भी जरूर करना चाहिए।
देसी घी
प्रेग्नेंट महिला को प्रेगनेंसी के चौथे महीने से रोटी पर लगाकर, थोड़ा सा दाल आदि में डालकर देसी घी भी जरूर खाना चाहिए। खासकर जिन महिलाओं का वजन कम होता है उन्हें तो जरूर करना चाहिए। देसी घी में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। जो प्रेग्नेंट महिला के वजन को सही रखने में मदद करते हैं, लेकिन ध्यान रखें की यदि आपका वजन सही या पहले से ही ज्यादा तो देसी घी का सेवन न करें साथ ही यदि आपको ब्लड प्रैशर बढ़ने की समस्या है तो भी देसी घी न खाएं।
तरल पदार्थ
खाने के साथ महिला को बॉडी को हाइड्रेट रखने के लिए तरल पदार्थों का सेवन भी प्रेगनेंसी के चौथे महीने में भरपूर करना चाहिए। क्योंकि प्रेग्नेंट महिला के शरीर में पानी की कमी महिला व् बच्चे दोनों के लिए परेशानी खड़ी कर सकती है। ऐसे में शरीर में पानी की कमी को पूरा करने के लिए महिला को आठ से दस गिलास पानी पीने के साथ फलों के रस, नारियल पानी, दूध, निम्बू पानी, शरबत, आदि का सेवन भी जरूर करना चाहिए।
तो यह हैं कुछ आहार जिनका सेवन प्रेगनेंसी के चौथे महीने में महिला को जरूर करना चाहिए। इसके अलावा महिला को डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाइयों का सेवन, सभी तरह की जांच आदि समय से करवानी चाहिए। ताकि प्रेगनेंसी के दौरान आने वाली किसी भी कॉम्प्लीकेशन्स से बचे रहने में मदद मिल सके।