गर्भ में नन्ही जान ऐसे होता है नाराज़, प्रेग्नेंट महिला अपने पेट में पल रहे शिशु की केवल हलचल को महसूस कर सकती है। लेकिन क्या आप जानती है की पेट में आपका शिशु हँसता है, रोता है, अंगूठा चूसता है, घूमता हैं, आपके द्वारा लिए गए आहार के स्वाद का अनुभव करता है, यहां तक की वो आपसे नाराज़ भी होता है। अब आप सोच रही होंगी की ऐसा कैसे होता है? प्रेग्नेंट महिला द्वारा की गई हर हरकत का असर आपके पेट में पल रहे शिशु पर पड़ता है।
वैसे ही यदि आप कुछ ऐसा करती है जो शिशु को पसंद नहीं होता है तो इसके कारण गर्भ में शिशु आपसे नाराज़ हो जाता है। क्या अब आप यह जानने के लिए उत्सुक हैं की कब आपका शिशु आपसे नाराज़ होता है? तो आइये आज इस आर्टिकल में हम कुछ ऐसे कारणों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी वजह से आपका शिशु आपसे नाराज़ हो सकता है।
गर्भ में नन्ही जान नाराज़ होती है सेहत सम्बन्धी समस्या होने पर
- प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला को सेहत सम्बन्धी छोटी छोटी परेशानियां लगी रहती है।
- जैसे की पेट में गैस, अपच, कब्ज़, खट्टे डकार, सीने में जलन आदि।
- यदि प्रेग्नेंट महिला को यह दिक्कतें ज्यादा रहती है।
- तो इसके कारण महिला अच्छा महसूस नहीं करती है।
- और जब माँ अच्छा महसूस नहीं कर रही है तो माँ के पेट में पल रहा बच्चा भी अच्छा महसूस नहीं करता है जिससे वो नाराज़ हो सकता है।
- ऐसे में शिशु की नाराज़गी को दूर करने के लिए महिला को तरल पदार्थ व् फाइबर युक्त आहार का भरपूर सेवन करना चाहिए।
- ताकि प्रेग्नेंट महिला को इन सभी परेशानियों से बचे रहने में मदद मिल सके।
तनाव लेने पर
- गर्भावस्था के दौरान बहुत सी महिला अपनी बॉडी में रहे परिवर्तन, शारीरिक परेशानियों के कारण तनाव में आ जाती है।
- जबकि प्रेगनेंसी के दौरान ऐसा हर महिला के साथ होता है।
- और महिला का तनाव लेना केवल महिला पर ही नहीं बल्कि महिला के पेट में पल रहे बच्चे पर भी बुरा असर डालता है।
- ऐसे में महिला यदि बहुत अधिक तनाव लेती है और खुश नहीं रहती है तो बेबी भी खुश नहीं रहता है और नाराज़ हो जाता है।
- ऐसे में महिला को शिशु की नाराज़गी को दूर करने के लिए प्रेगनेंसी के दौरान खुश रहना चाहिए।
गर्भ में नन्ही जान नाराज़ होती है प्रदूषण या भीड़भाड़ में जाने पर
- यदि महिला किसी ऐसी जगह पर जाती है जहां पर बहुत प्रदूषण होता है, बहुत भीड़भाड़ होती है।
- तो ऐसी जगह पर जाने से बेबी घबरा सकता है साथ ही उसके विकास पर भी बुरा असर पड़ सकता है।
- और घबराहट के कारण आपका बेबी आपसे नाराज़ भी हो सकता है।
- ऐसे में गर्भवती महिला को शिशु की बेहतरी के लिए प्रेगनेंसी के समय प्रदूषण व् भीड़भाड़ वाली जगह पर जाने से बचना चाहिए।
बहुत तेज आवाज़ होने पर
- जैसे जैसे शिशु के अंगो का विकास बढ़ता है वैसे वैसे शिशु के सुनने की क्षमता में भी वृद्धि होती है।
- ऐसे में यदि कभी शिशु बहुत तेज आवाज़, डरावना म्यूजिक, तेज गानों की आवाज़ सुनता है।
- तो शिशु गर्भ में चौंक सकता है जिसके कारण शिशु ज्यादा मूवमेंट भी कर सकता है।
- जिसका मतलब यह होता है ही शिशु को घबराहट हो रही है और वो आपसे नाराज़ है।
- इसीलिए प्रेगनेंसी के दौरान गाने सुनें लेकिन कम आवाज़ में और मधुर संगीत सुनें।
आपके खान पान के सही न होने पर
- जो भी आहार गर्भवती महिला खाती है उसके पोषक तत्व व् उसका स्वाद शिशु तक जरूर पहुँचता है।
- ऐसे में यदि कभी आप ऐसा कुछ खाती हैं जिसका स्वाद शिशु को अच्छा नहीं लगता है।
- तो भी गर्भ में शिशु आपसे नाराज़ हो सकता है।
गर्भ में नन्ही जान नाराज़ होती है आपके बातें न करने पर
- माँ के पेट में पल रहे शिशु से रिश्ता गहरा करने के लिए महिला को प्रेगनेंसी के दौरान अपने पेट को थोड़ी देर सहलाना चाहिए, अपने शिशु से बातें करनी चाहिए।
- यदि महिला ऐसा करती है तो इससे शिशु भी गर्भ में खुश होता है। लेकिन यदि महिला ऐसा कुछ नहीं करती है।
- तो इसके कारण आपका शिशु आपसे नाराज़ भी हो सकता है।
पेट पर दबाव पड़ने पर
- यदि महिला कोई ऐसा काम करती है जिससे पेट पर दबाव पड़ता है जैसे की पैरों के भार बैठकर पोछा लगाना, कपडे धोना, पेट के बल सोना, पेट के बल खड़े रहकर काम करना, ज्यादा टाइट कपडे पहनना आदि।
- तो इसके कारण पेट में शिशु को असहज महसूस हो सकता है परेशानी हो सकती है।
- और यदि शिशु को परेशानी होगी तो सकता है की वो आपसे नाराज़ हो जाये।
तो यह हैं कुछ कारण जब गर्भवती महिला के पेट में पल रही नन्ही जान अपनी माँ से नाराज़ हो सकता है। तो यदि आप चाहती हैं की आपका बेबी आपसे नाराज़ न हो तो प्रेगनेंसी के दौरान इन बातों का खास ख्याल रखें।