माँ बनना एक ऐसा अहसास है जो एक महिला की जिंदगी को पूरी तरह से बदल देता है। और जैसे ही महिला की प्रेगनेंसी कन्फर्म होती है उसके बाद तो महिला के दिल दिमाग में केवल गर्भ में शिशु से जुड़े विचार ही आने लगते हैं। जैसे की बच्चे के लिए क्या सही हैं, गर्भ में बच्चा ठीक तो है, गर्भ में शिशु कितना बड़ा हो गया है, बच्चे का वजन तो सही है, बच्चे का विकास अच्छे से हो रहा है या नहीं, गर्भ में शिशु में पल रहे शिशु के दिल की धड़कन महिला कब सुन पाएगी, बच्चे की हलचल कब महसूस होगी, आदि।
साथ ही प्रेगनेंसी महिला के लिए ऐसा समय होता है जहां महिला अपनी जिंदगी के सबसे प्यारे अनुभव करती है। आज इस आर्टिकल में हम शिशु के गर्भ में होने के अहसास करवाने वाले पहले अनुभव के बारे में बात करने जा रहे हैं। और वो अनुभव है गर्भ में शिशु के दिल का धड़कना, अधिकतर महिलाएं यह जानना चाहती है की प्रेगनेंसी कन्फर्म होने के बाद वो कब अपने बच्चे के दिल की धड़कन सुन सकती है या शिशु के दिल की धड़कन कब आती है।
बच्चे के दिल की धड़कन कब आती है?
गर्भ में शिशु के विकास की शुरुआत दिल के धड़कने से ही होती है सबसे पहले शिशु का दिल धड़कना शुरू करता है। उसके बाद धीरे धीरे शिशु के अंग विकसित होते हैं और जैसे ही अंग विकसित हो जाते हैं उसके बाद उनका विकास होना शुरू हो जाता है। ऐसे में घर में प्रेगनेंसी कन्फर्म होने के बाद जब आप डॉक्टर के पास जाती है तो उसके बाद डॉक्टर आपको कुछ टेस्ट व् अल्ट्रासॉउन्ड करवाने की सलाह देते हैं।
प्रेगनेंसी में पहला अल्ट्रासॉउन्ड प्रेगनेंसी के छठे हफ्ते में होता है। क्योंकि उस समय तक बच्चे का दिल धड़कना शुरू कर देता है और उस दौरान आपको डॉक्टर गर्भ में पल रहे शिशु के दिल की धड़कन को सुनाते हैं। वैसे शिशु के दिल की धड़कन प्रेगनेंसी के पांचवें हफ्ते के आस पास ही आ जाती है लेकिन पहली बार अल्ट्रासॉउन्ड छठे हफ्ते के आस पास होता है। तो आप उसी समय शिशु के दिल की धड़कन को सुन सकते हैं।
उसके बाद आप जब भी डॉक्टर के पास जाती है तो आप चाहे तो डॉक्टर को कहकर डॉप्लर की मदद से अपने शिशु के दिल की धड़कन को सुन सकती है। इसके अलावा यदि आप डॉक्टर के पास जाने में थोड़ी देरी करते हैं जैसे की दो महीने पूरे होने के बाद जाते हैं तो आपका स्कैन उसी समय होता है और उस दौरान आपको अपने शिशु के दिल की धड़कन सुनाई जाती है।
तो यह है गर्भ में शिशु के दिल की धड़कन कब सुनाई जाती है उससे जुड़े कुछ टिप्स, यदि आपकी प्रेगनेंसी भी कन्फर्म हो गई है और आप भी अपने बच्चे के दिल की धड़कन को सुनना चाहते हैं तो इसके लिए आप अपने डॉक्टर से बोल सकते हैं।