गर्भावस्था का समय महिला के लिए इस दुनिया का सबसे खास और बेहतर लम्हा होता है, और इस लम्हे को और भी खास बनाने के लिए महिला को गर्भावस्था का पूरा समय अपना पूरा ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि कहा जाता है, की स्वस्थ माँ के गर्भ में ही स्वस्थ बच्चा निवास करता है, और इसके लिए महिला को वो हर एक काम करना चाहिए जिससे की उसे और उसके गर्भ में पल रहे शिशु को फायदा हो, और ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए, जिसके कारण महिला के गर्भ में पल रहे शिशु को किसी भी तरह का कोई नुकसान हो, और आपको ऐसे काम करने चाहिए जिससे बच्चे के विकास को भी अच्छे से होने में मदद मिले, और गर्भवती महिला को भी स्वस्थ रहने में मदद मिल सकें।
फिर चाहे वो महिला के खान पान से सम्बंधित हो या फिर महिला के घूमने फिरने, गर्भावस्था का पूरा समय बच्चा केवल माँ पर ही निर्भर होता है, ऐसे में महिला को ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए, जिसके कारण गर्भ में पल रहे शिशु को किसी भी तरह की कोई हानि पहुँचे, जैसे की महिला को स्वस्थ व् पोष्टिक आहार लेना चाहिए, जो महिला के साथ बच्चे के सम्पूर्ण विकास में भी मदद करें, महिला को पेट के बल व् भारी चीजो को नहीं उठाना चाहिए, क्योंकि इसके कारण माँ के साथ बच्चे को भी परेशानी का अनुभव करना पड़ सकता है, तो आइये विस्तार से जानते है की महिला को गर्भावस्था के समय अपना और अपने शिशु का कैसे ध्यान रखना चाहिए।
अपने खान पान का ध्यान रखें:-
गर्भवती महिला के स्वास्थ्य को सही रखने के लिए जरुरी होता है की गर्भवती महिला अपना सम्पूर्ण आहार लें, और ऐसे आहार ले जिसमे सभी पोषक तत्व भरपूर मात्रा में विद्यमान हो, गर्भवती महिला के स्वस्थ आहार लेने का सीधा असर उसकी कोख में पल रहे शिशु पर पड़ता है, क्योंकि उसके विकास के लिए जो भी पोषक तत्व चाहिए होते है उसे वो अपनी माँ से ही लेता है, यदि आप अपने स्वास्थ्य के साथ बच्चे के विकास को भी पूरी तरह से करना चाहते है तो आप स्वस्थ, संतुलित, पोष्टिक, व् ऐसा आहार लेना चाहिए जिसमे सभी पोषक तत्व भरपूर मात्रा में विद्यमान हो।
पेट के भार कोई भी काम न करें:-
गर्भवती महिला को ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए, जिसके कारण उसके पेट पर किसी भी तरह का कोई भी दबाव पढ़ें, क्योंकि इसके कारण बच्चा असहज महसूस कर सकता है, आपको पेट के भार न तो सोना चाहिए, और आको शारीरिकसम्बन्ध बनाते समय भी किसी प्रकार का पेट पर दबाव डालना चाहिए, पैरों के भर बैठने से भी पेट पर दबाव पड़ता है, जिसके कारण बच्चे को परेशानी हो सकती है, इसीलिए जितना हो सकें गर्भावस्था में ऐसे काम काम करने चाहिए, और साथ ही आपको सीढ़िया चढ़ने को भी जितना हो सकें नज़रअंदाज़ करना चाहिए क्योंकि इसके कारण भी पेट पर दबाव पड़ सकता है।
नशीले पदार्थो का सेवन नहीं करना चाहिए:-
गर्भावस्था के दौरान महिला यदि नशीले पदार्थ जैसे अल्कोहल व् ड्रग्स या फिर धूम्रपान आदि का सेवन करतीहै, तो इसके कारण केवल महिला पर ही नहीं बल्कि उसके होने वाले बच्चे के स्वास्थ्य पर भी गलत असर पड़ता है, और साथ ही उसके सम्पूर्ण विकास में भी कमी आ सकती है, इसीलिए महिला को इस चीज का ध्यान रखना चाहिए की गर्भावस्था के समय और यदि वो स्तनपान करवाती है तो जितना हो सकें अपने और अपने बच्चे के स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए उसे इन चीजो का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
भारी सामान नहीं उठाना चाहिए:-
गर्भावस्था के समय में महिला को कभी भी भारी सामान नहीं उठाना चाहिए, और खास के शुरूआती दिनों में तो ऐसा बिलकुल नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसके कारण गर्भपात का खतरा हो सकता है, इसके साथ महिलाओ को जितना हो सकें, आखिरी महीनो में भी इसका ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि इसके कारण बच्चे के समय से पहले आने की समस्या भी हो सकती है, साथ ही जब आप भारी सामान उठती है, तो इसके कारण पेट पर खिंचाव पड़ता है, जिसके कारण बच्चा परेशानी का अनुभव कर सकता है, इसीलिए जितना हो सकें, आपको इससे परहेज रखना चाहिए।
तनाव से दूर रहना चाहिए:-
गर्भावस्था के समय में महिला को किसी भी प्रकार का तनाव नहीं लेना चाहिए, क्योंकि इसका असर महिला के स्वास्थ्य पर पड़ता है, और बच्चा पूरी तरह से माँ पर निर्भर होता है, इसीलिए यदि महिला ही तनाव में रहेगी, और अपने स्वास्थ्य को सही नहीं रखेगी, तो इसके कारण बच्चे के स्वास्थ्य और विकास पर भी असर पड़ता है, महिला के तनाव लेने के कारण बच्चे के दिमागी रूप से विकास पर भी असर पड़ता है, इसीलिए महिला को गर्भावस्था का पूरा समय तनाव नहीं लेना चाहिए, खुश रहना चाहिए, सकारात्मक सोच रखनी चाहिए, ताकि गर्भ में पल रहे बच्चे पर भी इसका अच्छा असर पढ़ें, और उसके विकास में किसी भी तरह की कोई कमी न आएं।
योगा करना व् घूमना चाहिए:-
महिला को गर्भावस्था के समय ज्यादा व्यायाम नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसके कारण महिला को परेशानी व् थकान का अनुभव हो सकता है, गर्भावस्था के समय महिला को खुली हवा में घूमना चाहिए खास कर सुबह के समय और रात के खाना खाने के बाद जरूर टहलना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से आपको भोजन को पचाने में आसानी होती है, साथ ही इससे आपके स्वास्थ्य को भी सही रहने में मदद मिलती है, साथ ही आपके स्वास्थ्य के सही रहने के कारण आपको प्राकृतिक से मिलने वाले लाभ से आप बच्चे को भी फायदा पहुँचा सकते है।
ज्यादा भीड़भाड़ में और शोर में नहीं रहना चाहिए:-
महिलाओ को गर्भावस्था के समय ज्यादा भीड़भाड़ में और शोर में नहीं जाना चाहिए क्योंकि इसके कारण भी महिलाओ को घबराहट हो जाती है, और साथ ही इसके कारण बच्चा भी ज्यादा शोर के कारण घबराहट होसकती है इसीलिए आपको ध्यान रखना चाहिए की आप बच्चे को सही से ध्यान रखने के लिए उसे शांत वातावरण में रखें, और संगीत सुनाएँ जिसे सुन कर अच्छा महसूस करें, और बच्चे को जब आप जन्म के बाद आप वो संगीत सुनते है तो भी बच्चे उसे पहचानते है, और उसे महसूस भी करते है।
प्रदूषण और धुंए वाले स्थान से दूर रहें:-
गर्भवती महिला को को ज्यादा प्रदूषण और धुंए वाले स्थान से दूर रहना चाहिए, क्योंकि इसके कारण गर्भवती महिला के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है, जिसके कारण आपको परेशानी हो जाती है, और प्रदूषण के कारण आपके होने वाले शिशु के स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है, इसीलिए आपको ध्यान रखना चाहिए की आप किसी भी ऐसी स्थान पर न जाएँ जहा पर धुआं हो, और यदि जाएँ तो उसके चेहरे पर मास्क का इस्तेमाल करें, इसके कारण आपको प्रदूषण से बचने में मदद मिलती है।
तो ये कुछ तरीके है जिनका इस्तेमाल करने से गर्भवती महिला ही नहीं बल्कि उसके गर्भ में पल रहे बच्चे को भी बहुत से फायदे होते है, और साथ ही महिला को समय समय पर डॉक्टर से भी जांच करवाकर बच्चे की जानकारी लेनी चाहिए, ऐसा करने से आप अपने साथ साथ गढ़ में पल रहे बच्चे को अच्छे से ध्यान रख सकते है, और इसके कारण बच्चे के विकास को भी तेजी से होने में मदद मिलती है।