गर्भधारण का पांचवा महीना क्यों खास होता है, प्रेगनेंसी के पूरे नौ महीने का हर एक पल महिला के लिए बहुत खास होता है। क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान एक महिला के गर्भ में एक नन्ही जान पल रही होती है। लेकिन फिर भी प्रेगनेंसी के कुछ ऐसे पल होते हैं जो महिला के लिए बहुत ज्यादा खास होते हैं। क्योंकि वह पल बार बार महिला की जिंदगी में नहीं आते हैं। तो लीजिये आज इस आर्टिकल में हम आपको प्रेगनेंसी का पांचवा महीना महिला के लिए बहुत अहम होता है इस बारे में बताने जा रहे हैं।

गर्भधारण का पांचवा महीना खास होने का कारण है शिशु की हलचल

  • प्रेगनेंसी का पांचवा महीना महिला के लिए सबसे प्यारा और यादगार इसीलिए होता है।
  • क्योंकि पांचवें महीने की शुरुआत या आखिर तक महिला गर्भ में शिशु की हलचल को महसूस कर सकती है।
  • दूसरी बार माँ बन रही महिलाएं शिशु की हलचल को जल्दी पहचान लेती हैं।
  • जबकि पहली बार माँ बन रही महिलाओं को शिशु की हलचल को समझने में समय लग सकता है।
  • पांचवें महीने में प्रेग्नेंट महिला को शिशु की हलचल महसूस होती है और इस खास अनुभव को केवल महिला महसूस कर सकती है।
  • इसीलिए प्रेगनेंसी का पांचवां महीना महिला के लिए बहुत खास होता है।

भूख में बढ़ोतरी

  • गर्भावस्था की पहली तिमाही में जहां बॉडी में होने वाले हार्मोनल बदलाव, शारीरिक परेशानियों के कारण महिला का कुछ भी न खाने का मन होता है।
  • वहीँ पांचवें महीने में महिला की कुछ अलग अलग खाने की इच्छा होने के साथ भूख में भी बढ़ोतरी हो सकती है।
  • इस समय शिशु का विकास बढ़ रहा होता है जिसके कारण महिला की भूख में बढ़ोतरी हो सकती है।
  • और जब महिला प्रेगनेंसी के दौरान अपनी डाइट को अच्छे से लेने लगती है तो इससे महिला को स्वस्थ रहने और शिशु के विकास को बढ़ाने में मदद मिलती है।
  • ऐसे में जब शिशु का विकास अच्छे से होता है तो वह प्रेगनेंसी का खास पल ही होता है।

गर्भधारण का पांचवा महीना खास होने का कारण है पेट का दिखना

  • पहली बार माँ बन रही महिलाएं हर दूसरे दिन अपने पेट को देखती हैं और सोचती है की उनका पेट दिखना कब शुरू होगा।
  • और पांचवें महीने में महिला का पेट दिखना शुरू हो सकता है।
  • जिसे देखकर महिलाएं बहुत ज्यादा खुश हो सकती है।
  • इसीलिए प्रेगनेंसी का पांचवां महीना महिला के लिए बहुत खास होता है।

दिकक्तें होती है कम

  • प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली परेशानियों के कारण महिला बहुत परेशान हो सकती है।
  • लेकिन गर्भधारण के पांचवें महीने में महिला की दिक्कतें कम हो जाती है, गर्भपात का खतरा नहीं रहता, शिशु के अंग बन चुके होते हैं, जिससे महिला का डर कम हो जाता है।
  • और जब प्रेग्नेंट महिला का डर कम हो जाता है तो तो महिला अच्छे से प्रेगनेंसी को एन्जॉय कर सकती है।
  • ऐसे में जब महिला प्रेगनेंसी को अच्छे से एन्जॉय करती है तो वही महिला के लिए प्रेगनेंसी का सबसे खास पल होता है।

प्रेगनेंसी के पांचवें महीने के लिए खास टिप्स

  • अपने खान पान में किसी भी तरह की लापरवाही न करें।
  • जो खाद्य पदार्थ शिशु के विकास को नुकसान पहुंचा सकते हैं उनका सेवन नहीं करें जैसे की कच्चे अंडे, कच्चा मास, बिना धुले फल व् सब्जियां, आदि।
  • नींद भरपूर लें।
  • तनाव से बचें और खुश रहें।
  • बॉडी में पानी की कमी नहीं होने दें।
  • अपना रूटीन चेकअप समय से करवाएं।

तो यह हैं कुछ कारण जो प्रेग्नेंट महिला के पांचवें महीने को खास बनाते हैं। ऐसे में महिला और शिशु को इस दौरान किसी भी तरह की दिक्कत न हो इससे बचने के लिए महिला को अपने खान पान के साथ बॉडी और मानसिक रूप से फिट रहने का भी अच्छे से ख्याल रखना चाहिए। इसके अलावा इस दौरान यदि आपको शिशु की हलचल महसूस न हो तो घबराना नहीं चाहिए बल्कि एक बार डॉक्टर से राय लेनी चाहिए।

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