गर्भवस्था किसी भी महिला के लिए एक ऐसी स्थिति होती है जहां उसे अपने साथ गर्भ में पल रही नन्ही जान का भी ख्याल अच्छे से रखना पड़ता है। ताकि प्रेगनेंसी के दौरान आने वाली किसी भी परेशानी से बचाव के साथ गर्भ में शिशु का विकास भी बेहतर तरीके से हो सके। और इसके लिए महिला को अपने खान पान, उठने बैठने, चलने फिरने, सोचने, और अपने व्यव्हार तक का अच्छे से ध्यान रखना पड़ता है। क्योंकि महिला जो भी करती है, जो भी खाती है, जैसा सोचती है उसका सीधा असर उसके गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ता है। ऐसे में महिला को प्रेगनेंसी के दौरान बिल्कुल भी लापरवाही न बरतने की सलाह दी जाती है। तो लीजिये आज हम आपको कुछ ऐसी बातों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनका गर्भवती महिला को खास ध्यान रखना चाहिए।
सम्पूर्ण आहार
प्रेगनेंसी के दौरान पोषक तत्वों से भरपूर आहार को यदि आवश्यकता अनुसार लिए जाए तो यह गर्भवती महिला की प्रेगनेंसी के दौरान आने वाली परेशानियों को कम करने से साथ, गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु को स्वस्थ रखने में मदद करता है। ऐसे में महिला को प्रेगनेंसी के दौरान सम्पूर्ण आहार लेना चाहिए, जिसमे फल, हरी सब्जियां, ड्राई फ्रूट्स, जूस, दालें, अन्य पोषक तत्वों से भरपूर आहार को शामिल करना चाहिए। और दिन में बड़े बड़े मील लेने की बजाय छोटे छोटे अंतराल पर कुछ न कुछ खाते रहना चाहिए, इससे बॉडी में एनर्जी को बने रहने में मदद मिलती है।
वैक्सीनेशन नहीं भूलें
गर्भवती महिला को समय पर डॉक्टर से जांच करवाते रहना चाहिए, वैक्सीनेशन समय से करवानी चाहिए। वैसे तो लेट होना नहीं चाहिए लेकिन यदि किसी कारण वैक्सीनेशन में थोड़ा देरी हो गई है तो उसके बाद तुरंत लगवा लें। साथ ही अल्ट्रासॉउन्ड भी समय से करवाएं, और डॉक्टर द्वारा दी गई कैल्शियम, आयरन, आदि की दवाइयों का समय से सेवन करें।
साफ़ सफाई का रखें ध्यान
प्रेगनेंसी के दौरान यदि आप किसी भी चीज का इस्तेमाल करते है तो अच्छे से साफ़ की गई चीजों का इस्तेमाल ही करना चाहिए। खाने में इस्तेमाल की जाने वाली सब्जियों व् फलों को अच्छे से धोने के बाद ही प्रयोग में लाना चाहिए। और गली हुई, बायसी सब्जियों आदि के सेवन से बचना चाहिए, ऐसा करने से प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले इन्फेक्शन की समस्या से बचे रहने में मदद मिलती है।
नॉन वेज खाते हुए ध्यान रखें
यदि गर्भवती महिला प्रेगनेंसी के दौरान नॉन वेज का सेवन करती है तो अधपके, बासी, ज्यादा तले भुने, बेकार दूकान से लाए नॉन वेज का सेवन नहीं करना चाहिए। कच्चे अंडे भी प्रेग्नेंट महिला की सेहत को नुकसान पहुंचा सकते हैं, और यदि आप मछली का सेवन करती है तो ध्यान रखें की मर्क्युरी युक्त मछली का सेवन न करें, क्योंकि इसके सेवन से शिशु के विकास में समस्या उत्त्पन्न हो सकती है।
जंक फ़ूड न खाएं
बॉडी में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण प्रेगनेंसी के दौरान मुँह के स्वाद में बदलाव आना भी आम बात होती है। ऐसे में हो सकता है महिला का चटपटा खाने का मन करें, लेकिन महिला को जंक फ़ूड का सेवन नहीं करना चाहिए। क्योंकि इससे बॉडी में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ सकती है, जिसके कारण गर्भवती महिला को सेहत सम्बन्धी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। खासकर चाइनीज़ का सेवन तो बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए क्योंकि इसमें मर्करी की मात्रा अधिक होती है जिससे शिशु के विकास में कमी आ सकती है।
प्रोटीन और कैल्शियम ले भरपूर
गर्भवती महिला को प्रोटीन व कैल्शियम युक्त आहार का सेवन भी भरपूर मात्रा में करना चाहिए। क्योंकि इससे गर्भवती महिला की हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूती मिलती है। जिससे प्रेगनेंसी के दौरान महिला को फिट रहने में मदद मिलती है, साथ ही प्रोटीन और कैल्शियम की मात्रा भरपूर होने के कारण गर्भ में शिशु की हड्डियों को मजबूती मिलती है जिससे शिशु के बेहतर शारीरिक विकास में मदद मिलती है।
आयरन और फोलिक एसिड ले भरपूर
प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला के शरीर में होने वाली आयरन की कमी के कारण गर्भवती महिला को परेशानी होने के साथ गर्भ में शिशु के विकास में भी कमी आ सकती है। ऐसे में गर्भवती महिला को भरपूर मात्रा में आयरन युक्त आहार का सेवन करना चाहिए जिससे बॉडी में आयरन की कमी को पूरा करने में मदद मिल सके। साथ ही गर्भवती महिला को फोलिक एसिड भी भरपूर मात्रा में लेनी चाहिए जिससे शिशु को जन्म के होने होने वाले खतरों से बचाने में मदद मिल सके।
प्रदूषण से बचाव
गर्भावस्था के दौरान महिला को किसी भी ऐसी जगह पर जाने से बचना चाहिए जहां प्रदूषण की मात्रा अधिक हो, भीड़भाड़ हो, ज्यादा शोर हो, क्योंकि ऐसी जगह पर जाने के कारण इन्फेक्शन होने का खतरा रहता है। जिसके कारण इन्फेक्शन का वायरस शिशु तक पहुंचने की भी सम्भावना रहती है। और इसके दुष्प्रभाव के कारण शिशु शारीरिक के साथ मानसिक रूप से भी प्रभावित हो सकता है।
सारा दिन आराम न करें
प्रेगनेंसी के दौरान महिला को भरपूर आराम की सलाह दी जाती है लेकिन इसका मतलब यह नहीं है की महिला सारा दिन आराम ही करती रहे। क्योंकि सारा दिन एक ही जगह बैठे रहने से महिला का वजन बढ़ने व अन्य शारीरिक समस्याएँ बढ़ सकती है। ऐसे में महिला को हल्का व्यायाम, वॉक, योगासन आदि करते रहना चाहिए, ऐसा करने से शारीरिक रूप से फिट रहने के साथ गर्भवती महिला को मानसिक रूप से भी फ्रैश रहने में मदद मिलती है, जिससे तनाव जैसी समस्या से बचे रहने में मदद मिलती है।
पेट के बल कोई काम ना करें
गर्भवती महिला का प्रेगनेंसी के चौथे महीने के बाद पेट बढ़ने लगता है, ऐसे में महिला को इस बात का ध्यान रखना चाहिए की गर्भवती महिला पेट के बल कोई भी काम न करें। जैसे की उल्टा होकर न सोएं, झुककर काम न करें, पैरों के भार बैठकर कोई काम न करें, पेट पर दबाव न पड़ने दें, आदि। क्योंकि पेट पर दबाव पड़ने के कारण पेट में दर्द जैसी परेशानी होने के साथ गर्भ में शिशु को भी परेशानी का अनुभव हो सकता है। ऐसे में जरुरी है की गर्भवती महिला प्रेगनेंसी के दौरान ऐसी कोई भी लापरवाही न करें।
तो यह हैं कुछ बातें जिनका ख्याल गर्भवती महिला को रखना चाहिए क्योंकि इन टिप्स का ध्यान रखने से गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी में आ रही परेशानियों से बचाव करने में मदद मिलती है, साथ ही गर्भ में शिशु के विकास से सम्बंधित समस्या का सामना भी महिला को नहीं करना पड़ता है, जिससे माँ और शिशु दोनों ही प्रेगनेंसी के दौरान स्वस्थ रहते हैं।