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गर्भावस्था में होली की सावधानियां
होली रंगों का त्यौहार है जिसे सभी बड़े धूम-धाम से मनाते हैं, क्यूंकि सालभर में सिर्फ एक यही त्यौहार है जब सभी एक रंग में रंगे दिखाई पड़ते हैं। लेकिन गर्भवती महिला को होली के दिन अपना खास ख्याल रखना चाहिए। शिशु केयर के साथ-साथ आपको कुछ सावधानियां भी बरतनी चाहिए। क्यूंकि इस दौरान आपको सिर्फ अपनी ही नहीं गर्भ में पल रहे शिशु का भी ध्यान रखना होता है, जो हर प्रकार से आप पर निर्भर है।
होली खेलना सभी को अच्छा लगता है लेकिन प्रेग्नेंसी के दौरान होली खेलना गर्भवती महिला के लिए परेशानी का कारण बन सकता है। आज हम आपको कुछ खास टिप्स दे रहे हैं जिन्हे आपको होली के दिन ध्यान रखना है।
गर्भवती महिलाओं के लिए होली टिप्स
रंगों से बचें
होली वाले दिन जो सबसे ज्यादा ध्यान रखने वाली बात होती है वो है होली के रंगों का इस्तेमाल। होली के रंगों में कई तरह के केमिकल इस्तेमाल किये जाते हैं जो त्वचा पर बुरा असर डालते हैं। गर्भवती महिलाओं की त्वचा पहले से ही बहुत सेंसिटिव होती है। जो इन केमिकल मिले रंगों से बहुत जल्दी प्रभावित हो जाती है।
अगर आप केमिकल मिले रंगों से होली खेलती हैं तो आपको स्किन एलर्जी, रैशेस, दाने, त्वचा पर लालिमा, खुजली आदि की समय हो सकती है। जो गर्भ में पल रहे शिशु के लिए ठीक नहीं। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं को सिंथेटिक कलर्स का भी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। आप केवल होम मेड कलर्स और फूलों की होली खेलें।
पानी से होली न खेलें
होली खेलते समय सभी पानी का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन पानी के कारण फर्श या ग्राउंड में फिसलन आ जाती है जिससे फिसलने का खतरा बढ़ जाता है। अगर आप ऐसे फिसलन वाले हिस्से पर होली खेलेंगी तो आपके गर्भ को नुकसान पहुँचने की संभावना हो सकती है। इसीलिए पानी से होली ना खेले।
इसके अलावा ज्यादा देर तक पानी में भीगे रहने से सर्दी, खांसी, जुखाम, बुखार जैसे संक्रमण होने की संभावना भी बनी रहती है। और गर्भावस्था के दौरान किसी भी प्रकार का संक्रमण गर्भ में पल रहे शिशु के लिए ठीक नहीं होता। इसलिए पानी की होली से दूर रहें।
खान-पान का ध्यान रखें
होली के दिन रंगों और पानी के अलावा आपको खान-पान को लेकर भी खास सावधानी बरतनी चाहिए। होली वाले दिन सभी के घर में पकवान और मिठाइयां बनती हैं। ऐसे में अगर आप बहुत ज्यादा मिठाई या ऑयली फ़ूड खा लेती हैं तो ये आपकी पाचन क्रिया को प्रभावित कर सकता है, आपको अपच, गैस या जी मिचलाने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए होली वाले दिन खान-पान में सावधानी बरतें।
कुछ नया ट्राई न करें
होली के दिन बहुत से लोग भांग, ठंडाई, खस का शर्बत, कोल्ड ड्रिंक्स, आदि जैसे कई तरह के पेय पदार्थों का प्रबंध रखते हैं। गर्भवती महिलाओं को इस तरह के पेय पदार्थों से दूर रहना चाहिए। कुछ भी नए पेय पदार्थ ट्राई नहीं करने चाहिए जो आपने पहले कभी खाया-पीया न हो। कोल्ड ड्रिंक्स आप ना पियें, आप ठंडाई पी सकती हैं लेकिन केवल मेवे और दूध वाली। नशीले पदार्थों से दूर रहें और भांग वाली ठंडाई का सेवन भूलकर भी नहीं करें। ये आपके और गर्भ के लिए नुकसानदेह हो सकता है।
गर्भवती महिला होली वाले दिन क्या करें?
सही कपडे पहनें
गर्भवती महिला कोशिश करें होली वाले दिन घर से बाहर नहीं निकलें, अगर किसी खास कारण से घर के बाहर जाना पड़े तो फुल स्लीव्स के कपडे पहनें और गोगल्स जरूर लगाएं। इससे बाहर के वातावरण में मौजूद रंग और बाकी हानिकारक कण आँखों और त्वचा को इफ़ेक्ट नहीं करेंगे। आँखों में रंग जाने से आपको आँख में एलर्जी हो सकती है। इसलिए आँखों और त्वचा का खास ख्याल रखें।
शरीर में तेल लगाएं
भले ही आप किसी के साथ रंगों से होली नहीं खेलने वाली हैं लेकिन फिर भी सुबह अपने शरीर और बालों में नारियल या सरसों का तेल अच्छी तरह लगा लें। ताकि अगर भूलवश या उत्साह में कोई आपके ऊपर रंग डाल भी दे तो उसका असर आपकी स्किन पर न हो। अगर आप पहले से सावधानी बरतेंगी तो बाद में किसी तरह की कोई समस्या नहीं होगी।
अच्छा खाना खाएं
बाकी सबके साथ-साथ आपको अपने खान-पान का ध्यान रखना है। होली वाले दिन आप हेल्दी भोजन लें। फ्रूट्स, सलाद, जूस, नारियल पानी, केसर दूध, सही समय पर नाश्ता, लंच और डिनर करें। ज्यादा हेवी फ़ूड नहीं खाए।
आग से दूर रहें
होलिका दहन वाले दिन आपको होलिका के नजदीक नहीं होना चाहिए। जहाँ होलिका जल रही है उस स्थान से थोड़ा दूर ही खड़ी हो। नजदीक खड़े होने पर आग की गर्मी, और धुँआ आपको परेशान कर सकता है। इसलिए ध्यान रखें। आप पूजा कर सकती हैं लेकिन ज्यादा देर तक उस स्थान पर खड़ी न रहें।