गर्मियों में डिलीवरी होने पर इन बातों का ध्यान रखना चाहिए, गर्मियों में प्रसव होने पर इन बातों का ध्यान रखें, गर्मियों के लिए डिलीवरी टिप्स, ऐसे रखें गर्मियों में डिलीवरी होने पर अपना ध्यान, डिलीवरी टिप्स, Delivery tips for summers
प्रसव के बाद महिला का शरीर बहुत ही कमजोर हो जाता है, ऐसे में महिला को अपना बेहतर तरीके से ध्यान रखने की सलाह दी जाती है, जैसे की भरपूर मात्रा में पोषक तत्व लेना, बॉडी को भरपूर आराम देना, सही समय पर दवाइयों का सेवन करना, आदि। क्योंकि जन्म के बाद भी शिशु अपने विकास की जरूरतों को पूरा करने के लिए महिला पर ही निर्भर करता है। ऐसे में आपका प्रसव गर्मियों में होता या सर्दियों में यह बात भी अहमियत रखती है, क्योंकि सर्दियों में जहां रजाई की गर्माहट के साथ गरम तासीर वाली चीजें जैसे की सौंठ, ड्राई फ्रूट आदि का सेवन करके महिला को जल्दी रिकवर होने में मदद मिलती है। वहीँ गर्मियों में ज्यादा गरम चीजें शरीर में अंदर गर्मी बढ़ा सकती है जिससे महिला को परेशानी का अनुभव हो सकता है, ऐसे में गर्मियों में डिलीवरी के बाद महिला को किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए आइये विस्तार से जानते हैं।
खान पान का ध्यान रखें
डिलीवरी के बाद महिला को अपने खान पान का अच्छे से ध्यान रखना चाहिए, लेकिन गर्मियों में जितना हो सके पोषक तत्वों से भरपूर आहार ले लेकिन हलके भोजन का सेवन करें, ज्यादा मसालेदार, तेलीय खाने से परहेज करें। जैसे की सिर्फ जीरा का तड़का लगाकर दालें, हरी सब्जियां, खिचड़ी, दलिया, आदि का सेवन करें। और खाने को एक ही बार में पेट भरकर न खाएं बल्कि हर दो घंटे में कुछ न कुछ खाते रहें।
फलों का सेवन करें
गर्मियों में डिलीवरी होने पर फलों का सेवन भरपूर मात्रा में करना चाहिए, खासकर जिनमे पानी की अधिकता हो, जैसे की संतरा, अंगूर, तरबूज आदि। आप चाहे तो घर में फलों का ताजा रस निकालकर भी उसका सेवन कर सकते हैं। फलों का भरपूर सेवन करने से गर्मियों में डिलीवरी के बाद फिट होने के लिए भरपूर पोषक तत्व भी मिलते हैं, और बॉडी को हाइड्रेटेड रहने में भी मदद मिलती है।
संक्रमण से बचें
पसीना आने के कारण गर्भवती महिला को इन्फेक्शन की समस्या का सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि शुरुआत के दिनों में अधिक ब्लीडिंग का होना, बॉडी के तापमान के बढ़ने के कारण आदि। संक्रमण होने का खतरा रहता है ऐसे में साफ़ सफाई का ध्यान रखने के साथ महिला को विटामिन सी से भरपूर आहार जैसे की खट्टे फल, ब्रोकली, टमाटर आदि का भरपूर सेवन करना चाहिए, क्योंकि विटामिन सी इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मदद करता है, जिससे इन्फेक्शन जैसी समस्या से बचाव करने में मदद मिलती है।
पेय पदार्थ ले भरपूर
बॉडी को हाइड्रेटेड रखने के लिए गर्मियों में डिलीवरी के बाद महिला को पानी को उबालने के बाद ठंडा करके उसका भरपूर सेवन करना चाहिए, इसके साथ फलों का ताजा जूस, निम्बू पानी, नारियल पानी आदि का सेवन भी भरपूर करना चाहिए। दिन में आठ से दस गिलास पानी का सेवन करने में बिल्कुल भी आनाकानी न करें। इससे गर्भवती महिला के शरीर में पानी की कमी नहीं होती और महिला को एनर्जी से भरपूर रहने में मदद मिलती है।
ज्यादा ठंडक न लें
गर्मियों में डिलीवरी होने पर गर्मी का महसूस होना आम बात होती है, लेकिन इसका यह मतलब बिल्कुल नहीं है की आप ए सी या कूलर के सामने जाकर सो जाएँ। डिलीवरी के बाद शरीर काफी कमजोर होता है, ऐसे में ज्यादा ठण्ड के कारण आपको बॉडी पेन की समस्या से परेशान होना पड़ सकता है। इसीलिए गर्मियों में डिलीवरी होने के बाद आप ए सी या कूलर या पंखे के नीचे भी सोते हैं तो हलकी चादर या हलके कम्बल से अपनी बॉडी को ढक कर सोना चाहिए।
कपड़ो का रखें ध्यान
सूती कपडे, खुले कपडे, आरामदायक महसूस करवाने वाले कपडे, नर्सिंग ब्रा, सूती अंडरवेअर महिला को पहनने चाहिए। क्योंकि अधिक टाइट कपडे या सिल्क के कपडे बॉडी को अधिक गरम महसूस करवाते हैं, साथ ही पसीना भी नहीं सोख पाते जिसके कारण खुजली व् रैशेस जैसी समस्या हो सकती है।
दूध व् दही
गर्मियों में डिलीवरी होने पर भरपूर मात्रा में दूध व् दही का सेवन करना चाहिए। क्योंकि न केवल गर्मियों में डिलीवरी होने पर यह आपको गर्मी से बचाने में मदद करते हैं, बल्कि शिशु के लिए दूध का उत्पादन भी बढ़ाने में मदद मिलती है।
नींद ले भरपूर
सोने से शरीर को आराम मिलता है, ऐसे में महिला को अपनी नींद को जरूर पूरा करना चाहिए। और यदि रात को नींद पूरी नहीं होती है तो सुबह शिशु को नहलाने के बाद खुद भी नहाकर खाना खाने के बाद आप भी थोड़ा आराम करें, इससे आपको एनर्जी मिलेगी, जिससे डिलीवरी के बाद जल्दी फिट होने में मदद मिलती है।
तो यह हैं कुछ खास टिप्स जिनका ध्यान गर्मियों में डिलीवरी के बाद महिला को रखना चाहिए। इन टिप्स का ध्यान रखने से डिलीवरी के बाद होने वाली परेशानियों से बचाव करने में मदद करता है। साथ ही डिलीवरी के बाद भी यदि कोई दिक्कत हो तो एक बार डॉक्टर से जरूर राय लेनी चाहिए। क्योंकि महिला का स्वस्थ रहने के कारण ही शिशु को स्वस्थ रहने में मदद मिलती है और शिशु के बेहतर विकास में मदद मिलती है।