तम्बाकू को हम बीड़ी, सिगरेट, गुटखा, पान, पान मसाला, जर्दा, चैनी खैनी, आदि के रूप में इस्तेमाल करते है। इसके सेवन से नशा होता है जो बाद में बहुत नुकसान पहुँचाता है। तम्बाकू का सेवन किसी भी रूप में किया जाये नुकसान ही करता है। आज हम गुटखा से होने वाले नुकसान की चर्चा करेंगे और आपको बतायेंगे की कैसे इसकी लत को छोड़ा जाये। अंतराष्‍ट्रीय तंबाकू सर्वेक्षण के अनुसार भारत की 40% आबादी धुवाँ रहित तम्बाकू का सेवन गुटखा, जर्दा, खैनी के रूप में करती है। तम्बाकू के सेवन से पूरी दुनिया में हर साल 50 लाख से अधिक लोगो की मौत हो जाती है। तम्बाकू में निकोटीन तत्व होता है जिसको खाने से इसकी आदत हो जाती है। बार बार इसे खाने की इक्षा होती है।

एक दो बार खाने पर गुटखा की लत आसानी से लग जाती है और व्यक्ति दिन भर में 10 से 15 पुड़िया गुटखा का सेवन कर लेता है। कई बार इसकी अधिक लत लग जाने पर व्यक्ति 20 से 30 पुड़िया गुटखा खा जाता है। यह सभी दुकानों पर आसानी से मिल जाता है। इसकी कीमत भी दूसरी नशीली चीजो से कम होती है, इसलिए बड़ो, बूढों से लेकर कम आयु के बच्चे भी इसका शिकार हो जाते है।

गुटखा खाने से होने वाले नुकसान-

  • दांत खराब होते है- गुटखा का नियमित सेवन करने वाले लोगो में दांतों से जुडी अनेक समस्यायें उत्पन्न हो जाती है। दांतों का रंग सफ़ेद से लाल हो जाता है, दांत गल जाते है, ढीले हो जाते है और सड़न पैदा हो जाती है।
  • मुंह का कैंसर होता है– हमारे देश में हर साल तम्बाकू जनित मुंह और गले के कैंसर के हर साल 10 लाख मामले सामने आ रहे है। धुंआ रहित तम्बाकू में 3000 से अधिक रासायनिक तत्व होते है जो 30 प्रकार का कैंसर पैदा करते है। पूरे विश्व में मुंह के कैंसर के रोगियों की सबसे जादा संख्या भारत में है। गुटखा के नियमित सेवन से मुंह में जीभ, जबड़ों और गालो के भीतर कैंसर कोशिकायें जन्म ले लेती है। उसके बाद मुंह खुलना बंद हो जाता है। विभिन्न तरह की परेशानियाँ पैदा हो जाती है। व्यक्ति की जान जा सकती है।
  • फेफड़ों का कैंसर होता है- नियमित गुटखा खाने से गले, श्वासनली से होते हुए कैंसर फेफड़ों तक पहुँच जाता है।
  • मुंह के विभिन्न रोगों को जन्म देता है- पान मसाला, गुटखा आदि के सेवन से सासों से भयंकर दुर्गन्ध आने लगती है। मसूड़ो को बहुत नुकसान पहुँचता है। मसूड़े फूल जाते है, दांतों की जड़ कमजोर हो जाती है। पायरिया रोग की शुरुवात हो जाती है। दांत गिरना शुरू हो जाता है।
  • हाई ब्लडप्रेशर होता है- जो लोग रोज गुटखा, पान मसाला जैसे पदार्थ का सेवन करते है उसका ब्लडप्रेशर बढ़ जाता है। इसके साथ साथ हृदय रोगों का खतरा रहता है। लकवा मार सकता है। आँखों की रोशनी तक जा सकती है।
  • यौन शक्ति को कम करता है- इसे खाने से नपुंसकता बढ़ती है। गुटखा का सेवन शरीर में सेक्स हार्मोंस को कम कर देता है जिससे यौन शक्ति कम हो जाती है। यौनेच्छा प्रभावित होती है।
  • होने वाले बच्चे पर बुरा प्रभाव- गर्भधारण के समय गुटखा, तम्बाकू, जर्दा, खैनी का सेवन करने से होने वाले बच्चे को अनेक रोग होने की सम्भावना रहती है।

गुटखा छोड़ने के उपाय-

  • चुइंगम चबायें- अगर आपको भी गुटखा खाने की बुरी लत है तो इसके स्थान पर चुइंगम खायें। इसे चबाते रहे। धीरे धीरे जब गुटखा खाने की तलब लगे चुइंगम ही खाया करें। इससे ये आदत छूट जायेगी।
  • व्यायाम करें- इसे करने से निकोटीन युक्त नशीले पदार्थ लेने की तलब कम हो जाती है।
  • खुद को व्यस्त रखे- आमतौर पर गुटखा व अन्य तम्बाकू उत्पाद खाने की तलब खाली समय में अधिक लगती है इसलिए खुद को किसी न किसी काम में व्यस्त रखे। जैसे- फोन से किसी से बात करें, या कम्प्यूटर में कोई गेम खेलने लग जायें। आप टीवी भी देख सकते है। संगीत सुनना भी अच्छा विकल्प है। ऐसा काम करें की आपको तम्बाकू पदार्थ की याद न आये।
  • गुटखा की जगह माउथफ्रेशनर खाये- अक्सर गुटखा खाने वालों ही आदत बन जाती है कि मुंह में कुछ न कुछ पड़ा रहे। इसलिए माउथफ्रेशनर खाते रहे।
  • अदरक चबायें- जब गुटखा खाने का दिल करे तो इसे खायें। अदरक को छोटे छोटे टुकड़ों में काट ले, इस पर नीबू का रस डालें, थोड़ा काला नमक और अजवायन मिला लें। सभी को अच्छे से मिलाकर सुखा ले और एक बॉक्स में रख लें। जब भी तंबाकू, गुटखा खाने का मन करे इसे खायें। चबाते और चूसते रहें। इससे आपका ध्यान गुटखा से हट जायेगा और अपच, गैस, कब्ज से मुक्ति मिलेगी। पेट की बिमारी नही होगी।
  • अनारदाने का सेवन करें– इससे भी तम्बाकू की लत छूटती है। पाचन तंत्र स्वस्थ्य रहता है।
  • सौंफ को मिश्री के दाने के साथ चूसे- जब भी गुटखा आदि नशीले पदार्थ खाने का दिल करे आप सौफ को मिश्री के साथ धीरे धीरे चूसे। इससे आपका मुंह फ्रेश रहेगा, ताजगी बनी रहेगी। लत छूट जायेगी।
  • विटामिन सी का सेवन करें- निकोटीन की लत को विटामिन सी का सेवन करके दूर कर सकते है। भरपूर मात्रा में विटामिन सी लेने से निकोटीन लेने की इक्षा कम हो जाती है। रसदार फलो जैसे- अंगूर, संतरा, चुकंदर, पालक, नींबू, आंवला, टमाटर आदि का सेवन करना चाहिये। इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन सी होता है।
  • मजबूत इक्षाशक्ति से तम्बाकू सेवन छोड़े– यहाँ सवाल आपके जीवन का है। इसके सेवन से हानि आपको ही होगी। इसलिए आपको अपने मन में मजबूत इक्षाशक्ति जगानी होगी। ये बुरा शौक आपके परिवार के अन्य लोगो, बच्चो, महिलाओं को भी लग सकता है। इसलिए आप इसे छोड़ने की कोशिश करें।
  • गुटखा खिलाने वाले दोस्तों से दूर रहें- आपके ऐसे दोस्त जो नियमित तौर पर गुटखा जैसे तम्बाकू उत्पाद खाते है उनसे न मिले। इसकी बहुत संभावना है की वो आपको फिर से गुटखा खाने को दे सकते है।

निष्कर्ष: गुटखा खाने से कुछ मिनटों का आनन्द भले ही मिल जाता है पर असल में ये मौत का दूसरा नाम है। यही वजह है कि तम्बाकू उत्पादों के पैकेट के 40% भाग पर कैंसर की चेतावनी दी जाती है। ये बात स्पष्ट है कि गुटखा खाने की लत आसानी से नही छूटती है। पर आपको इससे होने वाले भारी नुकसान के बारे में सोचना होगा।

आपके आस पास ऐसे अनेक लोग होंगे जिनको पान मसाला, गुटखा और तम्बाकू जैसे उत्पाद के सेवन से मुंह में या किसी और अंग में कैंसर हो गया होगा और उनका ओपरेशन हुआ होगा। ऐसे उदाहरण से आपको सीख लेनी चाहिये। आज के लेख में हमने आपको गुटखा सेवन से होने वाले गम्भीर खतरे और इसको छोड़ने के उपाय बताये हैं। मजबूत इक्षाशक्ति के द्वारा ही आप इससे छुटकारा पा सकते है। ये लेख आपको कैसा लगा, जरुर बतायें।

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