हकलाना और तुतलाना दो एक जैसी समस्याएं है जो सामान्य तौर पर छोटी उम्र के बच्चो यानि 3 से 5 वर्ष की आयु के बच्चों में देखने को मिलती है। हकलाने का तुतलाने का सीधा अर्थ है रुक रुक कर बोलना या कुछ शब्दों का ठीक प्रकार से उच्चारण नहीं करना। जिसके कारण इन बच्चो को अपने दैनिक जीवन में बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
ऐसे तो ये समस्या उम्र के साथ चली जाती है लेकिन यदि सही समय पर इसपर ध्यान न दिया जाए तो बढ़ती उम्र के साथ समस्या भी बढ़ने लगती है। जो उनके भविष्य में भी रुकावट बनती है। मेडिकल रूप से इन समस्यायों के कुछ खास उपाय नहीं है लेकिन कुछ घरेलू उपाय है जिनकी मदद से इनसे छुटकारा मिल सकता है।
पहले के जमाने में सभी इन उपायों के बारें में जानते थे लेकिन आजकल के समय में केवल कुछ ही लोग इन उपायों के बारे में जानते है इसीलिए आज हम आपको हकलाने और तुतलाने की समस्यायों के इलाज के बारें में बताने जा रहे है।
हकलाने और तुतलाने की समस्या के घरेलू इलाज
1. आंवला :
आयुर्वेद में हकलाने और तुतलाने की समस्या के लिए आंवला को बहुत उत्तम औषधि माना गया है। इसके प्रयोग से इस समस्या को दूर करने में काफी मदद मिलती है। इसके लिए दो महीने तक नियमित रूप से 1 आंवला अपने बच्चे को खाने के लिए दें। या रोजाना सुबह सूखे आंवला के पाउडर को एक चम्मच गाय के घी के साथ लेने से भी हकलाने की समस्या में फायदा मिलता है।
2. बादाम और मक्खन :
तुतलाने की समस्या में बादाम का सेवन करने से भी काफी लाभ मिलता है। इसके लिए रात को 5 से 6 बादाम पानी में भिगो दें और अगली सुबह इन्हे पानी से निकाल कर छील लें और अच्छे से पीस लें। पीसने के बाद इसमें 30 ग्राम मक्खन मिला लें। और उसका सेवन करें। नियमित रूप से इसका सेवन करने से हकलाहट दूर करने में मदद मिलेगी।
3. ब्राह्मी आयल :
ब्राह्मी के तेल को आयुर्वेद में हकलाहट की समस्या के लिए काफी लाभदायक माना गया है। इसके लिए ब्राह्मी के तेल को हल्का गर्म करके 15 से 20 मिनट सर की मसाज करें। इसका प्रयोग में सप्ताह में दो बार अवश्य करें। इस उपाय के लगातार प्रयोग से हकलाहट की समस्या दूर होने लगेगी।
4. छुहारे :
यदि आपको छुहारे पसंद है तो अब आपकी समस्या जल्द ही ठीक हो जाएगी। क्योंकि छुहारे का सेवन करने से आवाज साफ़ होती है जिससे शब्दों के उच्चारण में भी आसानी होती है।और शब्द साफ़ बोले जाते है। तुतलाने के साथ-साथ हकलाहट की समस्या के लिए छुहारे काफी फायदेमंद उपाय है। इसके लिए रोज रात 2 छुहारे खाएं और उसके 2 घंटे बाद तक पानी न पियें। 10 से 15 दिन तक प्रयोग करने से आवाज साफ़ होने लगेगी और तुतलाहट भी कम होने लगेगी।
5. मिश्री :
शायद आप नहीं जानते लेकिन मिश्री भी हकलाहट की समस्या को दूर करने में मदद करती है। इसके लिए बादाम और काली मिर्च की समान मात्रा और उसमे मिश्री की कुछ मात्रा मिलाकर एक साथ पीस लें। और इस पाउडर की एक चम्मच रोजाना इसका सेवन करें। 10 दिनों में परिणाम आपके सामने होंगे।
6. मक्खन और काली मिर्च :
मक्खन और बादाम का नुस्खा तो आप जान ही चुके है लेकिन क्या आप जानते है की इसके अलावा काली मिर्च और मक्खन का सेवन करने से भी इस समस्या से निजात पाई जा सकती है। इसके लिए रोजाना सुबह एक चम्मच मक्खन में एक चुटकी काली मिर्च के पाउडर को मिलाकर इसका सेवन करें। इस प्रयोग से आपकी हकलहाट पूरी तरह दूर हो जाएगी।