सावन का पूरा महिला किसी त्यौहार से कम नहीं होता है। और इस महीने में कई त्यौहार भी आते हैं जैसे की सावन सोमवार के व्रत, शिवरात्रि, सावन के अंत में रक्षाबंधन, आदि। वैसे ही सावन के दिनों में एक त्यौहार और भी आता है जो की बहुत ही खास होता है और कई जगह इस त्यौहार को बहुत ही ज्यादा धूमधाम से भी मनाया जाता है। और ये त्यौहार है हरियाली तीज, जो की सुहागन महिलाओं के लिए बहुत ही खास होता है। तो आइये अब हरियाली तीज के बारे में जानते हैं साथ ही गर्भवती महिलाओं को हरियाली तीज के व्रत में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
हरियाली तीज का व्रत क्या होता है?
हरियाली तीज का व्रत सुहागिन महिलाओं के लिए बहुत खास होता है क्योंकि इस दिन महिलाएं पूरे सोलह श्रृंगार करके अपने पति की लम्बी उम्र के लिए व्रत करती है। साथ ही कुँवारी लडकियां भी अच्छे पति की इच्छा को लेकर इस व्रत को करती है। और हरियाली तीज का पूरा व्रत भोलेबाबा और माँ पार्वती को समर्पित होता है क्योंकि ऐसा माना जाता है इसी दिन भोलेबाबा ने माँ पार्वती को पत्नी के रूप में स्वीकार किया था।
इसीलिए इस दिन भोलेबाबा और माँ पार्वती की पूजा की जाती है और पूरे श्रद्धा भाव व् निष्ठा के साथ सुहागिन महिलाएं व् कुँवारी लडकियां व्रत भी रखती है। साथ ही हरियाली तीज के दिन कई जगह पर मेले भी लगाए जाते हैं। इसके अलावा इस दिन झूला झूलने, मेहँदी लगाने आदि का भी बहुत महत्व होता है साथ ही कई जगह पर महिलाएं फूलों की सजावट करके झूला तैयार करती है और उस पर झूला झूलती है।
कब है हरियाली तीज 2022 में?
हिंदू पंचांग के अनुसार श्रावण महीने की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज मनाई जाती है। और साल 2022 में हरियाली तीज 31 जुलाई 2022 दिन रविवार को मनाई जाएगी।
हरियाली तीज का शुभ मुहूर्त?
जो महिलाएं हरियाली पूजा करना चाहती है और व्रत रखती है वह सुबह 6 बजकर 32 मिनट से 8 बजकर 30 मिनट तक पूजा कर सकती है। इसके अलावा यदि महिलाएं उस समय पूजा नहीं कर पाती हैं तो वह प्रदोष काल में पूजा कर सकती हैं और उसका शुभ मुहूर्त शाम के समय 6 बजकर 33 मिनट से रात 8 बजकर 50 मिनट तक रहेगा।
हरियाली तीज के व्रत रखने के नियम
- व्रत रखने का सबसे पहला नियम यही है की आप सुबह समय से उठकर नहा धोकर तैयार होकर हो जाएँ और पूरे सोलह श्रृंगार करें।
- इसके बाद महिलाएं पूजा की तैयारी आरम्भ करें।
- व्रत के दिन आपको अपनी सास या किसी अन्य बड़े को बायने के रूप में हरे कपडे, चूड़ियां, व् अन्य सुहाग का सामान देना चाहिए।
- फिर जो महिलाएं हरियाली तीज का व्रत करती है वो भोलेबाबा और माँ पार्वती की पूजा करते हुए व्रत का संकल्प लें।
- उसके बाद मंदिर में जाकर पूजा में भगवान शिव के धतूरा, बेलपत्र, सफेद फूल, जल, दूध, फल, आदि चढ़ाएं साथ ही इसके बाद माता पार्वती को श्रृंगार का सामान चढ़ाएं।
- साथ ही पूजा आरती के बाद अपने पति की लम्बी की उम्र की कामना करें।
- इसके अलावा जो महिलायें व्रत नहीं करती है उन्हें व्रत न रखने के बाद भी इस दिन पूजा जरूर करनी चाहिए क्योंकि इस दिन पूजा करने का भी खास महत्व होता है।
प्रेग्नेंट महिला हरियाली तीज का व्रत रखते समय इन बातों का ध्यान रखें
यदि गर्भवती महिला हरियाली तीज का व्रत रखती है तो महिला को व्रत रखने के साथ कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए जिससे गर्भवती महिला को व्रत रखने पर किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े। तो आइये अब जानते हैं की महिला को किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
व्रत रखने से पहले डॉक्टर से राय लें
गर्भवती महिला के हालात की सही जानकारी एक डॉक्टर अच्छे से दे सकता है ऐसे में महिला को सबसे पहले डॉक्टर से राय लेनी चाहिए की क्या महिला को व्रत करना चाहिए या नहीं। यदि डॉक्टर हां कहता है तो आप व्रत कर सकती है नहीं तो आपको व्रत नहीं करना चाहिए।
प्लान बनाएं
गर्भवती महिला को व्रत रखने से पहले व्रत का एक प्लान बनाना चाहिए की महिला को व्रत के दौरान किस तरह अपना ध्यान रखना है, क्या हेल्दी खाना है, आराम करना है, क्या क्या चीजें नहीं करनी है, आदि। ऐसा करने से गर्भवती महिला को व्रत रखने पर होने वाली दिक्कतों से बचे रहने में मदद मिलेगी। साथ ही गर्भ में शिशु को भी कोई दिक्कत नहीं होगी।
निर्जला व्रत नहीं रखें
प्रेग्नेंट महिला को निर्जला व्रत नहीं रखना चाहिए क्योंकि इसकी वजह से महिला के शरीर में पानी की कमी हो सकती है जिसकी वजह से महिला को कमजोरी, थकान व् अन्य शारीरिक परेशानियां होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में महिला को प्यासे नहीं रहना चाहिए और थोड़ी थोड़ी देर बाद पानी, जूस, नारियल पानी आदि पीते रहना चाहिए।
फलों का सेवन करें
व्रत रखने पर गर्भवती महिला को फलों का सेवन भरपूर मात्रा में करना चाहिए ताकि शरीर में पोषक तत्वों की कमी नहीं हो। जिससे महिला व् शिशु दोनों को हेल्दी रहने में मदद मिल सके।
ज्यादा मीठा नहीं खाएं
व्रत के दौरान मीठा खाने की इच्छा अधिक होती है ऐसे में गर्भवती महिला को इस बात का ध्यान रखना चाहिए की गर्भवती महिला व्रत रखने पर ज्यादा मीठा नहीं खाएं। क्योंकि इसकी वजह से ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है जिसकी वजह से माँ व् बच्चे दोनों को खतरा होने के चांस बढ़ जाते हैं।
चाय कॉफ़ी ज्यादा नहीं लें
व्रत रखने पर गर्भवती महिला की चाय कॉफी पीने की इच्छा में भी बढ़ोतरी हो सकती है। लेकिन गर्भवती महिला को इस बात का ध्यान रखना चाहिए की महिला चाय कॉफी अधिक नहीं लें क्योंकि इसकी वजह से महिला को गैस, एसिडिटी की समस्या बढ़ सकती है। साथ ही चाय कॉफ़ी में कैफीन की भी अधिकता होती है जो माँ व् बच्चे दोनों की सेहत के लिए सही नहीं होती है।
ज्यादा भारी कपड़े व हील्स न पहनें
हरियाली तीज के दिन महिला को थोड़े खुले कपडे पहनने चाहिए जिसमे महिला आरामदायक महसूस कर सके। और ज्यादा भारी व् चुभने वाले कपडे और ज्यादा ऊँचे जूते चप्पल पहनने से भी महिला को बचना चाहिए।
आराम भी जरूर करें
गर्भवती महिला को को व्रत के साथ आराम भी जरूर करना चाहिए ताकि महिला को फ्रेश, रिलैक्स व् ऊर्जा से भरपूर रहने में मदद मिल सकें।
ज्यादा भीड़भाड़ में नहीं जाएँ
हरियाली तीज के दिन गर्भवती महिला को ज्यादा भीड़भाड़ वाली जगह पर जाने से बचना चाहिए क्योंकि ऐसी जगह पर जाने से महिला को धक्का लगने का खतरा, गिरने का खतरा, इन्फेक्शन आदि होने का खतरा भी होता है।
झूला झूलने से बचें
माना की हरियाली तीज के दिन झूला झूलना बहुत ही शुभ माना जाता है लेकिन महिला को झूला झूलने से बचना चाहिए खासकर तेज झूला तो बिल्कुल नहीं झूलना चाहिए। सिर्फ शगुन के लिए चाहे तो महिला किसी मजबूत झूले पर दो मिनट के लिए बैठ सकती है।
डांस करने से बचें
गर्भवती महिला को इस दिन डांस करने से भी बचना चाहिए हाँ आप चाहे तो देख सकती है क्योंकि नाचते समय किसी तरह की लापरवाही होने का खतरा होता है। जिसकी वजह से माँ व् बच्चे दोनों को दिक्कत हो सकती है।
तो यह हैं हरियाली तीज से जुडी जानकारी, साथ ही गर्भवती महिला को इस दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए। यदि आप भी गर्भवती हैं तो आपको भी हरियाली तीज के दिन अपना अच्छे से ध्यान रखना चाहिए।