हाथ-पैरों के सुन्न होने के क्या कारण होते है और सुन्न हाथ पैरों का इलाज : कई बार सोते, बैठते, लेते या खड़े हुए पैर सुन्न पड़ जाते हैं, जिसके कारण उन्हें हिलाने पर करंट जैसी अनुभूति होने लगती है। सुन्न हाथ या पैर को किसी चीज से छूने पर उस चीज का एहसास नहीं होता। इसके साथ उस हिस्से में दर्द, कमजोरी या ऐंठन भी महसूस हो सकती है।
हाथ या पैर का सुन्न होना एक आम समस्या है, जिसके बहुत से कारण हो सकते है लेकिन उनमे से निम्नलिखित हाथ-पैर के सुन्न होने के मुख्य कारण होते है।
- बहुत देर तक एक ही स्थिति में बैठे रहने के कारण।
- हाथों या पैरों पर प्रेशर
- बहुत देर तक किसी ठंडी वस्तु को छूते रहना।
- तंत्रिका में कोई चोट।
- रक्त संचरण ठीक तरह से नहीं होना।
- अत्यधिक शराब का सेवन।
- थकान महसूस होना।
- धूम्रपान करना।
- आयरन की कमी के कारण।
- मधुमेह होना।
- शरीर में विटामिन सी या मैग्नेशियम की कमी आदि हाथ और पैर के सुन्न होने के मुख्य कारण है।
वैसे तो यह समस्या केवल कुछ ही मिनटों पर रहती है लेकिन कई बार इसकी अवधि कई घंटों तक की भी हो जाती है। अगर आपके साथ भी ऐसा कुछ है तो आपको डॉक्टर के पास अवश्य जाना चाहिए। क्योंकि हो सकता है यह किसी बड़ी बिमारी का लक्षण हो।
अगर आपके हाथ-पैर भी अक्सर बैठे हुए या खड़े हुए सुन्न हो जाते हैं तो यहाँ हमारे पास कुछ उपाय हैं जिनकी मदद से हाथ-पैर के सुन्न होने की समस्या को दूर किया जा सकता है।
हाथ-पैर सुन्न हो गए हैं? ये है उन्हें ठीक करने के उपाय
अगर आपके हाथ-पैरों में झनझनाहट महसूस हो रही है और वे सुन्न हो गए है तो ये कुछ उपाय है जिनकी मदद से सुन्न हाथ-पैरों को ठीक किया जा सकता है।
हल्दी : हल्दी में कुछ ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करते है। इसके सेवन से शरीर की कमजोरी दूर होती है और दर्द में आराम मिलाता है। इसके लिए 1 ग्लास में 1 चम्मच हल्दी मिलाकर गैस पर धीमी आंच पर पकाएं। हल्का ठंडा होने के बाद इस दूध को पीएं। शरीर के सुन्न वाले हिस्से पर हल्दी और पानी का पेस्ट लगाने से भी झनझनाहट कम होती है।
गर्म पानी का सेंक : इस उपाय के लिए सर्वप्रथम सुन्न वाले हिस्से पर गर्म पानी का सेंक करें। इसे उस हिस्से का ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होगा। ऐसा करने से मांसपेशियां और नसें रिलैक्स होंगी। आप चाहे तो साफ़ कपडे को गर्म पानी में डुबोकर उससे भी प्रभावित हिस्से की सिकाई कर सकते हैं।
दालचीनी : दालचीनी में बहुत से तत्व होते हैं जो शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाते हैं। एक्सपर्ट्स की मानें तो रोजाना 1-2 चम्मच दालचीनी पाउडर का सेवन करने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है। इसके लिए 1 ग्लास गर्म पानी में 1 चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाएं और दिन में एक बार इसे पियें।
मसाज : जब भी हाथ या पैर सुन्न हो जाएं तो उस हिस्से की मसाज करना शुरू कर दें। ऐसा करने से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है और झनझनाहट दूर होती है। इसके लिए अआप नारियल या सरसों तेल को गर्म करके प्रयोग कर सकते हैं।
मैग्नीशियम युक्त फ़ूड : जिन लोगों के हाथ पैर अक्सर सुन्न हो जाते हैं उन्हें हरी पत्तेदार सब्जियां, मेवे, बीज, ओटमील, पीनट बटर, ठंडे पानी की मछलियां, सोयाबीन, केला, डार्क चॉकलेट, और लो फैट दही खाना चाहिए।
विटामिन बी फ़ूड : अगर आपके हाथ पैरों में भी अक्सर झनझनाहट होती है तो आपको अपने आहार में विटामिन बी युक्त खाद्य पदार्थों को सम्मिलित करना चाहिए। इसके लिए आप अंडे, एवोकाडो, मीट, केला, बीन्स, मछली, ओटमील, दूध, दही, चीज़, मेवे और फल आदि का सेवन कर सकते हैं।
प्रभावित हिस्से को ऊपर उठाएं : अगर हाथ या पैर सुन्न पड़ गए है तो उसके लिए उस हिस्से तो तुरंत ऊपर की तरफ उठाना चाहिए। ऐसा करने से उस हिस्से में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। और झनझनाहट दूर होती है। आप चाहे तो उस हिस्से को तकिये पर ऊंचा उठाकर लेट भी सकते हैं।
लहसुन : कई बार यह समस्या खून के अत्यधिक गाढ़ा होने के कारण भी हो जाती हैं। इसके लिए आप डॉक्टरी जाँच करवा सकते हैं। डॉक्टरी जाँच में यदि प्रॉब्लम आती है तो खून को पतला करने के लिए दिन में एक बार लहुसन की एक कली चबाचबाकर खाएं।
पैरों की मालिश : जिन लोगों के पैर बार बार सो जाते है उन्हें पैरों की तलवों की गर्म तेल से मालिश करनी चाहिए। इससे झनझनाहट में आराम मिलेगा और ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होगा।
तो ये थे कुछ उपाय जिनकी मदद से हाथ पैरों की सुन्न होने की समस्या से बचा जा सकता है। ये सभी उपाय पूरी तरह घरेलू हैं जिनके कोई साइड इफ़ेक्ट नहीं है।