गर्भ में शिशु को दिल की बीमारी होने के क्या-क्या कारण होते हैं?

माँ के गर्भ में शिशु का विकास पहले दिन से ही शुरू हो जाता है पहले शिशु के अंग बनते हैं, धीरे धीरे उन अंगों का विकास होता है, गर्भ में शिशु मूव करने लगता है, आदि। लेकिन कुछ केस में देखा जाता है की गर्भ में शिशु का विकास सही से न होने के कारण शिशु शारीरिक परेशानियों का शिकार भी हो जाता है।

जैसे की कुछ बच्चों का मानसिक विकास सही नहीं होता है, कुछ बच्चों के हाथ पर टेढ़े मेढ़े हो जाते हैं, बच्चे के वजन में कमी होती है, कुछ बच्चे दिल की बिमारी से ग्रसित हो जाते हैं, आदि। तो आज इस आर्टिकल में हम आपको गर्भ में शिशु को दिल की बीमारी होने के क्या क्या कारण होते हैं उसके बारे में बताने जा रहे हैं।

स्ट्रैस

गर्भावस्था के दौरान महिला को हमेशा खुश रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि यदि महिला खुश नहीं रहती है तनाव में रहती है। तो इससे गर्भ में शिशु के शारीरिक और मानसिक विकास में कमी आती है साथ ही शिशु को हदय रोग भी हो सकता है।

नशीले पदार्थों का सेवन

यदि गर्भवती महिला प्रेगनेंसी के दौरान नशीले पदार्थों जैसे की अल्कोहल, धूम्रपान आदि का सेवन करती है तो ऐसा करने के कारण भी महिला हदय सम्बंधित समस्या हो सकती है।

शुगर

गर्भावस्था के दौरान यदि महिला जेस्टेशनल शुगर की समस्या से ग्रसित होती है या फिर महिला पहले की शुगर की मरीज़ होती है। तो ऐसी महिलाओं के होने वाले बच्चों को भी दिल से सम्बंधित समस्या होने का खतरा होता है।

गलत खान व् जीवनशैली

प्रेगनेंसी के दौरान भी जो महिलाएं अपने खान पान का अच्छे से ध्यान नहीं रखती है और गलत खान पान का सेवन करती है साथ ही जिनकी जीवनशैली भी अच्छी नहीं होती है उन महिलाओं के बच्चों को दिल सम्बन्धी समस्या होने का खतरा अधिक होता है।

संक्रमण

यदि प्रेगनेंसी की शुरुआत में ही महिला को वायरल इन्फेक्शन हो जाता है या अन्य कोई संक्रमण हो जाता है। तो इसका बुरा असर शिशु के शुरआती विकास पर पड़ता है जिसकी वजह से बच्चे को दिल सम्बन्धी समस्या होने का खतरा होता है।

अनुवांशिक कारण

आपके घर में जो शिशु पहले हुए हैं या आपके साथ यदि यह समस्या हुई है तो इस कारण आपके होने वाले बच्चे को भी इस समस्या होने के चांस बढ़ जाते हैं।

गलत दवाइयों का सेवन

यदि प्रेग्नेंट महिला बिना डॉक्टरी परामर्श के अलग अलग दवाइयों का सेवन करती है तो इन दवाइयों का गलत असर भी गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ सकता है जिसकी वजह से आपके होने वाले शिशु को दिल की बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है।

तो यह हैं कुछ कारण जिनकी वजह से गर्भ में पल रहे शिशु को दिल की बीमारी होने का खतरा होता है। ऐसे में गर्भवती महिला को इन बातों का अच्छे से ध्यान रखना चाहिए और प्रेगनेंसी के दौरान पूरी सावधानी बरतनी चाहिए। ताकि गर्भ में पल रहे शिशु के विकास में कोई भी दिक्कत नहीं आएं और आपका होने वाला शिशु एक दम हष्ट पुष्ट और स्वस्थ जन्म लें।

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