प्रेगनेंसी के दौरान गर्भ में पल रहे विकास की जिम्मेवारी पूरी तरह से महिला की होती है क्योंकि बच्चा अपने विकास के लिए पूरी तरह से अपनी माँ पर निर्भर करता है। लेकिन इस दौरान महिला अपना अच्छे से ध्यान रखती है तभी तो बच्चे का विकास भी अच्छे से होता है। ऐसे में महिला की अच्छे से केयर हो इसकी पूरी जिम्मेवारी महिला के साथ उसके पति की भी होती है।
क्योंकि बच्चा तो उन दोनों का ही होता है। और यदि गर्भवती महिला को अपने पति का साथ मिल जाता है तो प्रेगनेंसी में आने वाली आधी परेशानियां तो वैसे ही खत्म हो जाती है। तो यदि आप भी बाप बनने वाले हैं, और आपको अपनी गर्भवती पत्नी का कैसे ख्याल रखना चाहिए और आपकी क्या जिम्मेवारियां होती है इस बारे में आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बताने जा रहे हैं।
महिला के मन में क्या चल रहा है इसे जानने की कोशिश करें
प्रेगनेंसी के दौरान बॉडी में होने वाले हार्मोनल बदलाव की वजह से महिला में मानसिक व् भावनात्मक रूप से भी बदलाव आते हैं। और कई बार प्रेगनेंसी को लेकर महिलाएं घबरा भी जाती है। जिसकी वजह से महिला को दिक्कत हो सकती है ऐसे में उनके पार्टनर का यह कर्तव्य बनता है की वो अपनी पत्नी के मन में क्या चल रहा है उसे जानने की कोशिश करें। ताकि उसे मानसिक रूप से होने वाली परेशानी से बचाने में मदद मिल सके।
उनके साथ समय बिताएं
घर के सदस्य यदि प्रेग्नेंट महिला के साथ होते भी हैं तो महिला को उतना सपोर्ट नहीं मिलता है जितना प्रेग्नेंट महिला को तब मिलता है जब उनका पति साथ होता है। ऐसे में आपकी पत्नी की प्रेगनेंसी में आपको अपनी पत्नी के साथ जितना समय हो सके उतना बिताना चाहिए। और उनसे बातें करनी चाहिए, उन्हें खुश रखना चाहिए, उनके साथ वाक पर जाना चाहिए, आदि। यदि आप ऐसा करते हैं तो देखिएगा आपकी पत्नी को प्रेगनेंसी में पॉजिटिव रहने में मदद मिलती है जिससे माँ व् बच्चा दोनों स्वस्थ रहते हैं।
घर के कामों में करें मदद
घर के कुछ ऐसे काम होते हैं जो प्रेगनेंसी के दौरान महिला को नहीं करने चाहिए। जैसे की बाथरूम साफ करना, भारी चीजें उठाना, झुककर काम करना, ज्यादा देर खड़े रहकर करने वाले काम, झाड़ू, पोछा लगाना, आदि। तो ऐसे काम करने के लिए आपको घर में नौकरानी लगानी चाहिए। इसके अलावा अन्य काम जो भी घर के महिला करती है उसमे आपको महिला का हाथ जरूर बटाना चाहिए ऐसा करने से भी आप प्रेगनेंसी के दौरान अपनी पत्नी की मदद कर सकते हैं।
महिला के अनुभव को जानें
गर्भावस्था के दौरान महिला को बहुत से नए नए अनुभव का अहसास होता है। आपको अपनी पत्नी से पूछना चाहिए की उन्हें क्या अनुभव हो रहा है, महिला के पेट पर हाथ लगाकर बच्चे की हलचल को महसूस करें, आदि। यदि आप ऐसा करते हैं तो ऐसा करने से गर्भवती महिला को बहुत अच्छा लगता है।
महिला को सकारात्मक रहने में मदद करें
प्रेगनेंसी के दौरान महिला के शरीर में बाहरी रूप से बहुत से बदलाव महसूस होते हैं जिनके कारण महिला को ऐसा लगता है की महिला अब सूंदर नहीं रही, उनका वजन बढ़ रहा है, स्किन पर खिंचाव के निशान बन रहे हैं, आदि। तो ऐसे में पति की यह जिमेवारी बनती है वो अपनी पत्नी को सकारात्मक रहने में मदद करें उन्हें बताए की प्रेगनेंसी में वो और भी ज्यादा खूबसूरत हो गई है, और जो बदलाव महिला के शरीर में आ रहे वो डिलीवरी के बाद ठीक हो जायेंगे। इसे आपकी पत्नी को अच्छा महसूस होगा और महिला को सकारात्मक रहने में मदद मिलेगी।
महिला की खाने की इच्छा को पूरा करें
गर्भावस्था के दौरान यदि आपकी पत्नी का कुछ खाने का मन करता है तो महिला की इच्छा को बिल्कुल भी नज़रअंदाज़ न करें। यदि सिमित मात्रा में उस चीज को खाने से कोई समस्या नहीं है तो महिला की खाने की इच्छा को जरूर पूरा करें।
अपने सुनने की क्षमता में सुधार लाएं
यदि आप अधिकतर अपनी पत्नी की बातों को कम सुनते हैं तो प्रेगनेंसी के दौरान अपनी इस आदत को सुधारें। और अपनी प्रेग्नेंट पत्नी की ख़ुशी के लिए उनकी बातों को सुनने की आदत डालें।
अपनी पार्टनर की तकलीफ को कम करने की कोशिश करें
प्रेगनेंसी के दौरान महिला को बहुत सी शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है जैसे की शरीर में दर्द, पैरों में सूजन, आदि। तो प्रेगनेंसी के दौरान एक आदर्श पति की यह जिम्मेवारी बनती है की वो अपनी पत्नी की तकलीफ को कम करने की कोशिश करें। और इसके लिए आप उनकी मसाज करें या अन्य जिस भी चीज से महिला को आराम महसूस होता है वैसा करें।
सही समय पर जांच
एक आदर्श पति की प्रेग्नेंट महिला के लिए यह भी जिम्मेवारी होती है की वो अपनी पति को सही समय पर डॉक्टर के पास लेकर जाए। उसकी सभी जांच करवाएं डॉक्टर जैसा कहे वैसा करने में उनका साथ दें, ऐसा करके भी आप प्रेगनेंसी के दौरान अपनी पत्नी का साथ दे सकते हैं।
तो यह हैं कुछ टिप्स जो एक आदर्श पति को अपनी पत्नी की प्रेगनेंसी के दौरान ध्यान रखने चाहिए। ताकि महिला को प्रेगनेंसी के दौरान और ज्यादा फिट, स्वस्थ और खुश रहने में मदद मिल सके।