प्रेगनेंसी में दौरान फिट रहने के लिए और बच्चे के बेहतर विकास के लिए कैल्शियम, आयरन, हीमोग्लोबिन जैसे पोषक तत्वों का गर्भवती महिला के शरीर में भरपूर मात्रा में होना बहुत जरुरी होता है। क्योंकि यदि इन पोषक तत्वों की कमी प्रेग्नेंट महिला के शरीर में होती है। तो इनकी कमी से गर्भवती महिला की प्रेगनेंसी व् डिलीवरी के दौरान परेशानियां बढ़ने के साथ गर्भ में बच्चे का विकास पर भी नकारात्मक असर पड़ सकता है। तो आइये अब इस आर्टिकल में हम आपको विस्तार से बताने जा रहे हैं की प्रेगनेंसी में कैल्शियम, आयरन, हीमोग्लोबिन की कमी के कारण क्या दिक्कतें हो सकती है। और प्रेग्नेंट महिला इन पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने के लिए क्या कर सकती है।
प्रेगनेंसी में कैल्शियम
गर्भावस्था के दौरान कैल्शियम गर्भवती महिला की हड्डियों को मजबूत करने में मदद करता है। जिससे गर्भवती महिला को थकान व् कमजोरी को दूर करने में मदद मिलने के साथ प्रेगनेंसी के दौरान फिट व् एनर्जी से भरपूर रहने में मदद मिलती है। साथ ही कैल्शियम गर्भ में बच्चे की हड्डियों व् दांतों के बेहतर विकास के लिए भी बहुत जरुरी होता है।
गर्भावस्था में कैल्शियम की कमी के कारण होने वाले नुकसान
- प्रेग्नेंट महिला को थकान व् कमजोरी की परेशानी हो सकती है।
- जोड़ो में दर्द, बॉडी पेन की समस्या का सामना गर्भवती महिला को अधिक करना पड़ता है।
- गर्भ में पल रहे बच्चे के शारीरिक विकास में कमी आती है खासकर बच्चे की हड्डियों व् दांतों के विकास में कमी आ सकती है।
- बच्चे का समय से पहले जन्म होने का खतरा होने के साथ जन्म के समय बच्चे के वजन में कमी की समस्या होती हैं।
- गर्भवती महिला के शरीर में कैल्शियम की कमी होने के कारण महिला को डिलीवरी के बाद ज्यादा ब्लीडिंग होने के खतरा होता है।
प्रेगनेंसी में कैल्शियम की कमी को कैसे पूरा करें
- डेयरी उत्पाद का भरपूर सेवन करें जैसे दूध, दही, पनीर आदि। क्योंकि डेयरी उत्पाद में कैल्शियम भरपूर मात्रा में मौजूद होता है।
- हरी सब्जियों, ब्रोकली, गोभी, सरसों का साग, शलगम का साग आदि का भरपूर सेवन करें।
- कीवी, संतरा, अमरुद, जामुन आदि फलों में कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है ऐसे में शरीर में कैल्शियम की कमी को पूरा करने के लिए इन फलों का सेवन भरपूर करें।
- सोया, टोफू आदि का सेवन करें।
- डॉक्टर द्वारा बताई गई कैल्शियम की दवाई जरूर लें।
प्रेगनेंसी में आयरन
गर्भावस्था के दौरान बॉडी में आयरन की कमी का होना एनीमिया या खून की कमी कहलाता है। और गर्भवती महिला के शरीर में प्रेगनेंसी के दौरान अधिक खून की जरुरत होती है। ऐसे में गर्भवती महिला के शरीर में खून की कमी को पूरा करने के लिए डॉक्टर आयरन की दवाई का सेवन करने की सलाह भी देते हैं।
क्योंकि बॉडी में ब्लड की कमी का होना, या ब्लड फ्लो का अच्छे से न होना माँ व् बच्चे दोनों के लिए नुकसानदायक होता है। तो आइये अब जानते हैं की प्रेगनेंसी में आयरन की कमी के कारण क्या परेशानियां होती है। और किस तरह प्रेग्नेंट महिला शरीर में आयरन की कमी को पूरा कर सकती है।
प्रेगनेंसी में आयरन की कमी के कारण होने वाले नुकसान
- खून की मदद से ही पूरी बॉडी में ऑक्सीजन का फ्लो अच्छे से होता है जिससे आपको स्वस्थ रहने में मदद मिलती है। लेकिन खून की कमी होने के कारण बॉडी में ब्लड फ्लो के साथ ऑक्सीजन का फ्लो भी अच्छे से नहीं होता है। जिसकी वजह गर्भवती महिला व् बच्चे दोनों को परेशानी होती है।
- थकान, कमजोरी, बॉडी में दर्द, तनाव जैसी दिक्कतें गर्भवती महिला को अधिक होती है।
- सिर दर्द, चक्कर जैसी परेशानियों का होना।
- गर्भ में बच्चे के विकास में कमी।
- स्किन का पीला होना।
- डिलीवरी के दौरान कॉम्प्लिकेशन होना और समय से पहले बच्चे के जन्म का खतरा।
आयरन की कमी को पूरा करने के लिए प्रेग्नेंट महिला क्या करें
- नॉन वेज, अंडे का भरपूर सेवन करें।
- सफ़ेद बीन्स व् किडनी बीन्स का सेवन करें।
- दालों का भरपूर सेवन करें काले चने जरूर खाएं।
- हरी सब्जियों का भरपूर सेवन करें खासकर पालक।
- ड्राई फ्रूट्स का सेवन करें।
- सेब, अनार जैसे आयरन युक्त फलों का भरपूर सेवन करें।
प्रेगनेंसी में हीमोग्लोबिन
हीमोग्लोबिन खून में मौजूद एक प्रोटीन होता है जो बॉडी के सभी अंगो तक ऑक्सीजन को पहुंचाने और कार्बन डाई ऑक्साइड को बाहर निकालने में मदद करता है। और प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला के खून में हीमोग्लोबिन का स्तर यदि सही रहता है। तो इससे गर्भवती महिला व् बच्चे को स्वस्थ रहने में मदद मिलती है। जबकि हीमोग्लोबिन स्तर में कमी गर्भवती महिला व् बच्चे के लिए समस्या कड़ी कर सकता है।
गर्भावस्था में हीमोग्लोबिन की कमी के कारण होने वाली दिक्कतें
- थकान, कमजोरी, सिर दर्द, चक्कर, जैसी परेशानियां प्रेगनेंसी के दौरान अधिक होना।
- जन्म के समय बच्चे के वजन में कमी और समय से पहले शिशु के जन्म के खतरे का बढ़ना।
- सांस फूलने की समस्या अधिक होना।
- दिल की धड़कन बढ़ना।
- हाथों पैरों का ठंडा रहना।
प्रेगनेंसी में हीमोग्लोबिन की कमी को पूरा करने के टिप्स
- हरी पत्तेदार सब्जियों जैसे पालक, ब्रोकली का भरपूर सेवन करें।
- बादाम, किशमिश व् अन्य ड्राई फ्रूट्स का सेवन भरपूर मात्रा में करें।
- आडू, अमरुद, कीवी, सेब, अनारं संतरा जैसे फलों का भरपूर सेवन करें।
- टमाटर, गाजर, चुकंदर, गाजर का भरपूर सेवन करें।
तो यह है प्रेगनेंसी के दौरान कैल्शियम, आयरन, हीमोग्लोबिन की कमी के कारण होने वाले नुकसान व् किस तरह आप इन पोषक तत्वों की कमी को शरीर में पूरा कर सकते हैं। उससे जुड़े कुछ खास टिप्स, तो यदि आप भी प्रेग्नेंट हैं तो आपको भी इन सभी बातों का ध्यान रखना चाहिए।