प्रेगनेंसी के दौरान महिला को कमर दर्द की समस्या का होना काफी आम बात होती है। और इस समस्या से बहुत सी गर्भवती महिलाओं को दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि दर्द के कारण तो महिला तकलीफ में होती ही है साथ कमर दर्द के कारण महिला को उठने, बैठने, लेटने या किसी काम को करने में भी बहुत दिक्कत होती है। साथ ही कई बार महिला को असहनीय कमर में दर्द की समस्या हो सकती है।
लेकिन प्रेगनेंसी के दौरान महिला कुछ आसान टिप्स को ट्राय करके इस समस्या से निजात भी पा सकती है। और यह एक ऐसी समस्या है जिससे महिला पहली तिमाही में कम लेकिन दूसरी और तीसरी तिमाही में ज्यादा परेशान हो सकती है। लेकिन गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान कमर दर्द के कारण कोई समस्या नहीं हो इसके लिए इस बात का ध्यान रखना जरुरी होता है की कब महिला के लिए कमर दर्द सही है और कब इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए।
गर्भावस्था में कमर दर्द के कारण
- प्रेगनेंसी के दौरान बच्चे का वजन बढ़ने के कारण रीढ़ की हड्डी पर दबाव बढ़ता है जिसके कारण महिला को यह दिक्कत हो सकती है।
- जो महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान सीधी होकर सो जाती हैं उन्हें भी इस परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
- गलत तरीके से उठने बैठने, जल्दबाज़ी में उठने, बहुत देर तक एक ही पोजीशन में बैठे रहने के कारण महिला को कमर दर्द की समस्या हो सकती है।
- जिन महिलाओं के शरीर में विटामिन डी की कमी होती है उन महिलाओं को भी कमर दर्द की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
- प्रेगनेंसी के दौरान जिन महिलाओं का वजन जरुरत से ज्यादा बढ़ जाता है उन्हें भी इस परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
गर्भावस्था में कमर दर्द होना कितना सामान्य है?
प्रेगनेंसी के दौरान महिला बहुत सी शारीरिक परेशानियों का सामना कर सकती है जिनमे से कमर दर्द महसूस होना भी एक है। ऐसे में महिला को यदि पहले से ही कमर में दर्द की समस्या थी तो यह समस्या प्रेगनेंसी के दौरान बढ़ सकती है। या फिर महिला को यदि थोड़ा बहुत कमर दर्द रहता है तो भी यह आम बात है लेकिन यदि महिला को दर्द ज्यादा हो रहा है की महिला को बर्दाश नहीं हो रहा है। साथ ही कोई और भी लक्षण जैसे ही ब्लीडिंग या फ्लूड महिला के प्राइवेट पार्ट से निकल रहा है तो महिला को इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए।
क्या कमर में दर्द होने से गर्भपात हो जाता है?
गर्भवती महिला को यदि प्रेगनेंसी के दौरान थोड़ा बहुत कमर में दर्द रहता है तो ऐसा होना बहुत आम बात है। लेकिन यदि महिला को कमर में या कमर के निचले हिस्से में दर्द महसूस हो रहा है जो की महिला से बर्दाश नहीं हो रहा है तो ऐसे में महिला को जल्द से जल्द डॉक्टर से मदद मांगनी चाहिए। क्योंकि पहली तिमाही में कमर के निचले हिस्से में बढ़ रहा दर्द गर्भपात साथ ही दूसरी व् तीसरी तिमाही में होने वाला यह दर्द समय से पहले डिलीवरी होने का संकेत देता है।
ऐसे में महिला को कितना दर्द हो रहा है महिला को इसे समझने की जरुरत है ताकि महिला को कोई भी दिक्कत नहीं हो और यदि कोई दिक्कत शुरू हो जाये तो महिला को उससे जल्द से जल्द निजात पाने में मदद मिलती है। तो इसका परिणाम यह हैं की प्रेगनेंसी के दौरान यदि थोड़ा बहुत कमर में दर्द है तो इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है की गर्भपात होने वाला है। साथ ही यदि दर्द ज्यादा हो रहा है तो महिला को इसे नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए क्योंकि यह परेशानी का कारण बन सकता है।
प्रेगनेंसी में कमर दर्द की समस्या से निजात पाने के टिप्स
- कमर की मालिश करने से इस समस्या से आराम पाने में मदद मिलती है।
- उठने बैठने में तेजी नहीं करें हमेशा किसी न किसी चीज का सहारा लेकर बैठें।
- कैल्शियम और विटामिन डी से भरपूर चीजों को अपनी डाइट में शामिल करें।
- आलस को छोड़ दिन भर में थोड़ा व्यायाम या योगासन जरूर करें या फिर थोड़ी देर चहलकदमी करें।
- बहुत लम्बे समय तक एक ही पोजीशन में नहीं रहें।
- जिन कामों को करने में आपको ज्यादा देर खड़े रहना पड़ता है, झुकना पड़ता है उन कामों को करने से बचें।
- बाईं और करवट लेकर सोएं या फिर सोने के लिए प्रेगनेंसी पिल्लो का इस्तेमाल करें।
- मैटरनिटी बेल्ट का इस्तेमाल करने से महिला की इस परेशानी को कम करने में मदद मिलती है।
तो यह हैं प्रेगनेंसी में होने वाले कमर दर्द से जुडी जानकारी, ऐसे में यदि आप भी माँ बनने वाली हैं तो आपको भी प्रेगनेंसी में कमर दर्द क्यों होता है, इस समस्या से कैसे निजात पाना चाहिए साथ ही कब कमर दर्द को अनदेखा नहीं करना चाहिए, इस बात का ध्यान रखना चाहिए। ताकि माँ और बच्चे दोनों को प्रेगनेंसी के दौरान स्वस्थ रहने में मदद मिल सके।
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