जानिए 6 माह का शिशु गर्भ के भीतर क्या करता है, छठे महीने में शिशु गर्भ में क्या करता है, शिशु की गर्भ में हलचल, गर्भावस्था का छठा महीना, प्रेगनेंसी का छठा महीना
माँ बनना किसी भी महिला के लिए इस दुनिया का सबसे खास अनुभव होता है, और यह और भी खास बन जाता है जब गर्भ में शिशु की हलचल को गर्भवती महिला महसूस कर सकती है। प्रेगनेंसी की शुरुआत में गर्भ में शिशु के अंग बनने लगते हैं और धीरे धीरे शिशु हरकते करना शुरू करता है। जैसे की सर घुमाना, हिचकी लेना, चौंकना, आँखे घूमना, हाथ पैर हिलाना, आदि, लेकिन शिशु में शिशु का आकार इतना बड़ा नहीं होता है की आप गर्भ में शिशु की हलचल को महसूस कर सकें, लेकिन चौथे या पांचवे महीने के दौरान आप गर्भ में शिशु की हलचल को थोड़ा थोड़ा महसूस कर सकती है।
शुरुआत में यह थोड़ा कम जैसे की सुबह या शाम के समय महसूस हो सकती है, लेकिन जैसे जैसे शिशु का आकार बढ़ता है, वैसे वैसे आप इसे अधिक समय के लिए और ज्यादा तेजी से अनुभव कर सकती है। प्रेगनेंसी के दौरान हर महीने हर दिन शिशु कुछ न कुछ नया करता है, कुछ नया सीखता है, और हर दिन उसके विकास में बढ़ोतरी होती है। तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं की प्रेगनेंसी के छठे महीने में गर्भ में शिशु क्या क्या करता है।
शिशु की बढ़ती है हलचल
छठे महीने शिशु का वजन भी थोड़ा बढ़ जाता है, और वह गर्भ में ज्यादा घूमने लगता है, ऐसे में आप अपने शिशु की गर्भ में हलचल को आसानी से पहचान सकती है। इस दौरान शिशु अपनी कलाबाजियों द्वारा गर्भ में ज्यादा समय के लिए मूवमेंट करता है। और महिला को अपने अनुभव को ज्यादा बेहतर तरीके से एन्जॉय करने में मदद मिलती है।
आवाज़ सुन सकता है
गर्भ में शिशु इस दौरान आपकी सभी बातों को सुन सकता है, और यदि कभी तेज आवाज़ होती है, या आप अधिक रौशनी आदि में जाती है। तो शिशु इसे महसूस कर सकता है और उछलने लगता है, इसका मतलब यह होता है की आप इस दौरान जब भी अपने शिशु से बात करना चाहे कर सकती है, क्योंकि उसकी सुनने की क्षमता बढ़ने लगती है जिससे माँ और शिशु के बीच के रिश्ते को गर्भ से ही गहरा होने में मदद मिलती है।
अंगूठा चूस सकता है
गर्भ में शिशु इस समय आसानी से अपने हाथ को अपने यह में ले सकता है और अपने हाथ की उँगलियों या अंगूठे को भी चूसना शुरू कर देता है।
आसानी से गर्भ में घूम सकता है
छठे महीने में एमनियोटिक फ्लूड की मात्रा भी बढ़ने लगती है, जिसके कारण शिशु आसानी से गर्भ में मूव कर पाता है, और थोड़ी थोड़ी देर बाद अपनी पोजीशन को बदल सकता है। और जितना शिशु गर्भ में ज्यादा घूमने लगता है उतना ज्यादा आप गर्भ में शिशु की हलचल को महसूस कर सकती है।
तो यह हैं कुछ अनुभव जो इस दौरान गर्भ में शिशु कर रहा होता है, लेकिन आपको शिशु की हलचल को बार बार महसूस करने के लिए ज्यादा पेट पर हाथ आदि नहीं फेरना चाहिए। और इस दौरान यदि आपको चौबीस से अड़तालीस घंटे तक गर्भ में शिशु की हलचल महसूस न हो तो इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए और जितना जैसी हो सके डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।