प्रेगनेंसी के दौरान पहले से नौवें महीने तक महिला के शरीर में बहुत से बदलाव होते हैं और यह बदलाव महिला के गर्भ में भी होते हैं। क्योंकि जैसे जैसे प्रेगनेंसी का समय आगे बढ़ता है वैसे वैसे गर्भ में पल रहे बच्चे का विकास भी बढ़ता है। जो महिलाएं दूसरी बार माँ बन रही होती है उन्हें प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले बदलाव को समझने में आसानी होती है।
जबकि पहली बार माँ बनने पर महिला को शरीर और गर्भ में होने वाले बदलाव को समझने में थोड़ा समय लग सकता है। ऐसे में महिला को इस दौरान कोई दिक्कत न हो इसके लिए जरुरी होता है की महिला प्रेगनेंसी के दौरान शरीर और गर्भ में होने वाले बदलाव, प्रसव के दौरान होने वाले बदलाव के बारे में पूरी जानकारी इक्कठी कर लें। गर्भावस्था की आखिरी तिमाही में एक अल्ट्रासॉउन्ड करवाने के लिए महिला को कहा जाता है।
जिसमे गर्भ में शिशु की क्या पोजीशन होती है उसके बारे में जानने में मदद मिलती है। और उसके बाद भी महिला के गर्भ में बहुत से बदलाव आते हैं जैसे की शिशु के जन्म लेने का समय जैसे जैसे करीब आता है वैसे वैसे शिशु अपने सिर नीचे की तरफ करने लगता है और ऐसा भी जरुरी नहीं होता है की गर्भ में सभी शिशु ही ऐसा करते हैं। तो आइये अब जानते हैं की महिला को इस बारे में कैसे पता चलेगा की बच्चे का सिर नीचे की तरफ आ गया है।
पेल्विक एरिया पर महसूस होगा ज्यादा जोर
गर्भ में शिशु जब अपने सिर नीचे की तरफ कर लेगा तो महिला को पेट के निचले हिस्से पर जोर ज्यादा महसूस होगा। और आपको ऊपर की तरफ से अपना पेट चपटा सा महसूस होगा क्योंकि शिशु का सिर नीचे की तरफ होने के कारण शिशु का भार नीचे की तरफ ज्यादा होगा।
बेबी किक्स
बच्चा जब अपना सिर नीचे की तरफ करेगा तो महिला को बेबी किक्स भी ऊपर की तरफ महसूस होंगी। यदि आपको भी ऐसा महसूस हो रहा है तो इसका मतलब यह है की आपका बच्चा जन्म लेने के लिए तैयार है और अपनी सही पोजीशन में आ गया है।
पीठ में दर्द
यदि प्रेगनेंसी की आखिरी तिमाही में महिला को पीठ में तेज दर्द महसूस होता है तो यह लक्षण भी इस बात की और इशारा करता है। गर्भ में पल रहा शिशु अपने जन्म लेने की सही पोजीशन में आ चूका है।
यूरिन करने की इच्छा में बढ़ोतरी
गर्भाशय का आकार बढ़ने के कारण प्रेग्नेंट महिला की यूरिन करने की इच्छा में बढ़ोतरी हो जाती है। और बच्चा यदि अपने सिर नीचे की तरफ कर लेता है तो यह इच्छा और भी ज्यादा बढ़ जाती है। ऐसे में यदि महिला को प्रेगनेंसी के आखिरी समय में ऐसा महसूस हो तो समझ जाएँ की आपका बच्चा जन्म लेने के लिए तैयार है।
सीने के आस पास हल्कापन महसूस होना
यदि गर्भ में शिशु का सिर नीचे की तरफ आ जाता है तो पेट व् सीने के आस पास के हिस्सों को जगह मिलती है जिससे महिला को हल्कापन महसूस होता है। ऐसे में इस लक्षण का महसूस होना भी इस बात की और इशारा करता है की बच्चे का सिर नीचे की तरफ हो गया है।
पेट के आकार में बदलाव
गर्भ में शिशु जैसे ही नीचे की तरफ आ जाता है वैसे ही आपके पेट के आकार में बदलाव आ जाता है यानी की पेट नीचे की तरफ ज्यादा बढ़ा हुआ महसूस होता है।
सफ़ेद पानी निकलना
बेबी का सिर नीचे की तरफ आने पर महिला को प्राइवेट पार्ट से सफ़ेद पानी अधिक निकलने जैसी परेशानी भी हो सकती है। ऐसे में महिला को इस बात का ध्यान रखना चाहिए और यदि ऐसा हो तो पानी की मात्रा पर ध्यान रखना चाहिए की कितना निकल रहा है क्योंकि कई बार यह चिपचिपा पदार्थ एमनियोटिक फ्लूड हो सकता है।
तो यह हैं कुछ लक्षण जिनसे यह पता करने में मदद मिलती है की गर्भ में शिशु का सिर नीचे की तरफ आ गया है। यदि आपका भी प्रेगनेंसी का आखिरी समय चल रहा है तो आपको भी इन टिप्स का ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि यह सभी टिप्स आपको यह बताने में मदद करेंगे की आपका बच्चा अब जन्म लेने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
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