कुछ महिलाओं को बालों को डाई करने की आदत होती है। लेकिन बता प्रेगनेंसी की हो तो महिलाओं को बालों को डाई न करने की सलाह ही दी जाती है क्योंकि बालों के लिए इस्तेमाल की जाने वाली डाई में केमिकल मौजूद होता है। जो माँ व् बच्चे की सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। परन्तु यदि भी फिर महिला डाई करना चाहती है तो महिला कर सकती है लेकिन महिला को डाई करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि गर्भवती महिला या शिशु को इसकी वजह से कोई भी दिक्कत नहीं हो। तो आइये अब इस आर्टिकल में आगे जानते हैं की प्रेगनेंसी के दौरान डाई का इस्तेमाल करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
हर्बल डाई का इस्तेमाल करें
प्रेग्नेंट महिला यदि डाई लगाना चाहती है तो महिला को हर्बल डाई का इस्तेमाल करना चाहिए। क्योंकि हर्बल प्रोडक्ट्स में केमिकल की मात्रा न के बराबर होती है जिससे माँ या बच्चे को दिक्कत होने का खतरा कम होता है।
डाई के पैकेट पर लिखी सामग्री को ध्यान से पढ़ें
आप जिस भी डाई का इस्तेमाल करने जा रहे हैं उस डाई का इस्तेमाल करने से पहले आप डाई के पैकेट पर लिखी डेट व् उसमे इस्तेमाल किये जाने वाले उत्पाद को देखें। की उसमे कहीं कोई ऐसा उत्पाद तो नहीं है जिससे माँ या बच्चे को नुकसान हो, डाई एक्सपायरी तो नहीं है आदि। यदि आपको सब कुछ ठीक लगता है तो उसके बाद आप उस डाई का इस्तेमाल करें।
अमोनिया फ्री डाई इस्तेमाल करें
डाई का इस्तेमाल करने से पहले ध्यान रखें की आप उस डाई का इस्तेमाल करें जिसमे अमोनिया मौजूद नहीं हो क्योंकि अमोनिया एक हानिकारक केमिकल होता है जो शिशु की सेहत पर नकारात्मक असर डाल सकता है। यदि आपके द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली डाई में अमोनिया है तो आपको इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
जरुरत से ज्यादा डाई नहीं लगाएं
कई महिलाओं की आदत होती है की एक बाल सफ़ेद हुआ नहीं की डाई लगा लेती है, कहीं जाना हुआ नहीं की डाई का इस्तेमाल करती है, आदि। लेकिन यदि आप प्रेग्नेंट हैं तो आपको अपनी इस आदत पर कण्ट्रोल करना चाहिए और बहुत ज्यादा जरुरी होने पर ही डाई का इस्तेमाल करना चाहिए। क्योंकि जरुरत से ज्यादा डाई का इस्तेमाल करने की वजह से भी शिशु और महिला की सेहत पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में कलर करने से बचें
गर्भावस्था की पहली तिमाही में शिशु के अंग बन रहे होते हैं और शिशु के अंगो का विकास तेजी से हो रहा होता है ऐसे में बरती गई थोड़ी सी लापरवाही शिशु के विकास में रूकावट पैदा कर सकती है। इसीलिए प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में जितना हो सके गर्भवती महिला को बालों को कलर करने से बचना चाहिए।
जड़ तक डाई नहीं लगाएं
डाई लगाते समय ध्यान रखें की डाई स्कैल्प यानी की बालों की जड़ तक न पहुंचें क्योंकि डाई के स्किन के संपर्क में आने पर इसमें मौजूद केमिकल की शिशु तक पहुँचने की आशंका होती है जिसकी वजह से शिशु को दिक्कत हो सकती है। ऐसे में जितना हो सके स्कैल्प पर डाई नहीं लगाएं।
हाथों में दस्ताने जरूर पहनें
बालों में डाई लगाते समय महिला दस्ताने जरूर पहने क्योंकि डाई के स्किन के संपर्क में आने पर डाई में मौजूद केमिकल माँ व् बच्चे की सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। साथ ही हो सके तो मास्क भी पहनें ताकि सांस लेने के जरिये भी केमिकल आपके शरीर में न पहुंचें।
कोई परेशानी हो तो डाई का इस्तेमाल नहीं करें
यदि आपको डाई का इस्तेमाल करने से कोई दिक्कत होती है तो प्रेगनेंसी के दौरान बिल्कुल भी डाई का इस्तेमाल नहीं करें क्योंकि इस दौरान आपकी परेशानी और बढ़ सकती है।
तो यह हैं कुछ टिप्स जिनका ध्यान गर्भवती महिला को डाई लगाते समय रखना चाहिए। ताकि डाई की वजह से गर्भवती महिला या शिशु को किसी भी तरह की समस्या नहीं हो। इसके अलावा यदि प्रेगनेंसी के दौरान यदि आपको ज्यादा शारीरिक परेशानियां रहती है तो महिला को ऐसी चीजों का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए जिनमे केमिकल मौजूद होता है क्योंकि इनकी वजह से महिला की दिक्कत बढ़ सकती है। साथ ही हो सके तो प्रेगनेंसी के दौरान बालों को प्राकृतिक रूप से कलर करने के लिए हिना यानी मेहँदी का इस्तेमाल करें।
Keep these things in mind while dye your hair during pregnancy