प्रेगनेंसी के दौरान गर्भ में पल रहा शिशु पूरी तरह से अपनी माँ पर ही निर्भर करता है। इसीलिए गर्भवती महिला को अपना अच्छे से ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। क्योंकि जितना अच्छे से महिला अपना ध्यान रखती है उतना ही ज्यादा गर्भ में पल रहे शिशु के बेहतर विकास होने में और शिशु को स्वस्थ रहने में मदद मिलती है।
लेकिन यदि महिला को कोई सेहत सम्बन्धी समस्या हो जाती है तो इसका असर गर्भ में पल रहे शिशु पर भी पड़ने का खतरा रहता है। जैसे की प्रेगनेंसी के दौरान महिला को यदि खांसी की समस्या हो जाती है तो इसका असर गर्भ में पल रहे शिशु पर भी पड़ सकता है। तो आइये अब इस आर्टिकल में जानते हैं की गर्भवती महिला को खांसी की समस्या होने पर गर्भ में पल रहे शिशु पर क्या असर पड़ता है।
शिशु चौंक जाता है
गर्भवती महिला जब खांसी करती है तो इसके कारण गर्भ में शिशु चौंक सकता है, घबरा सकता है, आदि। और जब गर्भ में शिशु चौंक या घबरा जाता है तो इसकी वजह से गर्भ में शिशु की मूवमेंट भी एक दम से ज्यादा बढ़ जाती है।
पेट पर झटका लग सकता है
खांसी होने के कारण पेट को झटका लगता है जिसकी वजह से पेट में दर्द की समस्या होने के साथ झटका भी लगता है। खासकर जब एक दम से खांसी ज्यादा होने लग जाये। और पेट में झटका लगने के कारण गर्भ में शिशु को असहज महसूस हो सकता है।
ब्लीडिंग का खतरा होता है
प्रेग्नेंट महिला को खांसी होने पर पेट या पेट के निचले हिस्से पर जोर महसूस हो सकता है जिसकी वजह से दबाव बढ़ने लग जाता है। ऐसे में महिला को ब्लीडिंग होने का खतरा रहता है खासकर प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में महिला को यह दिक्कत अधिक होने की सम्भावना होती है। और ब्लीडिंग अधिक होने पर गर्भपात या समय से पहले डिलीवरी होने का खतरा अधिक होता है।
तो यह हैं कुछ नुकसान जो प्रेग्नेंट महिला को खांसी की समस्या होने पर शिशु को हो सकते हैं। ऐसे में इन नुकसान से बचे रहने के लिए और गर्भ में शिशु के बेहतर विकास के लिए गर्भवती महिला को खांसी की समस्या का जल्द से जल्द इलाज करना चाहिए। ताकि महिला या शिशु को किसी भी तरह की परेशानी नहीं हो।