दिखने के आकार में बिल्कुल संतरे जैसा, संतरी रंग का गोलाकार एक फल होता है जिसे किन्नू कहते हैं। किन्नू, संतरा, निम्बू सभी एक ही किस्म के फल है। जिस तरह संतरे व् निम्बू में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। उसी तरह किन्नू में भी पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। आज इस आर्टिकल में हम प्रेगनेंसी में किन्नू का सेवन करना कितना फायदेमंद होता है और प्रेग्नेंट महिला को एक दिन में कितने किन्नू का सेवन करना चाहिए इस बारे में बताने जा रहे हैं।
किन्नू में कौन- कौन से पोषक तत्व मौजूद होते हैं?
खाने में किन्नू एक स्वादिष्ट और रसदार फल तो होता ही है साथ ही इसमें न्यूट्रिएंट्स भी भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। किन्नू में विटामिन सी, विटामिन ए, आयरन, फाइबर, शुगर, सोडियम आदि भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं।
प्रेगनेंसी में किन्नू खाने के फायदे
मौसम के अनुसार कुछ फल आते हैं जो की स्वादिष्ट होने के साथ पोषक तत्वों से भी भरपूर होते हैं। ऐसे में यदि आप गर्भवती है और उन फलों का सेवन करने से आपको और आपके बच्चे को फायदा मिलता है। तो आपको प्रेगनेंसी में उन फलों का सेवन जरूर करना चाहिए। अब हम आपको प्रेगनेंसी में किन्नू के सेवन के फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं और किन्नू भी एक मौसमी फल ही है।
इम्युनिटी बूस्टर की तरह करता है काम
किन्नू में विटामिन सी जो की एक बेहतरीन एंटी ऑक्सीडेंट है मौजूद होता है। जो की कोशिकाओं की मरम्मत, नए उत्तकों के विकास, शरीर में एनर्जी को भरपूर बनाएं रखने में मदद करता है। जिससे प्रेग्नेंट महिला की इम्युनिटी बूस्ट होती है और प्रेगनेंसी के दौरान माँ व् बच्चे दोनों को बिमारियों से सुरक्षित रहने में मदद मिलती है।
आयरन व् फोलेट
किन्नू फल में फोलेट और आयरन की मात्रा भी मौजूद होती है। फोलेट शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है। साथ ही शरीर में ब्लड फ्लो सभी अंगों तक हो इसमें भी मदद करता है। और आयरन प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला के शरीर में खून की कमी को पूरा करने में मदद करता है। साथ ही आयरन व् फोलेट भ्रूण के बेहतर विकास में भी मदद करता है।
विषैले पदार्थ निकलते हैं बाहर
विटामिन ए व् विटामिन सी दोनों ही बेहतरीन एंटी ऑक्सीडेंट होते हैं जो प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला के शरीर में मौजूद विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करते हैं।
ऊर्जा से रखता है भरपूर
किन्नू में कार्बोहाइड्रेट भी भरपूर मात्रा में मौजूद होता है जो गर्भवती महिला को ऊर्जा से भरपूर रखने में मदद करता है। और प्रेगनेंसी के दौरान महिला का ऊर्जा से भरपूर रहना माँ व् बच्चे दोनों के लिए फायदेमंद होता है। इसीलिए गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान किन्नू का सेवन जरूर करना चाहिए।
पाचन तंत्र सम्बन्धी परेशानियों को करता है दूर
गर्भावस्था के समय महिला के शरीर में हो रहे हार्मोनल बदलाव के कारण और बढ़ते गर्भाशय के आकार के कारण महिला का पाचन तंत्र धीमा पड़ सकता है। जिस वजह से महिला को पाचन तंत्र सम्बन्धी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जिस वजह से महिला को कब्ज़, एसिडिटी, सीने में जलन, पेट टाइट होना, पेट में दर्द जैसी परेशानियां हो जाती है। ऐसे में महिला यदि किन्नू का सेवन करती है तो इससे महिला को बहुत फायदा मिलता है। क्योंकि किन्नू में फाइबर प्रचुर मात्रा में मौजूद होता है।
तो यह हैं कुछ फायदे जो प्रेगनेंसी के दौरान किन्नू का सेवन करने से माँ व् बच्चे को मिलते हैं। इसके अलावा किन्नू में कैल्शियम, फोलिक एसिड, पोटैशियम आदि भी मौजूद होते हैं जो गर्भवती महिला और बच्चे को फायदा पहुंचाते हैं। ।।इसीलिए किन्नू का यदि मौसम है तो एक दिन में महिला को रोजाना एक किन्नू का सेवन दिन के समय जरूर करना चाहिए। रात के समय किन्नू का सेवन करने से प्रेग्नेंट महिला को बचना चाहिए।
Benefits of eating Kinnow in Pregnancy