माँ बनना किसी भी महिला के लिए दूसरे जन्म जैसा होता है, क्योंकि इस दौरान वो जिंदगी के नए अनुभवों से गुजरने के साथ शरीर में भी तेजी से हो रहे बदलाव को भी देखती है, ऐसे में यदि माँ बनने में बारे में बात की जाएँ तो हर महिला की इस बारे में अपनी अलग अलग राय है, कुछ महिलाओ का मानना है की शादी के बाद जितना जल्दी बच्चा हो जाये तो उतना अच्छा है, लेकिन कई महिलाएं ऐसी भी हैं जो तीस वर्ष के बाद माँ बनने के बारे में सोचना शुरू करती हैं, देखा जाएँ तो माँ बनने की सही उम्र जो की डॉक्टर्स के अनुसार भी बताई गई है, वो है तेईस से सताइस साल, लेकिन जो महिला तीस में शादी करेगी या अठारह वर्ष में शादी करेगी तो उसे प्रेगनेंसी भी उसी अनुसार ही होगी।
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और ये बात भी बिलकुल सच है की जितनी परेशानी आपको अधिक उम्र में माँ बनने से होती है उतनी ही आपको कम उम्र में माँ बनने पर भी होती है, क्योंकि माँ बनने के लिए आपका शारीरिक रूप से तैयार होना बहुत जरुरी होता है, लेकिन यदि आप अठारह में शादी करके उन्नीस साल में माँ बनने पर विचार कर रहीं है, तो आपका शरीर उस समय अच्छे से परिपक्व नहीं होता है, उसके बाद आप बच्चे को जन्म दे तो देती है, लेकिन इसका असर कई बार आपके बच्चे पर पड़ता है, और आप में तो कमजोरी आ ही जाती है, साथ ही बच्चे को संभालना ऐसे में कई महिलायें तनाव में भी आ जाती है, तो आइये जानते है की कम उम्र में माँ बनने पर कौन कौन सी समस्या हो सकती है।
शरीर में कमजोरी होने लगती है:-
शरीर में प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले हॉर्मोन के बदलाव, व् प्रेगनेंसी में होने वाली समस्या के कारण वैसे भी आपका शरीर कमजोर हो जाता है, ऊपर से कम उम्र में माँ बनने पर आपके शरीर के परिपक्व न होने के कारण आपको प्रेग्नेंसी में और बाद में भी हमेशा कमजोरी व् थकान महसूस होती है, इससे बचने के लिए आपको प्रेगनेंसी के समय और बाद में अपने शरीर पर अधिक ध्यान देना पड़ता है, नहीं तो आप और कमजोर हो जाते है।
डिप्रेशन हो सकता है:-
महिलाएं कम उम्र में माँ बनने पर इतनी तेजी से हो रहे बदलाव को लेकर कई बार बहुत परेशान हो जाती है, जिसके कारण उन्हें डिप्रेशन हो सकता है, और उसके स्वाभाव में भी परिवर्तन आता है, कई बार चिड़चिड़ापन, गुस्सा आदि भी महिलायें करने लगती है, और बच्चा होने के बाद अपना ध्यान रखा जाएँ या बच्चे का इस चक्कर में वो न तो अपना ध्यान रख पाती है और न हो बच्चे का जिससे दोनों को ही परेशानी का सामना करना पड़ता है।
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बच्चे के विकास पर असर पड़ता है:-
कम उम्र में माँ बनने पर महिला का शरीर पूरी तरह परिपक्व नहीं होता है, जिससे महिला के शरीर में पोषक तत्वों की भी कमी होती है, और गर्भ में पल रहा शिशु पूरी तरह से अपनी माँ पर ही निर्भर करता है, और यदि महिला ही पुरु तरह से फिट नहीं होती है, तो इसका असर शिशु पर भी पड़ता है, जिसके कारण कई बार बच्चे का विकास कम होता है, जैसे की जन्म के बाद बच्चे का वजन कम होता है, इसीलिए महिला को बच्चे को जन्म देने से पहले अपने शरीर की जांच अच्छे से करवानी चाहिए जिससे पता चल सकें की महिला शारीरिक रूप से बच्चे को जन्म देने के लिए तैयार है या नहीं।
बच्चे के पालन पोषण में आ सकती है समस्या:-
कम उम्र में माँ बनने के कारण कई बार बच्चे को उस तरह से पालन पोषण नहीं मिल पाता है, और उतने अच्छे से बच्चे की केयर नहीं हो पाती है जितनी की होनी चाहिए, जिसका असर शिशु पर पड़ता है, और यदि उसे समय पर दूध नहीं मिलता है, या माँ क दूध से पेट नहीं भर पाता है तो बच्चे बहुत रोता है, चिड़चिड़ा हो जाता है, साथ ही बच्चे के लिए यदि साफ़ सफाई का ध्यान न रखा जाएँ तो उसे इन्फेक्शन की समस्या भी हो सकती है, ऐसे में कम उम्र में माँ बनने का निर्णय तभी लेना चाहिए जब शारीरिक रूप से फिट होने के साथ आप शिशु की परवरिश भी अच्छे से कर सकती हों।
शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है:-
कम उम्र में माँ बनने के कारण वैसे भी आपका शरीर अच्छे से तैयार नहीं होता है, इसके अलावा कई बार आपका आहार ढंग से न लेना, अच्छे से अपनी केयर न करना, तनाव में रहने के कारण आपके शरीर को अच्छे से पोषण नहीं मिल पाता है जिसके कारण आपके शरीर में पोषक तत्वों की कमी होने लगती है, इसीलिए यदि आप कम उम्र में माँ बनने के बारे में सोच भी रहीं है तो ऐसे में आपको अपने खान पान, अपने पोषण में किसी भी तरह की कोई न तो कमी रखनी चाहिए और न ही किसी तरह की लापवाही करनी चाहिए।
माँ बनने से पहले इन बातों का ध्यान जरूर रखें:-
- जब तक आप मानसिक व् शारीरिक रूप से बच्चे को जन्म देने के लिए फिट न हो तब तक इस फैसले को नहीं लेना चाहिए।
- माँ बनने के लिए एक उम्र होती है इसीलिए माँ बनने के लिए न तो कम उम्र का चुनाव करें और न ही बहुत ज्यादा क्योंकि दोनों ही तरीको से आपको नुकसान होता है।
- जब भी आप माँ बनने का फैसला लें, तो उस समय आपको अपने शरीर की जांच जरूर करवानी चाहिए, ताकि आपको प्रेगनेंसी के दौरान कोई समस्या न आए।
- माँ बनने के बारे में विचार करने से पहले इस बात का भी आपको ध्यान रखना चाहिए की क्या आप शिशु की परवरिश अच्छे से कर सकती हैं या नहीं।
- इस विषय में पति और पत्नी दोनों को मिलकर विचार करना चाहिए।
- आप चाहे तो इस विषय पर एक बार डॉक्टर का भी परामर्श ले सकते है।
तो ये कुछ परेशानियां है जो आपको कम उम्र में माँ बनने के कारण हो सकती है, इसीलिए जब तक आप मानसिक व् शारीरिक रूप से तैयार न हो, डॉक्टर से जांच न करवाई हो, और इसके अलावा आपको इस बारे में भी विचार करना चाहिए की क्या आप शिशु की देखभाल अच्छे से कर सकती हैं, या नहीं उसके बाद ही आपको माँ बनने का निर्णय लेना चाहिए।