हिन्दू धर्म में पूजा पाठ व्रत करने आदि का बहुत महत्व होता है। साथ ही लोग ऐसा मानते हैं की पूजा पाठ करने व्रत करने आदि से सभी देवी देवताओं की कृपा दृष्टि उनपर बनी रहती है। इसके अलावा नवरात्रि व्रत, जन्माष्टमी, शिवरात्रि आदि बहुत से महत्वपूर्ण व्रत भी सालभर में आते हैं जिन्हे लोग रखते भी है। कुछ लोग सभी व्रत करते हैं तो कुछ अपनी आस्था अनुसार व्रत करते हैं। ऐसे में जब महिला प्रेग्नेंट होती है तो उसे मन में यह सवाल जरूर आता की वो प्रेगनेंसी के दौरान व्रत कर सकती है या नहीं?
आज इस आर्टिकल में हम आपसे प्रेगनेंसी के दौरान व्रत रखना सही है या गलत, उसके बारे में बात करने के साथ प्रेग्नेंट महिला को यदि कोई व्रत रखना है तो उन्हें किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए उसके बारे में भी बताएंगे। क्या आप भी प्रेग्नेंट हैं? और आप भी प्रेगनेंसी से पहले बहुत व्रत रखती थी और अब सोच रही हैं की व्रत रखें या नहीं? तो आइये आपके इन्ही सवालों के जवाब के बारे में विस्तार से जानते हैं।
क्या प्रेगनेंसी में व्रत रखना सेफ होता है?
सारी जिंदगी वैसे तो महिलाएं व्रत कर सकती है ऐसे में प्रेगनेंसी के दौरान यदि महिला व्रत छोड़ना भी चाहे तो इसमें कोई दिक्कत नहीं है। क्योंकि यदि महिला स्वस्थ रहेगी तो कभी भी व्रत कर लेंगी। लेकिन हिन्दू धर्म में लोग अपनी आस्था को सबसे आगे रखते हैं जैसे की अधिकतर महिलाएं चाहे किसी भी हालात में हो और करवाचौथ का व्रत जाए तो महिलाएं जरूर रखती है क्योंकि यह उनके सुहाग की लम्बी उम्र के लिए होता है।
साथ ही कुछ महिलाएं जो शुरुआत से नवरात्रि, जन्माष्टमी आदि का व्रत करती है तो वो इन व्रत को प्रेगनेंसी के दौरान भी छोड़ना नहीं चाहती है। ऐसे में उनके मन में सवाल आता है की क्या प्रेगनेंसी के दौरान व्रत करना उनके व् उनके बच्चे की सेहत के लिए सेफ है या नहीं? तो इसका जवाब है की प्रेगनेंसी के दौरान महिला का व्रत रखना सेफ होता है क्योंकि यदि महिला पूरी तरह से सेफ है तो व्रत रखने में महिला को कोई दिक्कत नहीं है।
लेकिन व्रत रखने से पहले एक बार डॉक्टर की राय लेना जरुरी होता है। इसके साथ कुछ कंडीशंस में महिला को व्रत न रखने की सलाह दी जाती है। और इसके अलावा व्रत के दौरान महिला को बहुत सी बातों का ध्यान रखने के लिए भी कहा जाता है। तो आइये अब आगे जानते हैं की महिला को कब व्रत नहीं रखना चाहिए और व्रत रखने पर किन किन बातों का ध्यान रखना महिला के लिए जरुरी होता है।
प्रेग्नेंट महिला को कब व्रत नहीं रखना चाहिए?
ऐसा नहीं है की हर गर्भवती महिला व्रत रख सकती है बल्कि कुछ महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान व्रत बिल्कुल नहीं कर सकती है। जैसे की यदि:
- गर्भवती महिला को यदि शारीरिक परेशानियां प्रेगनेंसी के दौरान अधिक होती है, प्रेगनेंसी में डॉक्टर द्वारा दिक्कत बताई गई है तो ऐसी हालत में महिला को व्रत नहीं करना चाहिए।
- प्रेग्नेंट महिला को प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में व्रत नहीं रखना चाहिए क्योंकि इस दौरान शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण महिला को घबराहट, चिड़चिड़ाहट, उल्टियां अधिक होना, जी मिचलाना जैसी समस्या अधिक हो सकती है। ऐसे में व्रत रखने के कारण महिला दिक्कतें बढ़ सकती है।
- प्रेगनेंसी की तीसरी तिमाही में भी महिला को व्रत रखने से बचना चाहिए क्योंकि इस दौरान शिशु का विकास दुगुनी तेजी से होता है और व्रत के दौरान तो ज्यादा कुछ खा नहीं सकते हैं। ऐसे में शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण शिशु का विकास प्रभावित हो सकता है साथ ही शारीरिक परेशानियां भी बढ़ सकती है।
- यदि किसी व्रत में आपको बिना खाएं पीएं पूरा दिन रहना है तो गर्भवती महिला को उन व्रत को करने से भी बचना चाहिए।
- डॉक्टर द्वारा आपको यदि व्रत न रखने की सलाह दी जाये तो आपको उस सलाह को भी मानना चाहिए और व्रत नहीं रखना चाहिए।
व्रत रखने पर गर्भवती महिला रखें इन बातों का ध्यान
प्रेगनेंसी के दौरान महिला यदि व्रत रखती है तो महिला को कुछ बातों का खास ख्याल रखना चाहिए ताकि महिला को व्रत के दौरान किसी तरह की परेशानी नहीं हो। तो आइये अब उन टिप्स के बारे में विस्तार से जानते हैं।
- प्रेग्नेंट महिला को ऐसा कोई व्रत नहीं रखना चाहिए जिसमे आपको पूरा दिन भूखा प्यासा रहना हो। करवाचौथ के व्रत में भी महिला को खानी सुनने के बाद चाय या पानी और साथ ही फलाहार का सेवन भी जरूर करना चाहिए।
- व्रत रखने पर महिला को पानी का भरपूर सेवन करना चाहिए ताकि बॉडी में पानी की कमी के कारण कोई दिक्कत नहीं हो और शरीर में एनर्जी को बरकरार रहने में मदद मिल सकें।
- व्रत का खाना ज्यादातर मीठा, तला भुना ही होता है ऐसे में महिला को कोशिश करनी चाहिए की महिला ज्यादा मीठा व् तला भुना खाने से बचे क्योंकि इसकी वजह से महिला को पेट सम्बन्धी परेशानी होने का खतरा बढ़ जाता है।
- थोड़ी थोड़ी देर में महिला को पानी, नारियल पानी, छाछ, फल आदि का सेवन करते रहना चाहिए ताकि शरीर में एनर्जी को बरकरार रहने में मदद मिल सकें।
- व्रत के दौरान महिला को आराम भी जरूर करना चाहिए।
- यदि व्रत रखने के दौरान महिला को किसी भी तरह की परेशानी का अनुभव होता है तो महिला को उस व्रत को वही रोक देना चाहिए।
- व्रत के दौरान बाहर से मिलने वाले व्रत के खाने का सेवन करने से बचें।
- कुछ महिलाएं व्रत के दौरान ज्यादा चाय पीने लगती हैं लेकिन चाय का ज्यादा सेवन गर्भवती महिला और शिशु दोनों की सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है ऐसे में महिला को ज्यादा चाय कॉफ़ी का सेवन करने से बचना चाहिए।
तो यह हैं प्रेगनेंसी के दौरान महिला को व्रत करना चाहिए न नहीं करना चाहिए उससे जुडी जानकारी, साथ ही व्रत के दौरान महिला को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए उससे जुडी जानकारी, यदि आप भी माँ बनने वाली है और व्रत रखने के बारे में सोच रही है तो आपको इन सभी बातों के बारे में पता होना चाहिए।
Fasting is safe or not for Pregnant Women