माँ बनने के तरीके, गर्भधारण कैसे करें, प्रेग्नेंसी में प्रॉब्लम क्या करें, गर्भधारण करने के तरीके, बेबी कंसीव कैसे करें, गर्भधारण करने के मेडिकल तरीके, मेडिकल तरीके से प्रेग्नेंसी कैसे हो, डॉक्टरी इलाज से प्रेग्नेंसी, प्रेग्नेंसी होने के तरीके
माँ बनना हरेक महिला के लिए सबसे खूबसूरत पल होता है। इस पल को सभी महिलाएं अपनी जिंदगी में जरूर चाहती हैं। और वो चाहती हैं की उनका भी बच्चा हो, उनका शिशु भी उनकी गोद में खेले। लेकिन कई बार कुछ कारणों से देर होने लगती है, या डॉक्टर कॉम्प्लीकेशन्स कह देते हैं जिसकी वजह से महिलाएं उदास रहने लगती हैं। इसलिए आज हम आपको माँ बनने के कौन-कौन से तरीके होते हैं? उसके बारे में बता रहे हैं। ताकि हरेक महिला को संतान सुख मिल सके।
जब स्त्री पुरुष के संबंध बनाते हैं तो शुक्राणु महिला के अंडे के साथ मिलता है और निषेचन होता है। उसके बाद गर्भधारण होकर नौ महीने बाद महिला को संतान सुख मिलता है। ये नार्मल प्रोसेस है और प्रकृतिक तरिका है गर्भधाराण करने का। इसमें कई बार प्रेग्नेंसी जल्दी हो जाती है और कई बार प्रेग्नेंसी थोड़ी देर हो जाती है।
गर्भधारण में देर होने की वजह शारीरिक समस्या हो सकती है, शुक्राणु की समस्या हो सकती है, ऐज फैक्टर हो सकता है, महिला में कोई दिक्क्त हो सकती है या किसी कारणवश अंडा निषेचित नहीं हो पाता है। अगर शादी के दो साल तक कोई बेबी नहीं हुआ तो आप डॉक्टर से मिलिए और अपनी समस्या का समाधान करवाइये। नार्मल इलाज के बाद आप माँ बन सकेंगी।
माँ बनने के तरीके
लेकिन इसके बाद भी चार साल तक माँ नहीं बन पाई हैं तो दूसरा तरीका है
IUI (Intrauterine Insemination)
आई यू आई गर्भधारण करने का कृत्रिम तरीका है। ये तरीका तब अपनाया जाता है जब शुक्राणु प्राकृतिक रूप से अंडे को निषेचित नहीं कर पाता है। इस प्रक्रिया में डॉक्टर पुरुष के शुक्राणु को बहुत छोटे से सर्जिकल प्रोसेस के माध्यम से महिला के अंडे में डाल देते है। ताकि शुक्राणु और अंडे का मिलन हो जाए और अंडा निषेचित हो जाए। IUI का खर्च दस हजार से लेकर पचास हजार रूपए तक हो सकता है।
अगर नार्मल तरीका अपनाने और IUI कराने के बाद भी गर्भ नहीं ठहर रहा है और गर्भधारण नहीं किये हुए 5 साल से ज्यादा हो गए हैं तो आपके पास दुसरा ऑप्शन है IVF का। इस तरीके के लिए आप किसी अच्छे डॉक्टर से मिलें, आप माँ बन सकेंगी।
IVF (In-Vitro-Fertilization)
IVF भी गर्भधारण करने का कृत्रिम तरीका है। इस प्रक्रिया में महिला के अंडाशय से अंडो को निकाला जाता है और पुरुष के शुक्राणुओं से लैब में निषेचित किया जाता है। निषेचन के बाद जब भ्रूण विकसित होने लगता है तब उसे महिला के गर्भ में डाल दिया जाता है। इस प्रक्रिया में महिला के अंडे और पुरुष के शुक्राणु का इस्तेमाल किया जाता है। अगर किसी महिला के अंडे या पुरुष के शुक्राणु में कोई समस्या हो तो डोनर के अंडे या शुक्राणु का प्रयोग IVF में किया जाता है। IVF प्रक्रिया किसी अच्छे डॉक्टर से ही करवाएं। क्योंकि ये प्रक्रिया बहुत कॉस्टली होती है, जिसका खर्च एक लाख से पांच लाख तक जा सकता है।
Surrogacy
निसंतान दंपत्ति के लिए सेरोगेसी भी अच्छा विकल्प हैं। सेरोगेसी की मदद से निसंतान दम्पत्ति भी संतान सुख भोग सकते हैं। सेरोगेसी उन परिस्थितियों में की जाती है जब महिला किसी कारणवश गर्भधारण करने में सक्ष्म ना हो। इसके लिए किसी दूसरी महिला के गर्भ में अंडा बाहर निषेचित करवाकर प्रत्यारोपित किया जाता है। या पुरुष के शुक्राणु IUI प्रोसेस के द्वारा दूसरी महिला के अंडे से निषेचित करवाया जाता है।
नौ महीने तक दूसरी महिला उस शिशु को गर्भ में पालती है और जन्म देने के बाद उसके असली माता-पिता को सौप दी जाती है। आप चाहें तो इसके लिए अपने किसी रिश्तेदार की मदद ले सकते हैं। या किसी महिला को किराए पर ले सकते हैं जिसको सेरोगेट मदर कहते हैं। सरोगेसी का खर्च करीब पांच लाख से लेकर पंद्रह लाख तक होता है।
तो दोस्तों, ये कुछ तरीके हैं जिनकी मदद से आप संतान सुख प्राप्त कर सकती हैं और माँ बन सकती है। इन सभी तरीकों के लिए आप किसी अच्छे डॉक्टर से कंसल्ट करें और प्रोसेस शुरू करें। आप जल्द ही माँ बनेंगी। हमारी शुभकामनाएं आपके साथ हैं।