महिलाओ में इनफर्टिलिटी ( बांझपन ) के मुख्य कारण

माँ बनना महिलाओ के लिए इस दुनिया का एक खास अहसास है, और महिला के इस अनुभव को लेकर उससे जुड़ा हर एक व्यक्ति बहुत उत्साहित भी होता है, परन्तु कई बार कुछ कमियों या शारीरिक कारणों की वजह से महिला को गर्भधारण करने में परेशानी आती है या वो गर्भवती नहीं हो पाती है, इसी अवस्था को बांझपन कहा जाता है, जब महिला के मनन बनने के कोई चांस नहीं होते है।

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महिला का माँ न बनना ये महिला के होने वाली शारीरिक प्रक्रिया पर निर्भर करता है, जैसे की अंडाणु का न निकलना, गर्भाशय से जुडी कोई समस्या होने पर, फेलोपियन टयूब के खराब होने पर या कई बार महिला और पुरुष के बीच सही समय पर सम्बन्ध न बनाने के कारण अंडा निषेचित नहीं हो पाता है जिसके कारण महिला के माँ बनने में समस्या आ सकती है, आप चाहे तो इस समस्या के होने पर एक बार डॉक्टर से भी अच्छे से राय ले सकती है, इसके अलावा और भी कई कारण हो सकते है जिसके कारण महिला को बांझपन की समस्या हो सकती है, आइये विस्तार से जानते के की महिला के माँ बनने में कौन कौन सी परेशानियां आ सकती है।

अंडाणु के न निकलने के कारण:-

मासिक धर्म के चक्र दौरान होने वाले ओव्यूलूशन पीरियड के दौरान अंडा बनाता है, और जब वो अंडा निषेचित होता है, तभी महिला गर्भवती होती है, परन्तु कई बार महिला का ओव्यूलूशन पीरियड के दौरान अंडा नहीं बनता है, जसके कारण निषेचन नहीं हो पाता है, और यदि ऐसा नहीं होता है तो महिला को बांझपन की समस्या हो जाती है।

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सबंध बनाने में कमी:-

यदि आपके सम्बन्धो में कमी है, तो उसके कारण भी अंडे को निषेचित होने का समय नहीं मिल पाता है, जिसके कारण भी महिला को गर्भाधारण करने में समस्या का सामना करना पड़ सकता है, इसीलिए इस बारे में आप चाहे तो एक बार अपने डॉक्टर से भी बातचीत कर सकते है।

गर्भाशय से जुडी परेशानी होने पर;-

यदि महिला को गर्भाशय से जुडी कोई समस्या है तो इसके कारण भी महिला को बांझपन हो सकता है, क्योंकि जैसे ही निषेचन की प्रक्रिया होती है, तो तो गर्भाशय की परान्त से जुड़ कर शिशु के विकसित होने क पहला चरण शुरू होता है, जिसके कारण यदि गर्भ ठहर भी जाता है, तो शिशु को सही से पोषण नहीं मिल पता है, और कई बार महिला को गर्भाशय में गलत स्थान पर या बड़े आकर में हुई रसोली के कारण भी महिला को इस परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

फेलोपियन टयूब से जुडी परेशानी होने पर:-

पुरुष के शु* क्राणु महिला के मासिक चक्र में विकसित होने वाले अंडो से फेलोपियन टयूब में मिलते है, परन्तु यदि महिला को इस नली के बंद होने या खराब होने जैसी परेशानी हो जाती है, तो इसके कारण भी महिला को बांझपन की समस्या का सामना करना पड़ता है, क्योंकि इसके बंद होने के कारण निषेचन की प्रक्रिया नहीं हो पाती है।

कैंसर की समस्या होने पर:-

सर्विक्स कैंसर, फ़िब्रोइड कैंसर आदि की समस्या यदि महिला को हो जाती है, तो इसका इलाज करवाने के बाद महिला के प्रजनन अंगो पर बुरा प्रभाव पड़ता है, जैसे की गर्भाशय की परत के खराब हो जाती है, जिसके कारण भी महिला को बांझपन की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

पेरीमेनोपॉज होने पर:-

रजोनिवृति से पहले भी महिला को गर्भधारण करने में परेशानी हो सकती है, और इसका कारण एस्ट्रोजेन, प्रोजेस्ट्रोन के उत्सर्जन का कम हो जाना होता है, जिसका असर पीरियड्स और महिलाओ के ओवुलेशन पीरियड पर पड़ता है, नियमित माहवारी, प्रजनन सम्बन्धी अन्य प्रक्रियाओं के मंद पड़ने के कारण भी महिलाओ को बांझपन की समस्या हो जाती है।

संक्रमण होने के कारण:-

महिलाओ में बांझपन का कारण उनमे से  *क्सुअली ट्रांसमिटिड बिमारी होने के कारण भी महिला को ये समस्या हो सकती या इसके अलावा कोई और शारीरिक बिमारी या खनिजों की कमी के कारण भी महिलाओ को इस समस्या का सामना करना पड़ा सकता है।

तो ये कुछ कारण है जिनकी वजह से महिला को इनफर्टिलिटी की समस्या हो जाती है, परन्तु कई बार ऐसा भी होता है की महिला में कोई कमी नहीं होती है, बल्कि पुरुष में कमी होती है, इसके लिए जरुरी है की दोनों पति पत्नी किसी भी निर्णय पर आने से पहले अपनी शारीरिक जांच करवाएं, ताकि कमी का पता चल सकें, और यदि उसका इलाज संभव है तो इलाज करके इस समस्या से निजात पाया जा सकें।

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