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कई लोगों को सोते समय मुंह से लार आती है। ऐसा हर किसी के साथ नहीं होता। बच्चों में इसका होना आम है लेकिन अगर ये समस्या बड़ों में हो तो हो सकता है ये किसी गंभीर बिमारी का संकेत हो। सोते हुए मुंह से लार निकलना आम बात है लेकिन हर समय लार बनना किसी परेशानी से कम नहीं है।
दरअसल हमारे शरीर में लार बनाने वाले कुछ ग्लैंड होते है जो जागने की चलने में रात को सोते समय अधिक सक्रीय होते है। इसीलिए सोते समय लार का सबसे अधिक निर्माण होता है। आपके मन में यह प्रश्न अवश्य उठ रहा होगा की जागते हुए ऐसा क्यों नहीं होता। जिसका कारण है की जब जागते हुए आपके मुंह में लार बनती है तो आप उसे निगल लेते है। लेकिन रात के समय आप निंद्रा अवस्था में होते है जिसके कारण लार बहने लगती है।
लेकिन ध्यान देने वाली बात ये है की लार तभी निकलती है जब आप करवट लेकर सोते है। पीठ के बल लेटने से लार कभी नहीं निकलती। लेकिन कर बार इसकी वजह से बहुत सी समस्यायों और शर्म का सामना करना पड़ता है। तो अगर आपके मुंह में भी बार बार पानी (लार) आता है तो आज हम आपको कुछ घरेलू उपाय बताने जा रहे है जिनकी मदद से आप इस समस्या से निजात पा सकेंगे।
मुंह में बार-बार पानी आने के कारण :-
शरीर में लार बनाने के लिए कुछ विशेष ग्लांड्स होते है तो जागते समय की तुलना में रात को सोते समय अधिक सक्रिय होते है। लार बहने और मुंह में बार बार पानी आने के कई कारण हो सकते है जैसे –
- कुछ खाने पीने की चीजों से होने वाली एलर्जी।
- रात तो सोते समय मुंह से साँस लेना।
- एंटीडिप्रेसेंट और दवाओं का सेवन करना।
- पेट में कीड़े होना।
- इन्फेक्शन और अपच की समस्या।
मुंह में बार बार पानी आने का घरेलू इलाज :-
1. एनिमा क्रिया अपनायें :
अगर आपके मुँह में बार बार पानी आता है तो देर से पचने वाले भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए। इसके बदले जल्दी और आसानी से पचने वाले भोजन का सेवन करना चाहिए। गर्भवती स्त्री के मुंह में अधिक लार आने पर उसे अपना पेट साफ़ रखना चाहिए। इसके लिए ये एनिमा प्रक्रिया का प्रयोग कर सकती है।
2. तुलसी के पत्ते :
तुलसी के 2 से 3 पत्तो को चबाने के बाद थोड़ा पानी पी लें। ऐसे कम से कम दिन में 3-4 बार करें। इसे उपाय से अधिक लार बहने में मदद मिलेगी। तुलसी के पत्ते लार के pH को पुनः निर्माण करके उन्हें संतुलित करके मुंह के अंदर हो रही है रिएक्शन को थीक करते है। जिससे सलाइवा कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
3. फिटकरी :
इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए फिटकरी भी बेहद लाभकारी उपाय है। इसके लिए फिटकरी को पानी में मिलाकर उससे कुल्ला करें। ऐसा करने से मुंह में लार आना बंद हो जाएगी। भोजन के बाद आधा चम्मच सौंफ और एक लौंग का सेवन करें इससे पाचन क्रिया में सुधर होगा।
4. सुहागा और शहद :
500 मिलीलीटर पानी में 125 ग्राम सुहागा मिलाकर गरारे करने और बीच-बीच में कुल्ला करने से मुंह में अधिक लार आना (लार श्राव) बंद हो जाता है। इसके अलावा सुहागे को शहद में मिलाकर रखें और जीभ और मुंह के अंदर के चालों पर दिन में 3-4 बार लगाएं। इससे छाले के कारण आने वाली लार और कब्ज की समस्या दूर होगी।