नवरात्रि का व्रत माँ के नौ अलग अलग रूपों को प्रसन्न करने व् उनकी कृपा पाने के लिए किया जाता है। अधिकतर महिला, पुरुष, बच्चे तक भी यह व्रत करते हैं। साथ ही यह व्रत पूरे नौ दिन तक चलता है उसके बाद कुछ लोग अष्टमी तो कुछ नवमी के दिन कन्या पूजा करके इस व्रत का उदयापन कर देते हैं। कई गर्भवती महिलाएं भी इस व्रत को करने की इच्छा जताती है और रखना भी चाहती है। तो आइये अब इस आर्टिकल में हम जानते हैं की प्रेगनेंसी में नवरात्रि का व्रत महिला को करना चाहिए या नहीं और यदि हाँ तो महिला को क्या क्या जानकारी होनी जरुरी है।
क्या गर्भवती महिला नवरात्रि का व्रत रख सकती है?
गर्भावस्था महिला के लिए बहुत ही नाजुक समय होता है ऐसे में कुछ महिलाएं व्रत रखने के बारे में सोचती है तो उन्हें व्रत रखने से पहले अपने स्वास्थ्य के बारे में सोचना चाहिए। की क्या महिला पूरी तरह स्वस्थ है, महिला को शारीरिक परेशानियां ज्यादा तो नहीं होती हैं, डॉक्टर्स क्या कहते हैं, आदि। उसके बाद महिला को व्रत रखने के बारे में सोचना चाहिए। डॉक्टर हाँ कहे तो व्रत रखें नहीं तो रहने दें।
उसके बाद भी महिला को पूरे नौ दिन के व्रत नहीं करने चाहिए बल्कि पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद भी महिला का यदि मन है तो महिला एक या दो दिन फ़ास्ट कर सकती है। लेकिन यदि महिला को थोड़ी भी दिक्कत होती है तो महिला को व्रत करने के बारे में सोचना भी नहीं चाहिए क्योंकि व्रत तो महिला अगले साल भी रख सकती है लेकिन व्रत रखने पर यदि महिला को कोई दिक्कत हो जाये तो इसकी वजह से माँ व् शिशु दोनों को खतरा हो सकता है।
व्रत रखने पर महिला को क्या-क्या जानकारी जरूर रखनी चाहिए?
यदि कोई गर्भवती महिला डॉक्टर्स से राय लेने के बाद व्रत रखती है तो महिला को बहुत सी बातों का ध्यान भी रखना जरुरी होता है ताकि माँ या बच्चे को व्रत रखने पर कोई भी परेशानी नहीं हो। तो आइये अब उन बातों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
कितने व्रत रखने सही है?
प्रेग्नेंट महिला को सबसे पहले तो कितने व्रत रखने चाहिए उसके बारे ध्यान रखना चाहिए क्योंकि कई महिलाएं व्रत के दौरान दवाई नहीं खाती है। और प्रेगनेंसी के दौरान विटामिन्स लेना बहुत जरुरी होता है ऐसे में महिला को एक या दो दिन से ज्यादा व्रत रखने के बारे में नहीं सोचना चाहिए। और यदि महिला ज्यादा व्रत रखती भी है तो महिला को दवाई का सेवन बंद नहीं करना चाहिए।
क्या खाएं क्या नहीं?
प्रेग्नेंट महिला को व्रत रखने पर अपने खाने पीने की भी पूरी जानकारी होनी चाहिए जैसे की नवरात्रि के व्रत में अन्न नहीं खाया जाता है बल्कि कुट्टू या सिंघाड़े के आटे का सेवन किया जाता है। लेकिन कुट्टू के आटे की तासीर बहुत गर्म होती है ऐसे में गर्भ में शिशु को उससे नुकसान पहुँच सकता है। साथ ही ज्यादा तला भुना जैसे की चिप्स, नमकीन आदि का सेवन भी महिला को ज्यादा नहीं करना चाहिए क्योंकि इसकी वजह से महिला को पाचन सम्बन्धी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
थोड़ा थोड़ा करके खाते रहें
व्रत के दिनों में लोग एक ही बार खाना खाते हैं लेकिन गर्भवती महिला को ज्यादा सख्त नियम के साथ व्रत नहीं करना चाहिए। बल्कि महिला को थोड़ी थोड़ी देर में कुछ न कुछ खाते रहना चाहिए जैसे की फल, साबूदाना, नारियल पानी, जूस, दही, छाछ, आदि।
शरीर में पानी की कमी नहीं होने दें
व्रत रखने पर महिला को अपने शरीर में गलती से भी पानी की कमी नहीं होने देनी चाहिए। क्योंकि यदि महिला के शरीर में पानी हो जाती है तो इसके कारण महिला की परेशानियां बढ़ जाती है। ऐसे में महिला को दिन भर में आठ से दस गिलास पानी, जूस, आदि पीते रहना चाहिए।
कौन सी तिमाही में व्रत रखना सही होता है
वैसे तो महिला को प्रेगनेंसी के दौरान कोई भी व्रत रखने से बचना चाहिए लेकिन यदि महिला का नवरात्रि रखने का मन है तो महिला यह व्रत कर सकती है। परन्तु हो सके तो महिला को पहली और तीसरी तिमाही में व्रत रखने से बचना चाहिए क्योंकि पहली तिमाही में शिशु का शुरूआती विकास हो रहा होता है ऐसे में यदि कोई कमी आ जाती है तो इसकी वजह से शिशु के विकास में कमी आ सकती है साथ ही तीसरी तिमाही में शिशु का विकास तेजी से हो रहा होता है। ऐसे में महिला चाहे तो दूसरी तिमाही में चाहे तो नवरात्रि का व्रत कर सकती है।
आराम भी है जरुरी
नवरात्रि व्रत में ऐसी बहुत सी चीजें हैं जिनका सेवन नहीं किया जाता है ऐसे में प्रेगनेंसी के दौरान व्रत रखने पर महिला को शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। जिसकी वजह से महिला थका थका सा महसूस कर सकती है। इसीलिए महिला के लिए जितना खान पान का ध्यान रखना जरुरी है उतना ही महिला के लिए आराम भी जरुरी है ऐसे में महिला को आराम का भी अच्छे से ध्यान रखना चाहिए और आम दिनों के मुकाबले थोड़ी ज्यादा देर आराम करना चाहिए।
तो यह हैं प्रेगनेंसी में व्रत रखने से जुडी जानकारी, यदि आप भी गर्भवती है और आप व्रत रखना चाहती हैं तो आपको भी इन बातों का ध्यान रखना चाहिए। ताकि प्रेगनेंसी के दौरान व्रत रखने पर आपको किसी भी तरह की कोई भी परेशानी नहीं हो।
Navratri fasting information for pregnant women