छोटे बच्चे की केयर करना किसी परीक्षा से कम नहीं होता है। खासकर जब आपका पहला बच्चा हो तब तो ज्यादा परेशानियां होती हैं। लेकिन फिर भी माँ अपने बच्चे को अच्छी से अच्छी केयर देने की कोशिश करती है। और धीरे धीरे बच्चे की हरकतों को समझने भी लग जाती है। परन्तु जब बच्चा जन्म लेता है तो शुरुआत में बच्चा छोटा होने के साथ बहुत नाजुक भी होता है, और बच्चे की इम्युनिटी पावर भी कम ही होती है।
ऐसे में बच्चे की केयर में थोड़ी सी भी चूक हो जाये तो इसके कारण बच्चे के बीमार होने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में बच्चे को बहुत ज्यादा केयर की जरुरत होती है साथ ही महिला को छोटी छोटी बातों का ध्यान रखने की जरुरत होती है ताकि बच्चा स्वस्थ रहें। तो आइये आज इस आर्टिकल में हम आपको नवजात बच्चे की केयर कैसे की जाये इस बारे में कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं।
जब भी बच्चे को उठाएं हाथों को धोएं
महिला इस बात का खास ध्यान रखें की नवजात शिशु को अच्छी केयर देने के लिए और बिमारियों से सुरक्षित रखने के लिए महिला जब भी बच्चे को उठाएं तो उससे पहले या तो अपने हाथों को साबुन से धोये या फिर अपने हाथों को सैनिटाइज़ करें।
बार बार बच्चे को चूमें नहीं
छोटे बच्चे बहुत क्यूट होते हैं इसीलिए उन्हें बार बार प्यार करने का मन करता है। लेकिन महिला इस बात का ध्यान रखें की न तो महिला और न ही कोई और बच्चे को बार बार चूमें। क्योंकि ऐसा करने से भी बच्चे के बीमार होने का खतरा रहता है।
बच्चे के कपड़ों का ध्यान रखें
बच्चे के पहनने वाले कपडे, बच्चे के नीचे बिछाने वाले कपड़ों का अच्छे से ध्यान रखें की वो अच्छे से धुले हुए हो। और हो सके तो बच्चे के कपड़ों को डेटोल में धोना चाहिए ताकि कपड़ों के कारण बच्चे को संक्रमण का खतरा न हो।
नैप्पी गीला तो नहीं हुआ है चेक करें
बार बार चेक करते रहे की बच्चा का नैप्पी गीला तो नहीं हुआ है। क्योंकि छोटे बच्चे जितना दूध पीते हैं उतना ही सुसु कर देते हैं। ऐसे में गीली नैप्पी में रहने के कारण बच्चे को इन्फेक्शन जैसी कोई परेशानी न हो। इससे बचने के लिए महिला को बच्चे की नैप्पी चेक करते रहना चाहिए।
घर में डाइपर न पहनाएं
आज कल ज्यादातर महिलाएं बाहर जाने के साथ घर में भी बच्चों को डाइपर पहनकर रखती है जो की बच्चे के लिए गलत है क्योंकि इसके कारण बच्चे को रैशेस जैसी परेशानी होने का खतरा रहता है। ऐसे में इस परेशानी से बचने के लिए महिला को जितना हो सके घर में बच्चे को डाइपर नहीं पहनाना चाहिए।
दूध समय पर पिलायें
छोटा बच्चा आपको बता तो नहीं सकता है की उसे भूख लगी है लेकिन अंदाज़े के अनुसार हर दो से ढाई घंटे बाद आप शिशु को दूध जरूर पिलायें। यदि शिशु सो रहा है और उसे तीन से ज्यादा घंटे हो गए हैं तो शिशु को उठायें और उसे दूध पिलायें।
बच्चे को स्तनपान कराते समय ध्यान रखें
छोटे बच्चे को ब्रेस्टफीड करवाते समय छोटी छोटी बातों का ध्यान महिला को जरूर रखना चाहिए। जैसे की बच्चे को दूध पिलाने के बाद डकार जरूर दिलवाएं, बच्चे को दूध पिलाते समय ध्यान रखें की बच्चे की नाक पर ज्यादा दबाव नहीं पड़े, बच्चा जब तक खुद दूध पीना बंद नहीं करें तब तक आप बच्चे को दूध पिलाना बंद नहीं करें, आदि। साथ ही यदि बच्चा ब्रेस्टफीड लेने की बजाय बोतल का दूध पीटा है तो बोतल की साफ़ सफाई का ध्यान रखने के साथ हर बार शिशु को ताजा दूध बनाकर ही दें।
हर किसी के हाथों में बच्चे को नहीं दें
जब घर में बच्चा आता है तो हर किसी का बच्चे को खिलाने का मन करता है लेकिन ध्यान रखें की बच्चे को हमेशा किसी न किसी की गोदी में न रखें। इसके कारण आपको परेशानी होगी क्योंकि बच्चे की आदत बिगड़ जाएगी। साथ ही हर किसी के हाथ में बच्चा देने से बच्चे को इन्फेक्शन होने का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में यदि किसी को बच्चा देना भी है तो पहले उनके अच्छे से हाथ धुलवाएं या सैनिटाइज़ करवाएं।
मालिश जरूर करवाएं
जन्म के बाद बच्चे की मालिश जरूर करवाएं या फिर घर में रोजाना नहलाने से पहले बच्चे की मालिश करें। क्योंकि मालिश करवाने से बच्चे की हड्डियां मजबूत होती है, बच्चे के शरीर में ब्लड फ्लो अच्छे से होता है, जिससे बच्चे के विकास को तेजी से होने में मदद मिलती है।
बच्चा सो रहा है तो उठायें नहीं
छोटे बच्चे से खेलने का शौक हर किसी को होता है लेकिन जब बच्चा छोटा है तो वो दिन भर में ज्यादा समय सोता ही हैं। ऐसे में ध्यान रखें की बच्चा जब सो रहा हो तो उसे किसी को उठाने नहीं दें क्योंकि इसके कारण बच्चा चिड़चिड़ा हो सकता है, बच्चे की सेहत खराब हो सकती है, आदि।
बच्चे को कहीं बाहर लेकर जाते समय ध्यान रखें
यदि आप बच्चे को बाहर लेकर जाते हैं तो ध्यान रखें की बच्चे को अच्छे से दूध पिलाकर लेकर जाएँ, ज्यादा धूप में नहीं लेकर जाएँ, बच्चे को ज्यादा कसकर दबाकर न पकड़ें की कहीं बच्चे को सांस लेने में ही दिक्कत होने लग जाये, आदि। जैसे की यदि आप बाइक पर बैठी है तो ध्यान रखें की बच्चे को उस तरह पकड़कर बैठें जिस तरीके से बच्चा अच्छे से सांस ले लें।
मौसम के अनुसार बच्चे की केयर करें
नवजात यदि गर्मी के मौसम में हुआ है तो गर्मी के मौसम के अनुसार बच्चे का ध्यान रखें। जैसे की बच्चे को सूती कपडे पहनाये, मच्छरों से बच्चे का बचाव करें, ज्यादा गर्मी में बच्चे को नहीं रखें, आदि। और यदि सर्दी का मौसम है तो सर्दी के मौसम के अनुसार बच्चे का ध्यान रखें जैसे की बच्चे को गर्म कपडे पहनाएं। बच्चे को धूप जरूर दिखाएं, बच्चे के हाथ पैर, सिर सब ढक कर रखें।
घर में कोई पालतू जानवर है तो उससे बच्चे को दूर रखें
बहुत से लोगो को घर में पालतू जानवर रखने का शौक होता है। लेकिन उस पालतू जानवर को बच्चे से दूर रखें। क्योंकि पालतू जानवर हो सकता है बच्चे को काट ले या फिर उसकी वजह से बच्चे को इन्फेक्शन हो जाये। और इस बात का खास ध्यान रखें की पालतू जानवर को हाथ लगाने के बाद किसी को भी बच्चे को हाथ नहीं लगाने दें।
बच्चे का टीकाकरण समय से करवाएं
जन्म के बाद नवजात बच्चे का सही समय पर टीकाकरण करवाएं। क्योंकि यदि बच्चे का टीकाकरण समय पर होता है। तो इससे बच्चे को बिमारियों से सुरक्षित रहने में मदद मिलती है।
तो यह हैं कुछ टिप्स जिनका ध्यान बच्चे के जन्म के बाद महिला को जरूर रखना चाहिए। क्योंकि इन टिप्स का ध्यान रखने से नवजात की केयर अच्छे से होती है। साथ ही बच्चे को बिमारियों से बचे रहने में मदद मिलती है।
Newborn Baby Care tips