पति को अपनी प्रेग्नेंट पत्नी का ध्यान ऐसे रखना चाहिए

उन्हें खुश रखने की कोशिश करें:-

गर्भावस्था के समय में जितना हो सकें महिला को खुश रहना चाहिए, क्योंकि इसके कारण महिला के स्वास्थ्य को बेहतर रहने में मदद मिलती है, साथ ही इसके कारण बच्चे का विकास भी अच्छे से होता है, इसीलिए गर्भवती महिला के पति को कोशिश करनी चाहिए, की वो उन काम को करें, जिनसे उनकी पत्नी को खुश रहने में मदद मिलें, और उन्हें किसी भी तरह की परेशानी न हो।

उनके साथ समय बिताएं:-

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गर्भावस्था के समय में महिला को जितना हो सकें, अकेला नहीं रहना चाहिए, क्योंकि अकेले रहने से महिला को दिमागी रूप से परेशानी हो सकती है, और कई बार महिला को गर्भावस्था के समय कुछ भी परेशानी हो सकती है, इसीलिए उनके पति को कोशिश करनी चाहिए की वो उनके साथ समय बिताएं, और जब वो काम पर जाते है तो अपने परिवार के सदस्यो को उनके साथ रहने के लिए कहे, इसके अलावा आपको ऑफिस से भी अपनी पत्नी को समय समय पर फ़ोन करते रहना चाहिए,क्योंकि ऐसा करने से आपकी पत्नी को ख़ुशी मिलती है, और ऑफिस से आने के बाद उन्हें समय दें, छुट्टी वाले दिन जितना हो सके उन्हें खुश रखते हुए उनके साथ समय बिताएं।

अच्छी अच्छी बुक्स पढ़ कर सुनाएँ:-

गर्भावस्था के समय में महिला को केवल अच्छी बातों पर ध्यान देना चाहिए, क्योंकि इसका सीधा असर उसके गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ता है, इसीलिए महिला को किताबे पड़ने के लिए प्रेरित करना चाहिए, और जब भी आपको समय मिलें, आपको भी उन्हें अच्छी अच्छी बुक्स को पड़ कर सुनाना चाहिए, और उन्हें कभी भी दुःख वाली कहानियां या इमोशनल करने वाली कवितायेँ नहीं सुनानी चाहिए, क्योंकि इसके कारण उसे कई बार परेशानी का अनुभव हो सकता है।

उनके साथ अपने गर्भ में पल रहे शिशु के बारे में बातें करें:-

महिला गर्भ में क्या अनुभव कर रही है इस बारे में भी पुरुष को उससे बात करनी चाहिए, बच्चा अंदर किस प्रकार से मूवमेंट कर रहा है इस बारे में भी आपको उनसे पूछना चाहिए, और उनके साथ मिल कर इस अहसास को जीना चाहिए, और कई बार महिला के पेट पर स्पर्श करके बच्चे के द्वारा दी जा रही प्रतिक्रिया पर भी आपको ध्यान देना चाहिए, और उसे अपनी पत्नी के साथ शेयर करना चाहिए, इससे आपकी पत्नी को भी खुश रहने में मदद मिलती है, और साथ ही इसके कारण आप दोनों को अपने होने वाले शिशु से भावनात्मक रूप से भी जुड़ने में मदद मिलती है।

धैर्य से काम लें:-

महिला के मूड में भी गर्भावस्था के दौरान बहुत से बदलाव आते है, जैसे की कई बार उन्हें गुस्सा आ जाता है, या वो चिड़चिड़ी हो जाती है, ऐसे में गर्भवती महिला के पति को ध्यान रखना चाहिए, की वो इस बार को बहुत ही धैर्य से संभालें, क्योंकि महिला का ये स्वाभाव थोड़े ही समय के लिए होता है, ऐसे में उन्हें कोशिश करनी चाहिए, की वो महिला को प्यार से हैंडल करें, क्योंकि यदि आप भी क्रोधित हो जायेंगे, तो इसके कारण महिला की मानसिक स्थिति के ख़राब होने का डर रहता है, इसीलिए जितना हो सकें आपको उन्हें प्यार से सँभालने की कोशिश करनी चाहिए।

महिला की समय समय पर जांच भी करवाएं:-

गर्भावस्था के दौरान महिला की सेहत कभी ख़राब हो जाती है तो कभी ठीक, और गर्भ में पल रहे शिशु की स्थिति को जानने के लिए भी आपको डॉक्टर्स के सुझाव अनुसार समय समय पर महिला की जांच करवाते रहना चाहिए, ऐसा करने से महिला का स्वास्थ्य भी ठीक रहता है, यदि महिला कभी भी असहज महसूस करती है, तो आपको बिना लापरवाही किये महिला को तुरंत ही डॉक्टर को जाकर चेक करवाना चाहिए, क्योंकि गर्भावस्था के समय की थोड़ी सी लापरवाही कभी कभी नुकसानदायक हो सकती है।

तो ये कुछ टिप्स है उन पति के लिए जिन्हें ये नहीं पता होता है की गर्भावस्था के दौरान महिला को किस प्रकार संभालना होता है, और गर्भ में पल रहे शिशु को स्वस्थ रखने और उसके साथ भावनात्मक सम्बन्ध बना सकते है, ऐसा करने से महिला को खुश रखने में मदद मिलती है, जिसका सीधा असर महिला के स्वास्थ्य पर पड़ता है, और गर्भ में पल रहे शिशु के विकास में भी मदद मिलती है, तो यदि आप भी पिता बनने वाले है तो आप भी इन टिप्स का इस्तेमाल करके अपनी पत्नी को खुश रखने में मदद कर सकते है।

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