जिनका पहला बच्चा है उनके लिए जरुरी टिप्स, पहली बार गर्भधारण के दौरान इन बातों का ध्यान रखें, प्रेगनेंसी के लिए जरुरी टिप्स, ऐसे रखें प्रेगनेंसी के दौरान अपना ध्यान
गर्भधारण करना किसी भी महिला के लिए बहुत ही ख़ुशी का लम्हा होता है, लेकिन पहली बार माँ बनने का अहसास सबसे अलग होता है। यदि आप पहली बार माँ बनने जा रही है तो आपको बहुत सी चीजों का खास ध्यान रखना पड़ता है। प्रेगनेंसी के पहले महीने से लेकर आखिरी महीने तक आपके लिए क्या सही है क्या नहीं इसका पता होना बहुत जरुरी होता है। और जैसे ही आपकी प्रेगनेंसी के बारे में आपके घर में पता चलता है, वैसे ही घर के बड़े आपको राय देना शुरू कर देते हैं। क्या आप भी पहली बार माँ बनने जा रही हैं? और आपको समझ नहीं आ रहा है की आपको क्या करना चाहिए और क्या नहीं तो लीजिए आज हम आपको पहली बार माँ बनने पर किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
डॉक्टर से मिलें
पीरियड्स मिस होने के एक हफ्ते या दस दिन बाद आप घर में किट से चेक करते हैं की आप प्रेग्नेंट है या नहीं, और अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आती है। तो उसके बाद बिना देरी करते हुए आपको एक अच्छे से डॉक्टर से मिलना चाहिए ताकि प्रेगनेंसी के कन्फर्म होने के साथ प्रेगनेंसी में आपके लिए क्या जरुरी है, कौन से टेस्ट करवाने हैं, इंजेक्शन लगवाने हैं, दवाइयां लेनी है उनके बारे में पता चल सके।
खान पान का रखें ध्यान
प्रेगनेंसी के शुरूआती दिनों में बहुत तेजी से बॉडी में हार्मोनल बदलाव होते हैं। जिसके कारण महिला को बहुत सी शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, जैसे की कमजोरी, पेट में हल्का दर्द, उल्टी, मतली, सिर दर्द, थकान आदि। तो ऐसे में इस परेशानी से बचने के लिए और गर्भ में भ्रूण को सुरक्षित रखने के लिए आपको खान पान में भरपूर पोषक तत्वों को शामिल करना चाहिए, और दिन में हर दो से तीन घंटे बाद कुछ न कुछ खाते पीते रहना चाहिए।
भाग दौड़, यात्रा आदि न करें
गर्भावस्था के दौरान महिला द्वारा की गई अधिक भागदौड़, ज्यादा यात्रा शुरूआती दिनों में गर्भपात का कारण बन सकता है। साथ ही उसके बाद जैसे जैसे शिशु का गर्भ में विकास होता है, तो अधिक भागदौड़ आदि के कारण शिशु और गर्भवती महिला दोनों को परेशानी हो सकती है। इसीलिए महिला को पूरी प्रेगनेंसी के दौरान ज्यादा यात्रा करना, भागदौड़ करना, प्रदूषण वाले स्थान पर जाना, ज्यादा तेजी से चलना, सीढ़ियां अधिक चढ़ना आदि से परहेज करना चाहिए।
खाने में इन चीजों से रखें परहेज
प्रेगनेंसी के दौरान ऐसा आहार खाना चाहिए जिससे शिशु का विकास बेहतर होने के साथ गर्भवती महिला को किसी भी तरह की परेशानी न हो। और इसके लिए आपको प्रेगनेंसी के दौरान मरकरी युक्त मछली, कच्चा पपीता, कटहल, ज्यादा मात्रा में अंगूर, कच्चे अंडे, अनानास आदि चीजों से परहेज रखना चाहिए। इनके सेवन से गर्भपात होने चांस बढ़ जाते हैं।
व्यायाम न करें
प्रेगनेंसी के दौरान बॉडी को फिट रखने के लिए यदि आप बहुत कड़ा व्यायाम आदि करते हैं तो इसके कारण आपको परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। शुरूआती दिनों में अधिक व्यायाम आदि करने पर बॉडी पर जोर पड़ता है जिसके कारण आपको ब्लीडिंग जैसी समस्या का सामना पड़ सकता है, और उसके बाद जब महिला का वजन बढ़ता है तो अधिक शारीरिक श्रम के कारण पेट पर जोर पड़ता है, जिसके कारण गर्भ में शिशु को परेशानी हो सकती है।
गलत चीजों का सेवन न करें
शिशु के बेहतर शारीरिक और मानसिक विकास के लिए महिला को अधिक मात्रा में कैफीन का सेवन नहीं करना चाहिए। यदि आप घूम्रपान, शराब, तम्बाकू, व् अन्य किसी नशीले पदार्थ का बहुत अधिक सेवन करते हैं। तो इसके कारण प्रेगनेंसी के दौरान आपको परेशानी होने के साथ गर्भ में शिशु के विकास में भी कमी आती है।
तनाव न लें खुश रहें
तनाव प्रेगनेंसी के दौरान गर्भपात का कारण बनने के साथ शिशु के मानसिक विकास में भी कमी ला सकता है। साथ ही गर्भवती महिला को तनाव होने के कारण उसकी शारीरिक समस्याएं भी बढ़ सकती हैं। इसीलिए गर्भवर्ती महिला को स्वस्थ रहने के लिए और शिशु के बेहतर विकास के लिए आपको प्रेगनेंसी के दौरान जितना हो सके खुश रहने की कोशिश करनी चाहिए।
कपड़ो का रखें ध्यान
गर्भावस्था के दौरान आपको कपड़ो का भी खास ध्यान रखना चाहिए आपको ज्यादा टाइट व् चुभने वाले कपडे नहीं पहनने चाहिए। क्योंकि यदि आप ऐसा करते हैं तो इसके कारण पेट पर दबाव साथ ही आपको भी असुविधा महसूस हो सकती है। इसीलिए प्रेगनेंसी के दौरान आपको खुले और सूती कपडे पहनने चाहिए।
पानी की कमी न होने दें शरीर में
पानी का सेवन भरपूर मात्रा में करने से वह बॉडी को हमेशा ऊर्जावान बनाएं रखने में मदद करता है। इसीलिए आपको प्रेगनेंसी के दौरान भी शरीर में पानी की कमी नहीं होने देनी चाहिए। और पानी की कमी को पूरा करने के लिए दिन में आठ दस गिलास पानी पीने के साथ ताजे फलों का रस, नारियल पानी, फलों का भरपूर सेवन करना चाहिए। और प्रेगनेंसी के दौरान बॉडी में पानी की मात्रा पूरी होने के कारण आपको बहुत सी परेशानियों से बचाव करने में मदद मिलता है।
गलत चीजें न देखें
लड़ाई, झगड़ा, मार काट वाले सीरियल, भूत की फिल्मे आदि भी प्रेगनेंसी के दौरान नहीं देखनी चाहिए। क्योंकि इसके कारण आपके मस्तिष्क पर प्रभाव पड़ता है जिसके कारण शिशु को भी परेशानी हो सकती है ऐसे में प्रेगनेंसी के दौरान आपको मधुर संगीत सुनना चाहिए, किताबे पड़नी चाहिए जिससे शिशु के बेहतर विकास में आपको मदद मिल सके।
सोते समय बरतें सावधानी
प्रेगनेंसी के समय वजन बढ़ने के बाद महिला को सोते समय परेशानी हो सकती है, ऐसे में महिला को अपनी नींद के प्रति लापरवाही न करते हुए रात के साथ दिन में भी थोड़ी देर आराम जरूर करना चाहिए। इससे महिला को आराम मिलता है, इसके अलावा सोने की पोजीशन का भी महिला को ध्यान रखना चाहिए। जैसे की सारी रात एक ही पोजीशन में न सोएं, सीधे न सोएं, पेट के बल न सोएं, अधिक देर दाईं और करवट लेकर न सोएं, ऐसा करने से आपकी परेशानी बढ़ सकती है। और प्रेगनेंसी के दौरान सोने की सही पोजीशन होती है की महिला बाईं और करवट लेकर सोएं।
समय पर करवाएं जांच
प्रेगनेंसी के दौरान किसी भी तरह की परेशानी होने पर आपको तुरंत डॉक्टर से राय लेनी चाहिए। साथ ही प्रेगनेंसी के दौरान सही समय पर अपनी जांच करवाते रहना चाहिए, ताकि आपको प्रेगनेंसी के दौरान आने वाली हर समस्या से बचाव करने में मदद मिल सके।
आखिरी महीने में रखें ध्यान
प्रसव का समय पास आते ही आपको हॉस्पिटल के लिए जरूरी सामान के एक बैग तैयार कर लेना चाहिए। साथ ही यदि कभी आपको पेट या कमर में तेज दर्द हो, स्पॉटिंग या प्राइवेट पार्ट से सफ़ेद पानी निकलने की समस्या अधिक हो तो इसे नज़रअंदाज़ न करते हुए जल्द से जल्द डॉक्टर से मिलना चाहिए, क्योंकि यह इस बात का संकेत होता है की शिशु गर्भ से बाहर आने के लिए पूरी तरह तैयार होता है।
डिलीवरी होने के बाद रखें ध्यान
डिलीवरी के बाद में महिला के शरीर में काफी कमजोरी आ जाती है, जिसके कारण उसे पूरी तरह रिकवर होने में समय लगता है। ऐसे में आपको अकेले नहीं रहना चाहिए और शिशु और अपनी बेहतर केयर के लिए किसी को हमेशा अपने पास रखना चाहिए। साथ ही अपना खान पान बेहतर रखना चाहिए, और साफ सफाई का ध्यान रखना चाहिए ताकि महिला और शिशु दोनों को ही किसी भी तरह के संक्रमण से बचाव करने में मदद मिल सके।
तो यह हैं कुछ खास टिप्स जिसका ध्यान उस महिला को रखना चाहिए जो की पहली बार माँ बनने जा रही है, क्योंकि दूसरी बार इस अनुभव के होने पर महिला को बहुत जानकारी हो जाती है। इसके अलावा जन्म के बाद शिशु की बेहतर केयर के लिए और महिला को स्वस्थ रहने के लिए शिशु को स्तनपान जरूर करवाना चाहिए।