पीरियड के ब्लड कलर से जानें अपने स्वास्थ्य के बारे में, महिलाएं अपनी लाइफ में बहुत सी शारीरिक परेशनियों का सामना करती हैं। जिनमे से एक पीरियड्स होती है, यह समस्या हर महिला को होती है। और हर महीने महिला इस परेशानी का सामना करती है। साथ ही पीरियड्स के दौरान महिला बॉडी में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण मूड स्विंग्स, चिड़चिड़ेपन के साथ बॉडी में होने वाले दर्द का सामना भी कर सकती है। लेकिन अधिकतर महिलाएं पीरियड्स में ब्लड से जुडी कुछ बातें नहीं जानती है।
और केवल इतना ही जानती हैं की पीरियड्स के दौरान महिला के प्राइवेट पार्ट से गाढ़ा लाल खून निकलता है जिसमे कई बार खून के थक्के भी आ सकते हैं। लेकिन कई बार महिला को पीरियड्स के दौरान आने वाले ब्लड का रंग अलग हो सकता है। और इसी खून के रंग से महिला अपने स्वास्थ्य से जुडी जानकारी पता कर सकती है। तो आइये अब इस आर्टिकल में हम आपको पीरियड्स के दौरान ब्लड का रंग आपको आपके स्वास्थ्य के बारे में क्या बताता हैं उससे जुडी बातें करने जा रहे हैं।
पीरियड के ब्लड कलर का लाल रंग
- जब पीरियड्स के दौरान आने वाले खून का रंग लाल होता है।
- तो इसमें घबराने की बात नहीं होती है इसका मतलब यह होता है की आप स्वस्थ हैं और आपके प्रजनन अंग अच्छे से काम कर रहे हैं।
गाढ़ा भूरा रंग
- यदि पीरियड्स के समय आपको ब्लड का रंग गाढ़ा भूरा महसूस होता है।
- तो यह इस बात की और संकेत करता है की यह खून गर्भाशय में पहले से ही जमा हुआ था।
- इसमें घबराने की बात नहीं होती है और यह खून पीरियड्स के पहले दिन शुरुआत में आपको महसूस हो सकता है।
- और ऐसा उन महिलाओं के साथ अधिक होता है जिन्हे हर महीने पीरियड्स देरी से आते हैं।
पीरियड के ब्लड कलर का काला रंग
- पीरियड्स के समय यदि आपके ब्लड का रंग काला हो, ब्लड आने के साथ प्राइवेट पार्ट से बदबू महसूस हो तो इसे बिल्कुल भी अनदेखा नहीं करना चाहिए।
- क्योंकि इस रंग का ब्लड आना प्राइवेट पार्ट में, गर्भाशय में या किसी अन्य प्रजनन अंग में संक्रमण का कारण हो सकता है।
- साथ ही यदि आप प्रेग्नेंट हैं और आपको काले रंग के खून के धब्बे महसूस होते हैं।
- तो यह गर्भपात का संकेत हो सकते हैं।
- ऐसे में जितना हो सके आपको इसे बिल्कुल भी अनदेखा नहीं करना चाहिए और जल्द से जल्द डॉक्टर से मिलना चाहिए। ताकि आपको किसी भी तरह की शारीरिक परेशानी न हो सके।
हल्का गुलाबी रंग
- यदि पीरियड्स का रंग आपको हल्का गुलाबी महसूस होता है तो यह बॉडी में एस्ट्रोजन का उत्पादन कम होने के कारण हो सकता है।
- ज्यादातर ऐसा उन महिलाओं या लड़कियों के साथ होता है जो खेल कूद करती हैं या बहुत ज्यादा शारीरिक श्रम करती है।
- लेकिन इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए क्योंकि बॉडी में हार्मोनल अंसतुलन आपकी दिक्कतों को बढ़ा सकता है।
- ऐसे में इसके लिए एक बार डॉक्टर से राय जरूर लेनी चाहिए।
पीरियड के ब्लड कलर का रंग पानी की तरह होना
- यदि किसी महिला को पीरियड्स के दौरान खून का रंग लाल आने की बजाय पतला, लाल के साथ सफ़ेद रंग का नज़र आये तो यह शरीर में खून की कमी की और संकेत करता है।
- ऐसे में पीरियड्स के दौरान महिला को शारीरिक परेशानियां भी अधिक हो सकती है।
- जिसे महिला को अनदेखा नहीं करना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।
- साथ ही अपने आहार में आयरन को भरपूर मात्रा में शामिल करना चाहिए।
खून के थक्के
- कुछ महिलाओं को पीरियड्स के दौरान खून के साथ खून के थक्के भी आते हैं।
- छोटे छोटे खून के थक्कों का आना पीरियड्स में आम बात होती है।
- लेकिन बड़े बड़े खून के थक्के निकलना और हर बार पीरियड्स में ऐसा होना परेशानी का कारण हो सकता है।
- क्योंकि इसका कारण गर्भाशय में गाँठ, बॉडी में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन के स्तर में अंसतुलन हो सकता है।
- जिसके कारण महिला को सेहत सम्बन्धी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
तो यह हैं पीरियड्स में आने वाले ब्लड के रंग से जुडी कुछ खास बातें जो आपको पीरियड्स के दौरान आपको ध्यान रखनी चाहिए। ताकि आपको स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानियों से बचे रहने में मदद मिल सके।