Stomach Pain During Periods : पीरियड्स हर महिला के साथ होने वाली आम समस्या है जिससे चाहकर भी कोई दूर नहीं भाग सकता। परंतु इस समय होने वाला पेट दर्द वाकई किसी के लिए भी असहनीय होता है। कहने को तो पीरियड्स महीने में केवल एक बार ही आते है लेकिन इस दौरान होने वाला पेट दर्द बहुत परेशानी देता है। सामान्यतौर पर यह चक्र हर 28 दिन के बाद आता है लेकिन बहुत सी महिलाओं में यह 20 या 25 दिन बाद ही आ जाता है। ऐसे में पेट दर्द सामान्य दिनों से अधिक होता है।
सही समय पर यानी 28 दिन के गैप पर आने वाले मासिक धर्म को सही माना जाता है। डॉक्टर भी आपके प्रजनन तंत्र का स्वास्थ्य आपके मासिक धर्म से ही पहचानते है। इसके अलावा पीरियड्स में कमर के निचले हिस्से में भी दर्द होता है। जिसके कारण बहुत परेशानी होती है। अगर आपका दर्द भी सीमा से अधिक होता है और उससे छुटकारा पाने के लिए आप दवाओं का सेवन करती है तो एक बार उनकी जगह इन घरेलू उपायों का इस्तेमाल करके देखिये। यह उपाय पूरी तरह घरेलू और नेचुरल है जिनका स्वास्थ्य या किसी भी तंत्र पर कोई हानिकारक प्रभाव नहीं होता। यहाँ हम आपको उन्ही कुछ घरेलू उपायों के बारे में बता रहे है। तो आइये जानते है उनके बारे में – Remedies For Stomach Pain in Periods
पेट दर्द होने का कारण :
बहुत ही कम महिलाएं इसके बारे में जानती है लेकिन यह जानना जरुरी है की आखिर पीरियड्स के दौरान पेट दर्द होता क्यों है?
- पीरियड्स के दौरान शरीर के गर्भाशय से खून का स्त्राव होता है। जिसमे कमजोर अंडाणु रक्त के रूप में शरीर से बाहर की ओर निकलने लगते है। और इसी कारण पेट दर्द होने लगता है।
- कई बाद पीरियड्स रेगुलर नहीं होने की वजह से भी पेट दर्द होने लगता है।
- पीरियड्स के दौरान हैवी ब्लीडिंग होने पर भी पेट के निचले हिस्से में दर्द होता है।
पीरियड्स में पेट दर्द होने के उपाय :-
वैसे तो इसके लिए कोई निश्चित उपाय नहीं है। परंतु कुछ घरेलू उपाय है जिनकी मदद से पेट दर्द को दूर किया जा सकता है।
1. पोषक तत्वों की पूर्ति :
पीरियड्स के दौरान शरीर से रक्त का स्त्राव होता है जिसमे शरीर के जरुरी विटामिन्स और आयरन की खपत अधिक होती है। ऐसे में यदि इस कमी को समय पूरा न किया जाए तो अगले महीने के पीरियड्स में दर्द होने की सम्भावना बनी रहती है। इसलिए पीरियड्स के दौरान खानपान पर विशेष ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। इसके लिए दूध, दही, फलों का जूस और हरी सब्जियों का सेवन करना लाभकारी रहेगा।
2. पेट के निचले हिस्से की मालिश :
पीरियड्स के दौरान पेट के निचले हिस्से पर सूजन आ जाती है। और कई बार इसकी वजह से भी पेट दर्द होने लगता है। ऐसे में मालिश करके इस सूजन को दूर किया जा सकता है। इसके लिए हलके हाथों से पेट के निचले हिस्से में मालिश करें। मसाज के लिए आप जैतून या नारियल के तेल का इस्तेमाल कर सकते है। लेकिन ध्यान रहे मालिश से पूर्व तेल को हल्का गर्म कर लें। आराम जल्द मिल जाएगा।
3. पेट की सिकाई :
इस दौरान पेट की सिकाई बहुत लाभकारी होती है। इससे पेट का दर्द भी दूर हो जाता है और एंठन भी खत्म होती है। इसके लिए पीठ के बल लेट जाएं फिर गर्म तौलिया या गर्म पानी की बोतल लें। अब उससे अपने पेट के निचले हिसे पर सिकाई करें। ऐसा करने से थोड़ी बहुत गंदगी जो रह जाती है वो भी साफ़ हो जाएगी और दर्द में भी आराम मिलेगा। यह आपके लिए एक बेहतर दर्द निवारक के रूप में कार्य करेगा।
4. लिक्विड का सेवन करना भी है जरूरी :
इस दौरान शरीर की पानी की मात्रा ठीक उसी तरह कम होती है जिस तरह दस्त में कम होती है इसलिए इस दौरान लिक्विड का नियमित रूप से सेवन करते रहना चाहिए। विशेषकर पानी, लेकिन पानी ठंडा नहीं होना चाहिए इससे दर्द और बढ़ जाएगा। इसकी जगह गुनगुना पानी लें। इसके अतिरिक्त ग्रीन टी और अदरक-तुलसी वाली चाय का सेवन करने से भी पेट दर्द में आराम मिलता है। एक बात और, इस दौरान ठंडी चीजें खाना-पीना अवॉयड करना चाहिए।
5. आयुर्वेदिक उपचार :
अगर आप चाहे तो आयुर्वेदिक उपचार की मदद से भी पेट दर्द को दूर कर सकती है। इसके लिए एक चम्मच शहद, एक चम्मच हल्दी और दो चम्मच जीरा एक ग्लास पानी में डालकर उबाल लें। गाढ़ा होने तक पकाएं और उसके बाद छाने बिना कप में डालकर पी जाएं। दिन में 2 बार इस उपाय का इस्तेमाल करने से दर्द ठीक हो जाएगा।
इसके अलावा पीरियड्स में साफ़ सफाई का खास ध्यान रखना चाहिए क्योंकि इस समय शरीर काफी सेंसिटिव होता है ऐसे में इंफेक्शन होने का ख़तरा ज्यादा होता है। इसलिए अपनी साफ़ सफाई का ध्यान रखें। और हर पांच से छः घंटे में पेड बदलते रहें।