किसी भी महिला के लिए माँ बनना उसकी जिंदगी का सबसे सुखद व् खास अहसास होता है। नौ महीने गर्भ में शिशु को रखने के बाद प्रसव के दौरान महिला को बहुत सी जटिलताओं का सामना करना पड़ता है। गर्भ में शिशु के होने पर शिशु के साथ महिला कई नए अनुभव करती है इसीलिए वो समय महिला के लिए और भी खास हो जाता है। प्रसव दो तरह से होता है एक नार्मल और एक सिजेरियन, नार्मल डिलीवरी के दौरान महिला को कम टाँके लगते है, लेकिन सिजेरियन डिलीवरी में नार्मल डिलीवरी से ज्यादा टाँके लगते है।
ऐसे में महिला को फिट होने में समय लगता है। डिलीवरी के बाद ज्यादातर कपल इस बारे में सोचते हैं की वो कब शारीरिक सम्बन्ध बना सकते है। क्या आप भी ऐसा ही कुछ सोच रहें हैं? यदि हाँ तो आज हम आपके इसी सवाल का जवाब देने जा रहे हैं। डिलीवरी क बाद महिला शारीरिक रूप से केवल बाहरी ही नहीं बल्कि आंतरिक रूप से भी कमजोर हो जाती है। ऐसे में महिला के घाव भरने और टांको के सूखने में समय लग सकता है। साथ ही महिला केवल शारीरिक रूप से ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी कमजोर हो जाती है।
इसके अलावा महिला को प्रसव के बाद कम से कम तीन हफ्ते और ज्यादा भी ब्लीडिंग होती है ऐसे आपको सम्बन्ध बनाने से परहेज रखना चाहिए। क्योंकि इससे न केवल महिला को परेशानी होती है बल्कि संक्रमण का भी खतरा रहता है। साथ ही महिला जब तक तैयार नहीं होती है तब तक महिला के साथ किसी तरह की जबरदस्ती भी नहीं करनी चाहिए। क्योंकि डिलीवरी के दौरान और बाद में महिला कई शारीरिक व् मानसिक बदलाव से गुजरती है। तो आइये जानते है डिलीवरी के बाद सम्बन्ध बनाने से जुडी कुछ बातों के बारे में।
डिलीवरी के बाद कब तक सम्बन्ध नहीं बनाना चाहिए:-
डिलीवरी के बाद महिला केवल बाहरी और आंतरिक दोनों रूपों से कमजोर हो जाती है। ऐसे में इस सवाल का किसी भी कपल के मन में आना जायज़ बात होती है की वो शारीरिक सम्बन्ध कब बना सकते है। तो अब हम जानते हैं की डिलीवरी के बाद महिला से कब तक सम्बन्ध नहीं बनाने चाहिए।
टाँके सूखने तक:-
जब तक महिला के टाँके सुख नहीं जाते है, और घाव भरने नहीं लगता है तब तक आपको इससे परहेज रखना चाहिए। क्योंकि यदि आप थोड़ी सी भी लापरवाही करते है तो टांको में दर्द या खुलने का डर लगा रहता है इसीलिए महिला के टाँके सूखने तक महिला को पूरा आराम देना चाहिए।
ब्लीडिंग होने तक:-
प्रेगनेंसी के दौरान महिला को नौ महीने तक पीरियड नहीं होता है लेकिन डिलीवरी के बाद महिला को कम से कम तीन हफ्ते तक ब्लीडिंग होती है और इसकी मात्रा भी काफी ज्यादा होती है, जिसके कारण महिला शारीरिक रूप से और भी कमजोर हो जाती है। ऐसे में भी आपको शारीरिक सम्बन्ध नहीं बनाने चाहिए। और यदि आप इन दिनों में महिला से शारीरिक सम्बन्ध बनाते हैं तो इसके कारण संक्रमण होने का खतरा रहता है।
महिला के फिट होने तक:-
डिलीवरी के बाद महिला बहुत से शारीरिक और मानसिक बदलाव से गुजरती है। ऐसे में पुरुष साथी को इस बात का ध्यान रखना चाहिए की जब तक महिला शारीरिक व् मानसिक रूप से फिट नहीं हो जाती है तब तक सम्बन्ध स्थापित करने के लिए महिला पर किसी भी तरह का जोर नहीं डालना चाहिए। क्योंकि यदि आप महिला के साथ जबरदस्ती करते हैं तो इससे महिला को परेशानी का अनुभव हो सकता है।
कब बना सकते हैं सम्बन्ध:-
नार्मल डिलीवरी के बाद महिला तीन महीने में लगभग फिट हो जाती है, लेकिन सिजेरियन डिलीवरी में महिला को फिट होने में समय लगता है। ऐसे में सम्बन्ध बनाने से पहले आपको एक बार डॉक्टर की राय जरूर लेनी चाहिए और साथ ही महिला का चेकअप भी करवाना चाहिए। ताकि आपको पता चल सके की महिला अंदर से भी पूरी तरह फिट हो गई है या नहीं। चाहे नार्मल डिलीवरी हो या सिजेरियन डिलीवरी हो आपको प्रसव के बाद एक बार सम्बन्ध बनाने से पहले डॉक्टर की राय जरूर लेनी चाहिए।
तो यह हैं कुछ टिप्स जिनका ध्यान आपको डिलीवरी के बाद सम्बन्ध बनाने से पहले रखना चाहिए। इसके अलावा आपको महिला का अच्छे से ध्यान भी रखना चाहिए ताकि उनकी शारीरिक के साथ मानसिक रूप से भी तेजी से फिट होने में मदद मिल सकें। साथ ही आपको डिलीवरी के बाद टांको को एक बार डॉक्टर से भी जरूर चेक करवाना चाहिए।