प्रेगनेंसी के दौरान महिला अकेली नहीं होती है बल्कि अब गर्भ में पल रहे शिशु का विकास भी पूरी तरह से अपनी माँ पर निर्भर करता है। ऐसे में महिला के लिए बहुत जरुरी होता है की महिला अपन अच्छे से ध्यान रखें और किसी भी तरह की लापरवाही न करें जिससे माँ और बच्चे दोनों को स्वस्थ रहने में मदद मिल सके। वैसे तो प्रेगनेंसी के पूरे नौ महीने महिला को अपना अच्छे से ध्यान रखना चाहिए।
लेकिन माना जाता है की प्रेगनेंसी की शुरुआती तीन महीने सबसे अहम होते हैं क्योंकि इस दौरान शिशु के अंगों की आकृतियां बन रही होती है। यह तीन महीने महिला के लिए नाजुक होने के साथ परेशानियों से भरे हो सकते हैं। ऐसे में यदि महिला थोड़ी भी लापरवाही करती है तो इसकी वजह से गर्भपात जैसी समस्या होने का खतरा रहता है। तो आइये अब इस आर्टिकल में हम गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में कौन कौन सी सावधानियां बरतनी चाहिए उसके बारे में बताने जा रहे हैं।
डॉक्टर से मिलें
सबसे पहले तो महिला का प्रेगनेंसी टेस्ट यदि घर पर कन्फर्म हो गया है तो उसके बाद महिला को डॉक्टर का चुनाव करना चाहिए। डॉक्टर द्वारा बताये गए सभी टेस्ट सभी जांच महिला को करवा लेनी चाहिए।
अपनी मर्ज़ी से किसी भी दवाई का सेवन नहीं करें
गर्भावस्था की पहली में बॉडी में हार्मोनल बदलाव तेजी से होने के कारण महिला को शारीरिक परेशानियां अधिक हो सकती है। ऐसे में महिला को को इस बात का ध्यान रखना चाहिए की उन परेशानियों से निजात पाने के लिए महिला अपनी मर्ज़ी से किसी भी दवाई का सेवन नहीं करें। क्योंकि इससे शिशु की सेहत पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
कैफीन का ज्यादा सेवन नहीं करें
प्रेगनेंसी के पहले तीन महीनों में महिला चाय, कॉफ़ी व् अन्य कैफीन युक्त चीजों का जरुरत से ज्यादा सेवन नहीं करें। क्योंकि कैफीन का अधिक सेवन शिशु के विकास में रूकावट पैदा कर सकता है। साथ ही महिला को पेट सम्बन्धी परेशानियां अधिक होने का खतरा होता है।
व्यायाम नहीं करें
यदि व्यायाम आपकी दिनचर्या का अहम हिस्सा था टी प्रेगनेंसी के पहले तीन महीनों में जरुरत से ज्यादा व्यायाम नहीं करें। क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान यदि जरुरत से ज्यादा व्यायाम किया जाये तो इसकी वजह से गर्भ में पल रहे शिशु की सेहत पर नकारात्मक असर पड़ सकता है साथ ही गर्भपात होने का खतरा बढ़ जाता है।
यात्रा नहीं करें
गर्भावस्था के पहले तीन महीने में महिला को यात्रा बिल्कुल नहीं करनी चाहिए क्योंकि यात्रा के दौरान झटका आदि लगने के कारण ब्लीडिंग होने का खतरा रहता है। जिससे गर्भपात होने की सम्भावना बढ़ जाती है।
भारी सामान नहीं उठाएं
प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में महिला को भारी सामान नहीं उठाना चाहिए। क्योंकि भारी सामान उठाने के कारण पेट पर जोर पड़ता है जिसकी वजह से ब्लीडिंग होने का खतरा रहता है और महिला का गर्भपात होने की सम्भावना बढ़ जाती है।
सम्बन्ध नहीं बनाएं
प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में जितना हो सके गर्भवती महिला को सम्बन्ध बनाने से परहेज करना चाहिए क्योंकि इस दौरान सम्बन्ध बनाने में की गई थोड़ी सी लापरवाही का नकारात्मक असर देखने को मिल सकता है।
ऐसी चीजों से परहेज करें जो गर्भपात करवा सकती है
गर्भावस्था की पहली तिमाही में महिला को अपने खान पान का भी अच्छे से ध्यान रखना चाहिए। और इस दौरान ऐसी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए जिनसे गर्भपात का खतरा हो जैसे की मछली, गर्म तासीर की चीजें, करेला, अनानास, कच्चा पपीता आदि।
नशीले पदार्थों से दूरी
प्रेग्नेंट महिला को नशीले पदार्थ जैसे की शराब, धूम्रपान, तम्बाकू व् अन्य नशीले पदार्थों का सेवन भी नहीं करना चाहिए। क्योंकि नशीले पदार्थों का सेवन करने के कारण भी गर्भपात होने का खतरा रहता है।
गर्म पानी से नहीं नहाएं
गर्भवती महिला को इस दौरान गर्म पानी से नहीं नहाना चाहिए क्योंकि गर्म पानी से नहाने पर शरीर का तापमान बदल सकता है। जिसके कारण गर्भ गिरने का डर होता है।
शरीर में तरल पदार्थों की कमी नहीं होने दें
गर्भावस्था की पहली तिमाही में महिला शरीर में एनर्जी कम महसूस कर सकती है ऐसे में महिला को इस बात का ध्यान रखना चाहिए की महिला शरीर में तरल पदार्थों की कमी नहीं होने दें। क्योंकि शरीर में यदि तरल पदार्थों की कमी नहीं होती है तो इससे महिला को एनर्जी से भरपूर रहने में मदद मिलती है।
भरपूर नींद लें
प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में महिला को भरपूर नींद लेनी चाहिए ताकि महिला को फ्रैश व् एक्टिव रहने में मदद मिल सके। इसके अलावा भरपूर नींद लेने से महिला को तनाव जैसी समस्या से राहत पाने में भी मदद मिलती है।
ज्यादा झुककर काम नहीं करें
गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में ज्यादा झुककर काम करने से भी बचना चाहिए क्योंकि ऐसा कर पर भी पेट पर दबाव पड़ता है जिसके कारण महिला को दिक्कत हो सकती है।
सीढ़ियां नहीं चढ़ें
प्रेग्नेंट महिला को प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में ज्यादा तेजी से सीढ़ियां नहीं चढ़नी चाहिए। क्योंकि ज्यादा तेजी से चलने, भागने, सीढ़ियां चढ़ने के कारण भी महिला को ब्लीडिंग हो सकती है जिसके कारण गर्भपात होने की सम्भावना बढ़ जाती है।
घर का ज्यादा काम नहीं करें
प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में घर के काम करने में भी सावधानी बरतें जैसे की ऐसा कोई काम नहीं नहीं करें जिससे पेट पर दबाव पड़े, ऐसा कोई काम नहीं करें जिसमे लम्बे समय तक खड़े रहना पड़े या झुककर काम करना पड़े, आदि। क्योंकि ऐसे सब काम करने के कारण भी महिला को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
तो यह हैं कुछ सावधानियां जो गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के पहले तीन महीने में बरतनी चाहिए ताकि शिशु के शुरूआती विकास में मदद मिल सके। साथ ही गर्भपात जैसी समस्या से महिला को बचे रहने में मदद मिल सके।
Precautions for first trimester of Pregnancy