प्रेगनेंसी कन्फर्म करने का सही तरीका क्या-क्या है, माँ बनना हर महिला के लिए उसकी जिंदगी का सबसे बेहतरीन लम्हा होता है। और शादी के बाद यदि कभी भी महिला के पीरियड्स मिस हो जाते हैं। तो महिला के मन में सबसे पहले यही सवाल आता है की कहीं “मैं प्रेग्नेंट तो नहीं हो गई”। ऐसे में इस बात का पता लगाने के लिए महिलाएं आज कल घर पर भी जांच कर सकती है।
और यह जांच पीरियड्स मिस होने के कम से कम एक हफ्ते बाद महिलाओं को करनी चाहिए ताकि आपको सही परिणाम मिल सके। तो आइये अब जानते हैं की महिला प्रेगनेंसी कन्फर्म करने के लिए किन किन तरीकों का इस्तेमाल कर सकती है जो बिल्कुल सही और सटीक होते हैं।
डॉक्टर किन किन तरीको से करते हैं प्रेगनेंसी की जांच
यदि पीरियड्स के मिस होने के बाद आप डॉक्टर से जांच करवाते हैं तो डॉक्टर तीन तरीको का इस्तेमाल करके आपकी प्रेगनेंसी की जांच कर सकते हैं। तो आइये अब जानते हैं की वह तरीके कौन से हैं।
यूरिन से: क्लिनिक में डॉक्टर यूरिन की मदद से प्रेगनेंसी टेस्ट कर सकते हैं। यूरिन में एचसीजी हार्मोन के स्तर को देखकर आपकी प्रेगनेंसी का परिणाम बताया जाता है।
ब्लड टेस्ट: ब्लड टेस्ट के माध्यम से भी महिला की प्रेगनेंसी की जांच की जा सकती है। इस टेस्ट में महिला को यदि एक्टोपिक प्रेगनेंसी है तो उसका भी पता चल जाता है।
अल्ट्रासॉउन्ड: कई बार डॉक्टर अल्ट्रासॉउन्ड के माध्यम से भी महिला की प्रेगनेंसी की जांच कर सकते हैं। इसके अलावा आइये अब प्रेगनेंसी टेस्ट के अन्य तरीको के बारे में जानते हैं।
प्रेगनेंसी कन्फर्म करने के लिए इस्तेमाल करें प्रेगनेंसी टेस्ट किट
- आज कल मार्किट में प्रेगनेंसी टेस्ट किट मिल जाती है।
- जिसमे यूरिन का सैंपल डालकर आसानी से पता लगाया जा सकता है की महिला प्रेग्नेंट हैं या नहीं।
- इसके लिए प्रेगनेंसी किट में में यूरिन सैंपल डालने वाली जगह पर सुबह के सबसे पहले यूरिन को ड्रॉपर की मदद से दो से तीन बून्द डालें।
- इसके बाद पांच से दस मिनट तक देखें यदि C (कण्ट्रोल लाइन) और T (टेस्ट लाइन) दोनों डार्क हो जाती है तो मुबारक हो टेस्ट पॉजिटिव है।
- लेकिन यदि केवल C (कण्ट्रोल लाइन) दिखाई दे तो इसका मतलब होता है की टेस्ट नेगेटिव हैं।
- और यदि T (टेस्ट लाइन) या कोई भी लाइन न दिखाई दे तो इसका मतलब होता है की आपके द्वारा किया गया टेस्ट गलत है।
- प्रेगनेंसी टेस्ट किट के परिणाम अधिकतर सही आते हैं।
प्रेगनेंसी टेस्ट करने के घरेलू तरीके
टेस्ट किट के अलावा महिलाएं कुछ घरेलू तरीकों का इस्तेमाल करके भी प्रेगनेंसी टेस्ट कर सकती हैं। और घरेलू प्रेगनेंसी टेस्ट के नतीजे भी अधिकतर सही आते हैं। तो आइये अब जानते हैं की महिलाएं घर पर किन तरीको का इस्तेमाल करके प्रेगनेंसी टेस्ट कर सकती है।
टूथपेस्ट की मदद से प्रेगनेंसी टेस्ट
- एक गिलास में सुबह का पहला यूरिन लें उसके बाद उसमे टूथपेस्ट को मिक्स करें।
- टूथपेस्ट को मिक्स करने के बाद इस मिश्रण को रख दें।
- और करीबन एक घंटे बाद किसी स्टिक की मदद से या ब्रश की मदद से इस पेस्ट को हिलाएं।
- यदि यह मिश्रण झागदार होने के साथ इसका रंग नीला हो जाता है।
- तो इसका मतलब है की आपका रिजल्ट पॉजिटिव हैं।
- और यदि ऐसा कुछ नहीं होता है तो परिणाम नेगेटिव होता है।
प्रेगनेंसी कन्फर्म करने के लिए इस्तेमाल करें बेकिंग सोडा
- इस तरीके का इस्तेमाल करने के लिए एक डिस्पोजल गिलास में दो चम्मच बेकिंग सोडा डालें।
- और उसके बाद उसमे उतना सुबह का पहला यूरिन मिलाएं की बेकिंग सोडा उसमे अच्छे से मिक्स हो सके।
- अब इस मिश्रण को मिक्स करें, यदि मिक्स करने पर आपको मिश्रण के ऊपर बुलबुले से महसूस होते हैं।
- तो यह इस बात का संकेत होता है की आप माँ बनने वाली हैं।
डेटॉल
- एक डिस्पोजल गिलास में सुबह का पहला यूरिन और डेटॉल को बराबर मात्रा में मिलाएं।
- उसके बाद इसे अच्छे से मिक्स करें, यदि मिक्स करने के बाद भी डेटॉल यूरिन के ऊपर तैरने लगती है।
- तो यह प्रेगनेंसी टेस्ट के पॉजिटिव होने की तरफ इशारा करता है।
- लेकिन यदि मिश्रण सफ़ेद हो जाता है तो यह प्रेगनेंसी टेस्ट के नेगेटिव होने की तरफ इशारा करता है।
प्रेगनेंसी कन्फर्म करने के लिए इस्तेमाल करें सिरका
- एक डिस्पोजल गिलास में सुबह का पहला यूरिन लें और थोड़ा सा सिरका मिलाएं।
- अब इस मिश्रण को अच्छे से मिक्स करें।
- यदि मिश्रण का रंग बदल जाता है तो यह महिला के गर्भवती होने की तरफ इशारा करता है।
चीनी
- सुबह के पहले यूरिन में थोड़ी सी चीनी डालकर मिक्स करें।
- यदि चीनी पूरी घुल जाती है तो यह आपके गर्भवती न होने का संकेत होता है।
- जबकि यदि चीनी यूरिन में घुलने की बजाय इक्कठी होने लगती है तो यह आपके गर्भवती होने का संकेत होता है।
तो यह हैं कुछ तरीके जिनका इस्तेमाल करके महिलाएं आसानी से घर पर प्रेगनेंसी टेस्ट कर सकती हैं। इन टेस्ट के बाद आपको एक बार डॉक्टर से भी जांच करवानी चाहिए। ताकि आपका प्रेगनेंसी का सही ट्रीटमेंट शुरू हो सके।