प्रेगनेंसी के पहले महीने की शुरुआत वो नहीं होती है जब आप घर पर प्रेगनेंसी टेस्ट करती हैं बल्कि सही मायने में प्रेगनेंसी का पहला महीना आपके आखिरी महीने के पीरियड होने की तिथि से ही शुरू हो जाता है। क्योंकि पीरियड्स की आखिरी तिथि से ही आपकी प्रेगनेंसी के नौ महीने को कैलकुलेट करके आपकी डिलीवरी की तिथि का अनुमान लगाया जाता है। और जब आप पीरियड्स के मिस होने के बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करती है तो वह आपकी प्रेगनेंसी के दूसरे महीने की शुरुआत होती है। तो अब आप यह सोच रही होंगी तो फिर प्रेगनेंसी के पहले महीने में क्या होता है। तो इसे सोचकर आपको परेशान होने की जरुरत नहीं है क्योंकि आज हम आपको प्रेगनेंसी के पहले महीने में क्या होता है इसके बारे में बताने जा रहे हैं।

गर्भावस्था का पहला महीना

  • सबसे पहले पीरियड खत्म होने के बाद बॉडी में एस्ट्रोजन हॉर्मोन गर्भाशय के आस पास खून से युक्त उत्तको की परत बनाने की शुरुआत करने लगता है, और बॉडी में प्रोजेस्ट्रोन हॉर्मोन का स्तर बढ़ने लगता है। जिससे अंडाशय में अंडे परिपक्व होने लगते हैं।
  • प्रेगनेंसी के पहले महीने में पीरियड्स खत्म होने के बाद ग्यारह से अठारह दिन के बीच के समय को ओवुलेशन पीरियड कहा जाता है। और उस दौरान अंडाशय में से अंडे परिपक्व होकर बाहर निकलते हैं।
  • और फिर यह अंडे फैलोपियन ट्यूब में आ जाते हैं इस प्रक्रिया को डिम्बोत्सर्जन कहा जाता है, और उसके बाद अंडे शुक्राणु द्वारा निषेचित होने का इंतज़ार करते हैं।
  • ऐसे में इस दौरान यदि महिला और पुरुष के बीच बेहतर सम्बन्ध बनता है तो शुक्राणु के अंडे तक पहुँचने के चांस बढ़ जाते हैं। क्योंकि एक बार सम्बन्ध बनाने के दौरान बीस से साठ करोड़ शुक्राणु निकलते हैं लेकिन कुछ ही अंडे तक पहुँचने का लम्बा सफर तय कर पाते हैं।
  • उसके बाद यदि कोई शुक्राणु अंडे से जाकर मिल जाता है तो उसे निषेचन की क्रिया कहते हैं, यह प्रेगनेंसी के पहले महीने में होती है।
  • उसके बाद यदि आपको अगले महीने पीरियड्स मिस हो जाता है तो आप अपने घर पर ही प्रेगनेंसी किट की मदद से जांच करके चेक कर सकते हैं की आपका गर्भ ठहरा है या नहीं।

प्रेगनेंसी के पहले महीने के लक्षण

जैसे ही निषेचन की प्रक्रिया बॉडी में होती है, वैसे ही बॉडी में हार्मोनल बदलाव होने शुरू हो जाते है। और इन बदलाव के कारण महिला को कुछ शारीरिक परेशानियों का अनुभव हो सकता है जो की प्रेगनेंसी के लक्षण के रूप में दिखाई देते हैं। तो आइये अब जानते हैं की प्रेगनेंसी के पहले महीने में बॉडी में कौन कौन से बदलाव आते हैं।

  • मूड स्विंग्स हो सकते हैं।
  • मॉर्निंग सिकनेस यानी सुबह उठते समय कमजोरी, सिर दर्द महसूस होना।
  • हल्का खून का दाग लगना।
  • मुँह का स्वाद अजीब होना।
  • कुछ महिलाओं को इस दौरान सपने अधिक आ सकते हैं।
  • यूरिन से जुडी परेशानी होना।
  • उल्टी व् जी मिचलाना।

तो यह हैं प्रेगनेंसी के पहले महीने से जुडी कुछ जानकारी, ऐसे में यदि आप गर्भधारण का प्रयास कर रही हैं तो पीरियड्स मिस होने के बाद पहले महीने में भी अपनी अच्छे से केयर करनी चाहिए ताकि गर्भधारण में कोई दिक्कत न आए।

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