यदि आपकी प्रेगनेंसी सेंतीस हफ्ते तक पहुँच चुकी है और आप और आपका बच्चा बिल्कुल स्वस्थ हैं तो आपको बहुत बहुत मुबारक हो। अब आप याद कीजिये वो पल जब आपने कंसीव किया था और आपका शिशु एक खसखस के बीज जितना था और आज आपका शिशु जन्म लेने के लिए तैयार हो चूका है। ऐसे में यह पल महिला के लिए बहुत ही खास और अनमोल होने के साथ तनाव से भरा भी हो सकता है।
क्योंकि इस दौरान जहां बच्चे के जन्म लेने की ख़ुशी मन में होती हो तो साथ ही डिलीवरी कैसे होगी और डिलीवरी के दौरान किसी तरह की दिक्कत तो नहीं होगी इसे लेकर महिला परेशान हो सकती है। आज इस आर्टिकल में हम आपसे क्या 37 वीक में डिलीवरी हो सकती है इस बारे में बात करने जा रहे हैं साथ ही प्रसव के लक्षणों के बारे में जानेंगे जिससे डिलीवरी को आसान बनाने में मदद मिल सके।
प्रेगनेंसी के सैंतीसवें वीक में डिलीवरी हो सकती है या नहीं?
गर्भावस्था के दौरान महिला को इस बात का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है की महिला किसी भी तरह की लापरवाही नहीं करें जिससे समय से पहले बच्चे के जन्म के होने का खतरा हो क्योंकि इसके कारण माँ और बच्चे दोनों को दिक्कत हो सकती है।
ऐसे में डिलीवरी के सही समय की यदि बात की जाए तो प्रेगनेंसी के सैंतीसवें हफ्ते से लेकर बयालीसवें हफ्ते में डिलीवरी होना बिल्कुल सही होता है। तो प्रेगनेंसी के सैंतीसवें वीक में डिलीवरी हो सकती है या नहीं इसका जवाब है हाँ, प्रेगनेंसी के सैंतीसवें हफ्ते में डिलीवरी हो सकती है।
प्रसव के लक्षण
यदि महिला की डिलीवरी होने वाली है तो शरीर में बहुत से लक्षण महसूस होते हैं। जिनसे यह जानने में मदद मिलती है की महिला की डिलीवरी होने वाली हैं। और इन लक्षणों की जानकारी महिला को होनी चाहिए ताकि महिला को प्रसव को समझने में मदद मिल सके। तो आइये अब जानते हैं की प्रसव के क्या-क्या लक्षण होते हैं।
- पानी की थैली का फटना यानी यदि महिला को प्राइवेट पार्ट से सफ़ेद पानी अधिक मात्रा में रिसता हुआ महसूस हो तो यह इस बात की और इशारा करता है की डिलीवरी होने वाली है।
- पेट में दर्द व् ऐंठन अधिक महसूस होना।
- पीठ में दर्द महसूस होना।
- प्राइवेट पार्ट से ब्लीडिंग होना।
- पेल्विक एरिया पर दबाव बढ़ना।
- ऐसा महसूस होना की बच्चा नीचे गिरने वाला है।
- भावनात्मक रूप से बदलाव महसूस होना की डिलीवरी होने वाली है।
तो यह हैं प्रेगनेंसी के सैंतीसवें वीक में डिलीवरी हो सकती है या नहीं उससे जुडी जानकारी व् प्रसव के लक्षण, यदि आप भी माँ बनने वाली हैं तो आपको भी प्रसव की जानकारी होनी चाहिए ताकि डिलीवरी को आसान बनाने में मदद मिल सके। साथ ही नोर्मल डिलीवरी हो इसके लिए शरीर पर जोर नहीं डालें क्योंकि इससे माँ और बच्चे को परेशानी होने का खतरा बढ़ जाता है।