प्रेगनेंसी के तीन से नौ महीने तक शिशु का वजन इससे कम नहीं होना चाहिए, गर्भावस्था किसी भी महिला के लिए एक ऐसा समय होता है। जहां महिला अपने से पहले अपने गर्भ में पल रहे शिशु के बारे में सोचती है। जिसने की अभी जन्म भी नहीं लिया होता है, ऐसा इसीलिए होते हैं क्योंकि शिशु के गर्भ में आते ही महिला केवल शारीरिक रूप से ही नहीं बल्कि भावनात्मक रूप से भी शिशु से जुड़ जाती है।

और भ्रूण भी अपने विकास के लिए माँ पर ही निर्भर करता है। ऐसे में प्रेग्नेंट महिला भी गर्भ में शिशु के विकास को लेकर हमेशा चिंतित होती रहती है। लेकिन यदि गर्भवती महिला प्रेगनेंसी के दौरान अपनी अच्छे से केयर करती है। अपने खान पान और आराम का अच्छे से ध्यान रखती है तो इसे शिशु के विकास को बेहतर तरीके से होने में मदद मिलती है। तो आइये आज इस आर्टिकल में हम गर्भ में शिशु के विकास से जुडी कुछ बातें करने जा रहे हैं।

प्रेगनेंसी के तीन से नौ महीने तक शिशु का वजन कितना होना चाहिए

गर्भ में पल रहे शिशु के वजन के बारे में आपको अल्ट्रासॉउन्ड की रिपोर्ट में बताया जाता है। और इसके बाद जब भी आप डॉक्टर के पास जांच करवाने के लिए जाते हैं। तो भी डॉक्टर शिशु के विकास से जुडी बातों को आपसे शेयर करते हैं। तो लीजिये आज हम भी आपको भ्रूण के वजन से जुडी कुछ बातें बताने जा रहे हैं। जैसे की भ्रूण का वजन गर्भ में कितना होना चाहिए। और कितना कम नहीं होना चाहिए।

प्रेगनेंसी के तीसरे महीने में शिशु का वजन

  • गर्भावस्था के तीसरे महीने में शिशु के लगभग सभी जरुरी अंग बन चुके होते हैं।
  • साथ ही एक स्वस्थ शिशु का वजन अठाइस ग्राम तक इस समय होना चाहिए और इससे कम नहीं होना चाहिए।

प्रेगनेंसी के चौथे महीने में शिशु का वजन

गर्भावस्था के चौथे महीने के गर्भ में पल रहे एक स्वस्थ शिशु का वजन 140 ग्राम होना चाहिए और इससे कम नहीं होना चाहिए।

पांचवें महीने में गर्भ में शिशु का वजन

गर्भावस्था के पांचवें महीने के गर्भ में पल रहे एक स्वस्थ शिशु का वजन 226 ग्राम होना चाहिए और इससे कम नहीं होना चाहिए।

छठे महीने में गर्भ में शिशु का वजन

गर्भावस्था के छठे महीने के गर्भ में पल रहे एक स्वस्थ शिशु का वजन 900 ग्राम होना चाहिए और इससे कम नहीं होना चाहिए।

सातवें महीने में गर्भ में शिशु का वजन

गर्भावस्था के सातवें महीने के गर्भ में पल रहे एक स्वस्थ शिशु का वजन एक किलो ग्राम होना चाहिए और इससे कम नहीं होना चाहिए।

प्रेगनेंसी के आठवें महीने में शिशु का वजन

गर्भावस्था के आठवें महीने के गर्भ में पल रहे एक स्वस्थ शिशु का वजन 1133 ग्राम से डेढ़ किलो तक होना चाहिए और इससे कम नहीं होना चाहिए।

प्रेगनेंसी के नौवें महीने में शिशु का वजन

गर्भावस्था के नौवें महीने के गर्भ में पल रहे एक स्वस्थ शिशु का वजन ढाई किलो तक होना चाहिए और इससे कम नहीं होना चाहिए।

गर्भ में पल रहे शिशु का वजन बढ़ाने के तरीके

  • प्रेग्नेंट महिला को गर्भ में शिशु का वजन बढ़ाने के लिए पोषक तत्वों से भरपूर आहार का सेवन करना चाहिए, ताकि शिशु के विकास के लिए सभी जरुरी पोषक तत्व उसे मिल सकें।
  • डेयरी प्रोडक्ट्स का भरपूर सेवन करें ताकि शिशु की हड्डियों के विकास को बेहतर करने में मदद मिल सकें।
  • प्रोटीन युक्त दालों का सेवन प्रेग्नेंट महिला को भरपूर करना चाहिए क्योंकि दालों में प्रोटीन होता है जो शिशु की मांसपेशियों के विकास को बेहतर करके शिशु के वजन को सही रखने में मदद करता है।
  • शिशु के बेहतर विकास के लिए प्रेग्नेंट महिला को तनाव लेने से बचना चाहिए और खुश रहना चाहिए।
  • अंडे भी प्रोटीन और फैट का बेहतरीन स्त्रोत होता है जो गर्भ में शिशु का वजन बढ़ाने में मदद करता है।
  • सोयाबीन भी गर्भ में शिशु का वजन बढ़ाने में मदद करता है।
  • सफ़ेद रसगुल्ले का सेवन करने से भी भ्रूण का वजन तेजी से बढ़ाने में मदद मिलती है।

तो यह है प्रेगनेंसी के दौरान शिशु के वजन से जुड़े कुछ टिप्स। और यदि आपके गर्भ में पल रहे शिशु का वजन भी कम है। तो आप भी ऊपर दिए टिप्स का इस्तेमाल कर सकती है। इससे शिशु के वजन को तेजी से बढ़ाने में मदद मिलती है।

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