प्रेगनेंसी में पहले तीन महीने तक ये सावधानी बरतें

प्रेगनेंसी हर महिला को दुबारा जन्म लेने के लिए एक नया अवसर होता है, और साथ ही ये भी सच है की कोई भी औरत पूरी तभी होती है जब वो माँ बनती है, जब भी शादी के बाद घर में पता चलता है की उनके घर में नया मेहमान आने वाला है, तो पूरे घर में ख़ुशी की लहर दौड़ जाती है, और साथ ही हर कोई आने वाले नए मेहमान के लिए सपने संजोने लगता है, ऐसे में महिला जब पहली बार माँ बनती है, तो वो बहुत से ऐसे अनुभवों से गुजरती है, जो उसके लिए बिलकुल नए और अनोखे होते है।

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महिला को गर्भावस्था के समय बहुत ज्यादा केयर की जरुरत होती है, ऐसे में खास कर शुरूआती तीन महीने महिला को बहुत ज्यादा सावधानी बरतनी पड़ती है, क्योंकि इस समय में महिला के गर्भपात का खतरा सबसे ज्यादा होता है, जैसे की महिला को ऐसा कोई भी काम नहीं करना चाहिए जिसके कारण उसके पेट पर दबाव पडे, महिला को अपने खान पान के प्रति लापवाही नहीं बरतनी चाहिए, क्योंकि इसके कारण गर्भ में पल रहे शिशु के साथ महिला के स्वास्थ्य पर भी बहुत बुरा असर पड़ता है, इसके अलावा और भी बहुत सी ऐसी चीजे है जिसका ध्यान महिला को प्रेगनेंसी के पहले तीन महीने में रखना चाहिए, ताकि उसे किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो, तो आइये हम आपको बताते है जिसके कारण आपको प्रेगनेंसी के पहले तीन महीने सेफ रहने में मदद मिलेगी, और आपको पूरे नौ महीने इसी तरह अपनी केयर करनी चाहिए, ताकि उसके बाद एक स्वस्थ शिशु आपकी गोद में हो, और महिला स्वास्थ्य को भी किसी तरह का कोई नुकसान न हो।

ज्यादा भागादौड़ी नहीं करनी चाहिए:-

प्रेगनेंसी के पहले तीन महीने महिलाओ को ज्यादा भागा दौड़ी नहीं करनी चाहिए, इसके कारण महिला को थकान की समस्या हो सकती है, साथ ही इसके असर महिला के पेट पर भी पड़ता है, और साथ ही महिलाओ को सीढ़िया भी ध्यान से चढ़नी चाहिए, ऐसा करने से भी कई बार स्पॉटिंग होने का डर रहता है, जिसके कारण गर्भपात का खतरा भी बढ़ जाता है।

दवाइयों का सेवन न करें:-

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प्रेगनेंसी के पहले तीन महीने महिला के शरीर में होने वाले बदलाव को कई बार महिला नहीं समझ पाती है, कमजोरी का अहसास, उलटी, सर दर्द, चक्कर आदि की परेशानी हो जाती है, और इस समस्या से बचने के लिए कई महिलाये गोलियों का सेवन करने लगती है, जो की उनके लिए हानिकारक हो सकता है, और इसके कारण गर्भ में पल रहे शिशु पर भी बुरा असर पड़ता है, इसीलिए महिलाओ को बिना डॉक्टर के परामर्श के दवाइयों का सेवन नहीं करना चाहिए।

तनाव नहीं लेना चाहिए:-

प्रेगनेंसी का समय किसी भी महिला के लिए बहुत ख़ास होता है, ऐसे में जितना हो सकें खुश रहने की कोशिश करनी चाहिए, किसी भी तरह का स्ट्रेस नहीं लेना चाहिए, इसका बुरा असर महिला पर पड़ता है, साथ ही गर्भ में पल रहा शिशु भी इसके कारण प्रभावित होता है, या तो उसके विकास पर असर पड़ जाता है, और यदि महिला बहुत ज्यादा तनाव में रहती है, तो इसके कारण भी गर्भपात हो सकता है।

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ज्यादा व्यायाम न करें:-

गर्भावस्था के पहले तीन महीने महिला के लिए बहुत की अहम होते है, क्योंकि इस समय की गई थोड़ी सी लापवाही कई बार गर्भपात का कारण बन सकती है, इसीलिए महिला को जितना हो सकें ध्यान रखना चाहिए की वो ज्यादा कड़ा व्यायाम न करें, क्योंकि इसके कारण महिला को थकावट हो सकती है, कमजोरी महसूस हो सकती है, और कई बार ऐसा करने से महिलाओ को खून का थक्का भी लग सकता है।

विटामिन सी युक्त आहार का सेवन नहीं करना चाहिए:-

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महिलाओ के लिए प्रेगनेंसी के तीन महीने सबसे ज्यादा अहम होती है, ऐसे में आपको बहुत ज्यादा सावधानी बरतने की जरुरत होती है, यदि आप शुरूआती दिनों में खासकर विटामिन सी युक्त आहार जैसे पपीता, अनानास, कटहल, आदि का सेवन करते है, तो इसके कारण गर्भपात की संभावना बढ़ जाती है, इसीलिए महिलाओ को जितना हो सकें प्रेगनेंसी में इस आहार को नहीं लेना चाहिए।

पेट के बल कोई काम या भारी सामान आदि नहीं उठाना चाहिए:-

प्रेगनेंसी के पहले तीन महीने खास कर महिला को जितना हो सकें न तो पैरों के भार बैठना चाहिए, न ही पेट के बल कोई काम करना चाहिए, न ही भारी सामान उठाना चाहिए, क्योंकि इसका सीधा असर महिला के पेट पर पड़ता है, जिसके कारण कई बार खिचाव या दर्द जैसी समस्या शुरू हो जाती है, और गर्भपात का खतरा भी बना रहना है, इसीलिए महिलाओ को जितना हो सकें प्रेगनेंसी के पहले तीन महीने ऐसा कोई भी काम नहीं करना चाहिए।

सम्बन्ध बनाते समय रखे ध्यान:-

प्रेगनेंसी के समय खास कर पहले तीन महीने आपको जितना हो सकें सम्बन्ध बनाने से परहेज रखना चाहिए, और यदि आप ऐसा कुछ करना भी चाहते है, तो आपको इस बारे में डॉक्टर से परामर्श जरूर लेना चाहिए, क्योंकि कई महिलायें जो मुश्किल से गर्भवती होती है, या उनकी प्रेगनेंसी में किसी तरह की कॉम्प्लीकेशन्स होती है, खास उनके लिए सम्बन्ध बनाना नुकसानदायक हो सकता है।

अपने खान पान का ध्यान रखें:-

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प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओ के शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण कम भूख लगती है, या महिला खाने से परहेज करने लगती है, जिसके कारण महिला के शरीर में कमजोरी आ सकती है, इसीलिए महिला को पहले तीन महीने ही नहीं बल्कि पूरी प्रेगनेंसी में ऐसे आहार का सेवन करना चाहिए, जिसके कारण बच्चे और महिला के स्वास्थ्य को सही रहने में मदद मिल सकें, और वो आहार सभी पूरे पोषक तत्वों से भरपूर होना चाहिए, इसके अलावा महिला को ज्यादा तले भुने और मसालेदार भोजन का सेवन भी नहीं करना चाहिए, क्योंकि इसके कारण पेट से जुडी परेशानी का अनुभव हो सकता है, और गरम चीजे जैसे ड्राई फ्रूट आदि का सेवन भी अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए।

अपनी डॉक्टर से जांच करवाएं:-

महिला को जैसे ही पता चले की वो प्रेग्नेंट है, उसी समय उसे एक अच्छे डॉक्टर का चुनाव करके अपने सभी टेस्ट करवाने चाहिए, ताकि शरीर में कोई कमजोरी या कोई परेशानी हो तो उसे समय रहते सुलझा लिया जाएँ, और महिला के साथ गर्भ में पल रहा शिशु भी स्वस्थ रहे।

तो ये कुछ काम है जो महिला को गर्भावस्था के पहले तीन महीने नहीं करने चाहिए, क्योंकि माँ बनना किसी भी महिला के लिए बहुत ही खास होता है, ऐसे में महिला के द्वारा की गई थोड़ी सी लापरवाही के कारण महिला को बुरा परिणाम भुगतना पड़ सकता है, और यदि आप इन टिप्स का इस्तेमाल करते है तो आपको प्रेग्नेंसी के पहले तीन महीने ही नहीं बल्कि पूरी प्रेगनेंसी स्वस्थ और सुरक्षित रहने में मदद मिलती है।

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