प्रेगनेंसी में बरती जाने वाली सावधानियां
गर्भावस्था के दौरान बॉडी में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण गर्भवती महिला को बहुत सी शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में गर्भवती महिला को अपना दुगुना ध्यान देना चाहिए, क्योंकि महिला जितने अच्छे तरीके से अपनी केयर करती है उतना ही गर्भवती महिला को स्वस्थ रहने और गर्भ में पल रहे शिशु के बेहतर विकास में मदद मिलती है। और गर्भवती महिला को अपनी केयर के लिए केवल अपने खाने पीने का ही ध्यान नहीं रखना पड़ता है। बल्कि प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला को खाने पीने के साथ अपने उठने, बैठने, लेटने सभी चीजों का अच्छे से ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान किसी भी काम को करने में बरती गई थोड़ी सी लापरवाही के कारण महिला को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
प्रेग्नेंट महिला बैठते समय रखे इन बातों का ध्यान
गर्भवती महिला को बैठते समय एक नहीं बल्कि कई बातों का ध्यान रखना चाहिए क्योंकि कई बार बैठते समय जल्दबाज़ी करने के कारण पेट पर झटका या गिरने का डर होता है। और इसके कारण महिला को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की प्रेग्नेंट महिला को बैठते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
- सबसे पहले तो गर्भवती महिला को बैठते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए की महिला के दोनों पैर जमीन से अच्छी तरह सटे हो।
- प्रेग्नेंट महिला को बैठते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए की महिला के शरीर का वजन उसके पेट पर न पड़े।
- और बैठने के लिए महिला किसी की मदद या किसी चीज का सहारा ले सकती है जिससे महिला को बैठने में आसानी हो।
- प्रेग्नेंट महिला को बैठते समय एक पैर के ऊपर दूसरा पैर रखना नहीं बैठना चाहिए साथ ही महिला को इस बात का ध्यान रखना चाहिए की महिला की पीठ सीधी हो। पीठ को सीधा रखने के लिए महिला तकिये या कुशन का इस्तेमाल कर सकती है।
- यदि आप ऑफिस में काम करती है तो आपको बैठते समय या तो पीठ को सीधा करके बैठना चाहिए या फिर पीठ को पीछे की तरफ थोड़ा झुकाकर बैठना चाहिए। इसके अलावा महिला को ऑफिस में कामकाजी या किसी अन्य जिस भी सामान की जरुरत पड़ती है उसे अपने आस पास ही रखना चाहिए। ताकि गर्भवती महिला को बार बार किसी भी चीज के लिए उठना न पड़े।
- साथ ही गर्भवती महिला को बहुत देर तक एक ही पोजीशन में नहीं बैठना चाहिए क्योंकि इसके कारण भी महिला को परेशानी का अनुभव हो सकता है।
उठते समय प्रेग्नेंट महिला रखे इन बातों का ध्यान
प्रेगनेंसी के दौरान महिला को बेड से, कुर्सी से, या किसी अन्य जगह पर जहां भी महिला बैठी हुई है। वहां पर बैठते समय ध्यान रखने के साथ उठते समय भी ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि कई बार महिला उठते समय तेजी करती है तो इसके कारण महिला को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। तो आइये अब जानते हैं की महिला को उठते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
- प्रेग्नेंट महिला यदि कुर्सी से उठती है तो उसे किसी चीज का सहारा लेना चाहिए, या किसी का हाथ पकड़कर उसकी मदद लेनी चाहिए, खासकर जब महिला का वजन बढ़ चूका हो, ताकि महिला को उठते समय किसी भी तरह की दिक्कत न हो।
- साथ ही यदि महिला बेड से सोकर उठती है तो महिला को जल्दबाज़ी नहीं करनी चाहिए, बल्कि बेड से उठने के लिए सबसे पहले बाई और करवट लेकर लेटे। उसके बाद अपने घुटनो को मोड़कर जमीन पर लगाते हुए अपने हाथ से बेड का सहारा लेटे हुए महिला को बेड पर पैर नीचे की तरफ लटकाकर बैठ जाना चाहिए।
- बैठने के बाद दो से तीन मिनट तक महिला को बैठे रहना चाहिए, और गहरी सांस लेनी चाहिए, इससे महिला को रिलैक्स महसूस होता है। और उसके बाद अपने हाथों का सहारा लेते हुए धीरे धीरे खड़े होना चाहिए।
- यदि आपको उठने में किसी तरह की परेशानी हो तोई घर के किसी की सदस्य की मदद लेनी चाहिए।
- इसके अलावा कभी आपको बेड पर लेटे हुए अचानक किसी सामना की जरुरत हो तो उसके लिए एक दम से न घूम जाएँ, बल्कि आराम से बैठकर या पूरी बॉडी को एक तरफ करके घुमाएं और अपनी जरुरत की चीज लें।
लेटते समय गर्भवती महिला रखे इन बातों का ध्यान
आराम करने के लिए जब गर्भवती महिला लेटने के लिए जाती है तो महिला को लेटते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए, और सोते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए इसके बारे में जानना भी बहुत जरुरी होता है। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की गर्भवती महिला को लेटते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
- गर्भवती महिला को लेटते समय एक दम से बेड पर जाकर लेट नहीं जाना चाहिए, क्योंकि एक दम से लेटने के कारण महिला को झटका लग सकता है। जिसके कारण महिला को परेशानी हो सकती है।
- जब भी महिला लेटने या सोने के लिए जाती है तो महिला को सबसे पहले आराम बेड पर सहारा लेकर बैठना चाहिए।
- उसके बाद सिर के नीचे कोमल व् नरम सिरहाना रखकर लेटना चाहिए।
- प्रेग्नेंट महिला को सीधे और पेट के बल सोने से बचना चाहिए क्योंकि पेट के बल सोने से जहां गर्भ में शिशु को नुकसान पहुँच सकता है, वही सीधे सोने के कारण सिर से पैरों तक ब्लड फ्लो अच्छे से नहीं हो पाता है, खासकर प्रेगनेंसी की तीसरी तिमाही में जब महिला के पेट आकार पूरी तरह बढ़ जाता है तो महिला को यह समस्या अधिक हो सकती है।
- प्रेगनेंसी की पहली तिमाही के बाद गर्भवती महिला के सोने के लिए सबसे बेहतरीन पोजीशन होती है जब महिला बाईं और करवट लेकर सोती है।
- सोते समय पीठ के पीछे महिला को तकिया लगाकर सोना चाहिए इससे महिला को पीठ में दर्द की समस्या से बचे रहने में मदद मिलती है। इसके अलावा महिला चाहे तो पैरों के बीच में तकिया लगाकर भी सो सकती है इससे पेट को सहारा मिलता है।
- प्रेग्नेंट महिला को यदि कमर या पीठ में दर्द की समस्या होती है तो महिला को थोड़ी देर घुटनो को मोड़कर लेटना चाहिए इससे महिला को आराम मिलता है।
तो यह हैं कुछ टिप्स जिनका ध्यान गर्भवती महिला को उठते, बैठते, लेटते समय रखना चाहिए। ताकि प्रेगनेंसी के दौरान महिला को हर छोटी से छोटी गलती से बचे रहने में मदद मिल सके, और प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु दोनों को स्वस्थ रहने में मदद मिल सके।