गर्भावस्था में भिंडी
प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला को अपनी डाइट में उन सभी खान पान की चीजों को शामिल करने की सलाह दी जाती है जो न केवल पोषक तत्वों से भरपूर हो, बल्कि जिनका सेवन करने से गर्भवती महिला के स्वास्थ्य को बेहतर रहने, प्रेगनेंसी के दौरान आने वाली परेशानियों को कम करने के साथ ही गर्भ में पल रहे शिशु के बेहतर शारीरिक और मानसिक विकास में मदद मिल सके। तो लीजिये आज हम ऐसी ही एक सब्ज़ी के बारे में आपको बताने जा रहे हैं जो है भिंडी। प्रेगनेंसी के दौरान भिंडी का सेवन करना चाहिए या नहीं इसे लेकर बहुत सी गर्भवती महिलाओं के मन में सवाल आ सकता है। तो इसका जवाब है हाँ, गर्भवती महिला भिंडी का सेवन कर सकती है क्योंकि भिंडी को अपनी डाइट में शामिल करने से गर्भवती महिला को स्वस्थ रहने के साथ गर्भ में पल रहे शिशु के बेहतर विकास में भी मदद मिलती है।
प्रेगनेंसी में भिंडी का सेवन करने से होने वाले फायदे
विटामिन सी, विटामिन बी9, फोलेट, डाइट्री फाइबर, एंटी ऑक्सीडेंट्स से भरपूर भिंडी का सेवन करने से गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु को बहुत फायदे मिलते हैं। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की भिंडी का सेवन प्रेगनेंसी के दौरान करना कितना लाभदायक होता है।
फाइबर
फाइबर से भरपूर भिंडी का सेवन करने से गर्भवती महिला की पाचन क्रिया को बेहतर रहने में मदद मिलती है। क्योंकि यह आंतो में मौजूद विषैले तत्वों को बॉडी से बाहर निकालने में मदद करती है, जिससे पेट को साफ़ रहने में मदद मिलती है साथ ही भिंडी का सेवन करने से प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली कब्ज़ की समस्या से राहत पाने में मदद मिलती है।
वजन
भिंडी में कैलोरी की मात्रा बहुत कम होने के साथ पोषक तत्व भरपूर मात्रा में होते हैं, जो प्रेगनेंसी के दौरान वजन को नियंत्रित रखने के साथ बॉडी को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। साथ ही फाइबर से भरपूर होने के कारण पाचन क्रिया को सुचारु रूप से काम करने में भी फायदा होता है।
गर्भपात
जिन महिलाओं को गर्भधारण करने में समस्या आती है या बार बार गर्भपात होने की समस्या होती है तो यह उन महिलाओं को गर्भधारण में मदद करने के साथ गर्भपात जैसी समस्या से भी महिला को सुरक्षित रखने में मदद करती है।
कोलेस्ट्रॉल
बॉडी में कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना हदय सम्बन्धी समस्या होने का कारण बन सकता है। ऐसे में भिंडी का सेवन करने से इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट्स और पैक्टिन नामक घुलनशील फाइबर गर्भवती महिला के शरीर में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को नियंत्रित रखने में मदद करता है। जिससे प्रेग्नेंट महिला को कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने या हदय सम्बन्धी समस्या होने के खतरे से बचे रहने में मदद मिलती है।
ब्लड शुगर लेवल
प्रेगनेंसी के दौरान भिंडी का सेवन करने से रक्त में शुगर के लेवल को सामान्य बनाएं रखने में मदद मिलती है, जिससे प्रेगनेंसी के दौरान गेस्टेशनल शुगर जैसी परेशानी से बचे रहने में मदद मिलती है।
इम्यून सिस्टम
विटामिन सी, एंटी ऑक्सीडेंट्स से भरपूर भिंडी का सेवन करने से भी गर्भवती महिला के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाएं रखने में मदद मिलती है। जिससे प्रेग्नेंट महिला और गर्भ में पल रहे शिशु को प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले संक्रमण से सुरक्षित रखने में मदद मिलती है।
विटामिन के
भिंडी में विटामिन के भरपूर मात्रा में मौजूद होता है, साथ ही भिंडी में होने वाला लसलसा पदार्थ दोनों ही प्रेग्नेंट महिला की हड्डियों और गर्भ में पल रहे शिशु की हड्डियों को मजबूती प्रदान करने में मदद करता है।
एनीमिया
आयरन की कमी के कारण गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान एनीमिया जैसी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन भिंडी का सेवन करने से गर्भवती महिला के शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी को पूरा करने में मदद मिलती है जिससे एनीमिया जैसी परेशानी से बचे रहने में मदद मिलती है।
शिशु का विकास
फोलेट, से भरपूर भिंडी का सेवन करने से केवल गर्भवती महिला को ही नहीं बल्कि गर्भ में पल रहे शिशु के बेहतर मानसिक विकास में भी मदद मिलती है। साथ ही भिंडी में मौजूद अन्य पोषक तत्व गर्भवती महिला के बेहतर शारीरिक विकास में भी मदद करते हैं।
प्रेगनेंसी में भिंडी का सेवन करने के नुकसान
गर्भवती महिला यदि भिंडी का सेवन बहुत अधिक मात्रा में करती है तो इसके कारण गर्भवती महिला को पथरी जैसी समस्या के कारण परेशान होना पड़ सकता है। साथ ही जो गर्भवती महिलाएं पथरी की समस्या से परेशान हो उन्हें अधिक मात्रा में भिंडी का सेवन करने से बचना चाहिए।
तो यह हैं प्रेगनेंसी के दौरान भिंडी का सेवन करने के कुछ फायदे और नुकसान, ऐसे में गर्भवती महिला को पर्याप्त मात्रा में इसे अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। ताकि गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु को बेहतरीन फायदे मिलने में मदद मिल सके।