गर्भावस्था के दौरान किसी भी खाद्य पदार्थ का यदि सिमित मात्रा में, सही समय पर सेवन किया जाये तो वह गर्भवती महिला के लिए फायदेमंद होता है। लेकिन यदि वही खाद्य पदार्थ जरुरत से ज्यादा खाया जाये या गलत समय पर खाया जाये तो इसके नुकसान भी हो सकते हैं। इसीलिए प्रेगनेंसी के दौरान खान पान को लेकर इस बात का ध्यान रखना बहुत जरुरी होता है। आज इस आर्टिकल में हम प्रेगनेंसी के दौरान दही के सेवन को लेकर बात करने जा रहे हैं। दही एक डेयरी प्रोडक्ट होता है जिसमे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं।
प्रेगनेंसी में दही खाएं या नहीं?
गर्भावस्था के दौरान दही का सेवन करना फायदेमंद होता है। क्योंकि दही में कैल्शियम, प्रोटीन, फाइबर जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं। जो हड्डियों के लिए, कोशिकाओं के लिए, डाइज़ेशन के लिए, इम्युनिटी के लिए, स्किन के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। और यह सभी फायदे माँ के साथ गर्भ में पल रहे शिशु को भी मिलते हैं। लेकिन दही का सेवन करते समय बहुत सी बातों का ध्यान रखना भी जरुरी होता है क्योंकि यदि दही से जुड़े टिप्स यदि ध्यान न रखें जाएँ तो इसके कारण आपको नुकसान पहुँच सकता है। तो आइये अब जानते हैं की दही का सेवन करने से कौन कौन से नुकसान होते हैं।
प्रेगनेंसी में दही का सेवन करने के नुकसान कब होते हैं
यदि आप प्रेग्नेंट हैं और दही का सेवन कर रही है तो पहले इन बातों को जान लें ताकि आपको दही का सेवन करने के कारण कोई नुकसान नहीं हो। आइये अब विस्तार से जानते हैं प्रेग्नेंट महिला को दही का सेवन करने से कब नुकसान हो सकते हैं।
खट्टा दही खाने पर
प्रेग्नेंट महिला यदि बहुत दिनों का रखा हुआ दही या बहुत खट्टा दही का सेवन करती है तो इसकी वजह से गर्भवती महिला को फूड प्वाइजनिंग, एसिडिटी और पेट से जुडी अन्य समस्या हो सकती है।
नॉन वेज के साथ दही खाने पर
गर्भवती महिला यदि चिकन, मटन के साथ दही का सेवन करती है तो इसके कारण महिला को पेट सम्बन्धी समस्या, स्किन से जुडी एलर्जी होने का खतरा रहता है।
रात के समय दही खाने पर
गर्भवती महिला के लिए दही का सेवन फायदेमंद होता है लेकिन यदि रात के समय महिला दही खाती है तो दही को पचाना थोड़ा मुश्किल होता है जिसके कारण महिला को पेट सम्बन्धी समस्या हो सकती है। साथ ही रात के समय दही खाने पर महिला को कोल्ड कफ की समस्या होने का खतरा भी रहता है।
अस्थमा की समस्या होने पर
यदि कोई गर्भवती महिला दमा की मरीज़ है तो उस गर्भवती महिला को भी दही का सेवन प्रेगनेंसी के दौरान नहीं करना चाहिए। क्योंकिं अस्थमा की समस्या होने पर गर्भवती महिला यदि दही का सेवन करती है तो इसके कारण महिला की दिक्कत बढ़ सकती है।
गले से जुडी परेशानी
गर्भवती महिला को यदि दही का सेवन करने से कोई गले से जुडी समस्या होती है या महिला को गले में खराश की समस्या रहती है। तो महिला को दही का सेवन करने से परहेज करना चाहिए।
जोड़ो में दर्द
गर्भवती महिला को यदि जॉइंट पेन की समस्या रहती है तो भी प्रेग्नेंट महिला को दही का सेवन नहीं करना चाहिए क्योंकि ऐसे में दही का सेवन करने से महिला की यह परेशानी बढ़ सकती है।
सर्दी के मौसम में
ठण्ड के मौसम में गर्भवती महिला को दही का सेवन करने से परहेज करना चाहिए क्योंकि दही की तासीर ठंडी होती है। ऐसे में ठण्ड में दही का सेवन करने से सेहत सम्बन्धी परेशानी होने का खतरा अधिक होता है।
दूध के साथ दही
यदि प्रेग्नेंट महिला दूध और दही का सेवन एक साथ करती है तो महिला को ऐसा भी नहीं करना चाहिए। क्योंकि दूध और दही का सेवन एक साथ करने पर प्रेग्नेंट महिला को पेट सम्बन्धी परेशानी होने का खतरा होता है।
यदि आप भी माँ बनने वाली है तो आपको भी प्रेगनेंसी के दौरान दही का सेवन करने से पहले दही से जुडी यह जानकारी जरूर रखनी चाहिए। ताकि आपको दही का सेवन करने के केवल बेहतरीन फायदे मिल सके और किसी भी तरह का नुकसान नहीं हो।