पीरियड्स के मिस होने के बाद यदि आपने घर में प्रेगनेंसी टेस्ट किया है और रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, तो मुबारक हो आपकी खुशियों को और बढ़ाने के लिए आपके घर में एक नन्हा मेहमान आने वाला है। प्रेगनेंसी किसी भी महिला के लिए बहुत ही रोमांचक और ख़ुशी से भरा लम्हा होता है, जहां गर्भ में शिशु के आते ही महिला को मातृत्व का अहसास होने लगता है। वहीँ दिमाग में कुछ सवालों की झड़ी भी लगी होती है, की अब प्रेगनेंसी में आगे क्या करना है। खासकर जो महिलाएं पहली बार माँ बन रही होती है उन्हें प्रेगनेंसी में आगे क्या करना है और क्या नहीं इसे समझने में थोड़ी मुश्किल हो सकती है। ऐसे में अपने मन में आ रहे सवालों के जवाब के लिए आपको घर पर टेस्ट करने के तुरंत बाद अच्छे से डॉक्टर से पहली मीटिंग के लिए जाना चाहिए।
प्रेगनेंसी में डॉक्टर से पहली मीटिंग के दौरान पूछे यह सवाल
आठ से दस हफ्तों के बीच आपको पीरियड्स मिस होने के बाद घर पर टेस्ट करने से कन्फर्म हो जाता है की आप माँ बनने वाली हैं। और इसी के तुरंत बाद आपको डॉक्टर से पहली बार मिलने के लिए जाना पड़ता है, तो अपनी पहली मीटिंग के दौरान आपको डॉक्टर से प्रेगनेंसी के लिए क्या क्या जरुरी सवाल पूछने चाहिए आइये इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
कौन सा डॉक्टर है सही
प्रेगनेंसी के दौरान आप जिस भी हॉस्पिटल में जाती है, वहां जाकर आपको सबसे पहले यह पता करना चाहिए की वहां प्रेगनेंसी के लिए सबसे सही डॉक्टर कौन सा है। जिससे आप पूरी प्रेगनेंसी के दौरान अपना ट्रीटमेंट करवा सकती है, और डिलीवरी भी उन्ही से करवा सकती है। ताकि आप उस डॉक्टर से ही शुरुआत से आखिर तक अपना ट्रीटमेंट करवाएं, और उस डॉक्टर को भी आपकी शुरू से आखिर तक की आपकी प्रेगनेंसी की कंडीशन की पूरी जानकरी हो। जिससे प्रेगनेंसी और प्रसव दोनों को आसान बनाने में मदद मिल सके।
प्रेगनेंसी के दौरान कितना वजन बढ़ना सही होता है?
गर्भवस्था के दौरान बढ़ने वाला वजन आपके प्रेगनेंसी से पहले वाले वजन पर निर्भर करता है। जैसे की प्रेगनेंसी से पहले आपका वजन सही है तो प्रेगनेंसी के दौरान आपका वजन ग्यारह से पंद्रह किलोग्राम तक बढ़ सकता है, और गर्भ में यदि जुड़वाँ शिशु है तो वजन अठारह किलोग्राम तक बढ़ सकता है। इसके अलावा यदि महिला का वजन प्रेगनेंसी से पहले कम होता है तो यह वजन पंद्रह किलोग्राम से ज्यादा बढ़ना सही होता है।
क्या में प्रेगनेंसी के दौरान व्यायाम कर सकती हूँ?
प्रेगनेंसी का मतलब कोई बिमारी नहीं है जिसमे महिला को पूरी तरह बेड रेस्ट के लिए कहा जाये। हाँ, यदि प्रेगनेंसी का शुरुआत का समय है या प्रेगनेंसी में कॉम्प्लीकेशन्स हैं तो गर्भवती महिला को व्यायाम नहीं करना चाहिए। लेकिन प्रेगनेंसी की दूसरी तिमाही में गर्भवती महिला महिला हल्का फुल्का व्यायाम कर सकती है, सैर कर सकती है। साथ ही प्रेगनेंसी के दौरान कौन कौन से व्यायाम करना सही है आप इसके लिए अपने डॉक्टर से भी पूछ सकती है।
अपनी हेल्थ के बारे में अच्छे से बात करें
गर्भावस्था एक ऐसा समय होता है जहां गर्भवती महिला को बॉडी में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण बहुत सी शारीरिक परेशानियों से प्रेगनेंसी के दौरान गुजरना पड़ सकता है। जैसे की गेस्टेशनल डाइबिटीज़, खून की कमी, तनाव, हाई ब्लड प्रेशर, आदि। ऐसे में यदि आप पहले से ही किसी स्वास्थ्य समस्या जैसे की थायरॉइड, शुगर आदि से ग्रसित है तो इसके बारे में पहले हो डॉक्टर से खुलकर बात कर लेनी चाहिए। ताकि प्रेगनेंसी के दौरान इन स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानियों के कारण कोई दिक्कत न हो और आपको प्रेगनेंसी के दौरान स्वस्थ रहने में मदद मिल सके।
अपनी स्वास्थ्य सम्बन्धी दवाइयों के बारे में पूछें
गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान किसी भी दवाई का सेवन बिना डॉक्टर से पूछे नहीं करना चाहिए, क्योंकि बिना डॉक्टर के परामर्श के दवाइयों का सेवन गर्भ में शिशु के विकास के लिए खतरा बन सकता है। ऐसे में यदि आप किसी भी स्वास्थ्य सम्बन्धी दवाई का प्रेगनेंसी से पहले सेवन कर रही है तो उसके बारे में डॉक्टर से बात करनी चाहिए, की प्रेगनेंसी के दौरान इन दवाइयों का सेवन किस तरह से करना है, ताकि महिला और शिशु दोनों को स्वस्थ रहने में मदद मिल सके।
प्रेगनेंसी से पूर्व विटामिन
यदि आप प्रेगनेंसी को प्लान कर रही है तो डॉक्टर आपको तभी से कुछ दवाइयों का सेवन करने की सलाह दे सकते हैं जिससे गर्भधारण में आसानी के साथ गर्भवती महिला और शिशु को स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याओं से सुरक्षित रखने में मदद मिलती है। ऐसे में आप इसके लिए भी डॉक्टर से राय ले सकती हैं, साथ ही प्रेगनेंसी के दौरान कौन कौन से विटामिन्स लेने जरुरी होते हैं इनके बारे में भी डॉक्टर से पूछना जरुरी होता है।
प्रेगनेंसी में जांच
गर्भधारण के बाद कौन कौन सी जांच और कब कब जांच करवाना जरुरी होता है इसके लिए भी आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछें। साथ ही डॉक्टर द्वारा बताई गई सभी जांच को समय से करवाएं ताकि यदि कोई दिक्कत हो तो उसका समय से इलाज होने में मदद मिल सके।
डाइट के बारे में पूछें
गर्भावस्था के दौरान किन किन चीजों का सेवन करना चाहिए और किन चीजों से दूरी बनाकर रखनी चाहिए इस बारे में में पूछें। इसके अलावा किसी खाने की चीज जैसे की नॉन वेज, अंडे या किसी अन्य खाने की चीज आदि को लेकर आपके मन में सवाल है की प्रेगनेंसी के दौरान यह सही है या नहीं इसके बारे में बात करें, प्रेगनेंसी के दौरान कब और कितना खाना सही होता है इस बारे में पूछें।
सम्बन्ध को लेकर पूछें
प्रेगनेंसी के दौरान आपको और आपके पार्टनर को कब तक करीब नहीं आना चाहिए, किस किस शारीरिक कंडीशन में एक दूसरे से दूरी बनाकर रखनी चाहिए इस बारे में भी जरूर पूछें। इस बारे में हो सकता है की कुछ कपल डॉक्टर से शर्म कर सकते हैं लेकिन यह आपके शर्माने का नहीं बल्कि प्रेगनेंसी में क्या, कब और कैसे सही है या गलत है इस बारे में जानना बहुत जरुरी होता है।
जरुरत के समय मुझे किसे फ़ोन करना है?
प्रेग्नेंट महिला को यदि कोई परेशानी या किसी चीज के बारे में पूछना है तो उसे किसे फ़ोन करना है इस बारे में भी जरूर पूछना चाहिए। ताकि कभी भी प्रेगनेंसी के दौरान आपको कोई दिक़्कत हो तो आपको तुरंत उस समस्या का समाधान करने में मदद मिल सके।
तो यह हैं कुछ सवाल जो गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी कन्फर्म होने के बाद डॉक्टर से पूछने चाहिए इन सवालों को पूछने से गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी को समझने में आसानी होने के साथ प्रेगनेंसी में आने वाली दिक्कतों को कम करने में मदद मिलती है।