प्रेगनेंसी में एड़ी दर्द के उपाय

गर्भावस्था एक ऐसा दौर होता है जिसमे महिला को अपना दुगुना ध्यान रखने की जरुरत होती है। क्योंकि इस दौरान गर्भ में नन्ही जान के आने की ख़ुशी होने के साथ बॉडी में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण महिला को बहुत सी परेशानियां भी हो सकती है। और कुछ परेशानियां ऐसी होती हैं जिससे अधिकतर गर्भवती महिलाएं परेशान होती है। और उन्ही में से एक परेशानी होती है प्रेगनेंसी में एड़ी में दर्द होना, तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की प्रेगनेंसी में एड़ी में दर्द के क्या कारण होते हैं। और किस तरह प्रेग्नेंट महिला इस परेशानी से निजात पा सकती है।

प्रेगनेंसी में एड़ी में दर्द होने के कारण

  • बॉडी में होने वाले हार्मोनल बदलाव।
  • शरीर में पानी की कमी होने के कारण सूजन की समस्या के साथ पैरों व् एड़ियों में दर्द महसूस होता है।
  • गर्भावस्था के तीसरे महीने के बाद से ही महिला का वजन धीरे धीरे बढ़ने लग जाता है ऐसे में यदि गर्भवती महिला ज्यादातर खड़े रहकर काम करती है या बहुत लम्बे समय तक एक ही जगह खड़ी रहती है। तो इसकी वजह पैरों पर अधिक दबाव पड़ता है जिसके कारण महिला को पैरों व् एड़ियों में दर्द महसूस होता है।
  • पेट के आकार बढ़ने के कारण पैरों तक ब्लड अच्छे से नहीं हो पाता है और ब्लड फ्लो अच्छे से न होने के कारण एड़ियों में दर्द होता है।
  • पैरों पर अधिक वजन बढ़ने के कारण मांसपेशियों पर दबाव पड़ता जिसके कारण भी महिला को पैरों व् एड़ियों में दर्द महसूस होता है।
  • गर्भवती महिला के शरीर में विटामिन्स, कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम जैसे पोषक तत्वों की कमी के कारण भी एड़ियों में दर्द महसूस होता है।
  • खून की कमी के कारण भी महिला को यह समस्या होती है।
  • ऊँची एड़ी वाली चप्पल, सैंडल यदि गर्भवती महिला पहनती है तो इस कारण भी महिला को एड़ी में दर्द होता है।

एड़ी में दर्द की समस्या से बचने के टिप्स

गर्भावस्था के दौरान यदि महिला को एड़ी में दर्द की समस्या होती है। तो इस परेशानी से बचने के लिए गर्भवती महिला कुछ आसान टिप्स का इस्तेमाल कर सकती है। तो आइये अब जानते हैं की वो टिप्स कौन से हैं।

गुनगुना पानी

गुनगुने पानी में थोड़ा नमक डालकर उसमे अपने पैरों को थोड़ी देर भिगोएं। उसके बाद पैरों को साफ़ करके थोड़ी देर आराम करें। गुनगुना पानी एक मसाज की तरह काम करता है जिससे गर्भवती महिला की मांसपेशियों को आराम मिलने के साथ ब्लड फ्लो भी बेहतर होता है।

ऑयल मसाज

किसी भी तेल को गुनगुना करके रात को सोने से पहले एड़ियों की मसाज करें। ऐसा करने से ब्लड फ्लो बेहतर होता है साथ ही मांसपेशियों में आई ऐंठन को दूर करने में मदद मिलती है।

व्यायाम

गर्भावस्था के दौरान बॉडी में ब्लड फ्लो अच्छे से हो, मांसपशियों को रिलैक्स रहने में मदद मिलें। इसके लिए महिला को थोड़ा बहुत व्यायाम जरूर करना चाहिए, स्ट्रेचिंग करनी चाहिए या थोड़ी देर सैर करनी चाहिए (ज्यादा नहीं करें क्योंकि इससे परेशानी कम होने की जगह बढ़ सकती है)। यदि महिला ऐसा करती है तो ऐसा करने से भी महिला को एड़ी में दर्द की समस्या से बचे रहने में मदद मिलती है।

सिकाई करें

बर्फ या गर्म पानी को बोतल में डालकर उससे अपनी एड़ियों व् पैरों की सिकाई करें ऐसा करने से भी आपको आराम महसूस होता है। ऐसा आप जब भी आपको दर्द महसूस हो तब करें ऐसा करने से आपको तुरंत आराम मिलेगा।

खान पान का ध्यान रखें

एड़ी में दर्द की समस्या से बचने के लिए गर्भवती महिला को अपनी डाइट का अच्छे से ध्यान रखना चाहिए। जैसे की आयरन युक्त चीजें भरपूर लेनी चाहिए जिससे शरीर में खून की कमी न हो, इसके अलावा मैग्नेसियम, पोटैशियम, कैल्शियम से भरपूर डाइट का सेवन करना चाहिए।

आरामदायक चप्पल पहनें

एड़ी में दर्द की परेशानी बचने के लिए गर्भवती महिला को आरामदायक चप्पल पहननी चाहिए। और इस बात का ध्यान रखें की चप्पल स्लिपरी भी न हो।

पानी का भरपूर सेवन करें

गर्भवती महिला के शरीर में पानी की कमी होने के कारण भी महिला को यह दिक्कत होती है। ऐसे में गर्भवती महिला को पानी का भरपूर सेवन करना चाहिए। ताकि महिला को इस परेशानी से निजात मिल सके।

तो यह हैं कुछ उपाय जो एड़ी में दर्द की परेशानी से बचाने में आपकी मदद करते हैं। लेकिन ध्यान रखें की दर्द की समस्या बढ़ने पर अपने आप से किसी भी दवाई का सेवन न करें। साथ ही एक बार डॉक्टर की राय जरूर लें खासकर जब एड़ी में दर्द या सूजन की परेशानी अधिक हो।

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