गर्भावस्था हर महिला को बहुत ही ख़ुशी का अहसास देता है। और प्रेग्नेंट महिला ऐसे ही खुश रहे, स्वस्थ रहे, गर्भ में बच्चा भी फिट रहे, इसके लिए प्रेग्नेंट महिला को बहुत सी बातों का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। जैसे की खाने पीने का ध्यान रखना, उठने बैठने सोने आदि के तरीके का ध्यान रखना, कहीं बाहर आने जाने पर सावधानी बरतना, आदि।
क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान छोटी सी लापरवाही बरतने के कारण माँ और बच्चे दोनों को परेशानी हो सकती है। ऐसे ही गर्भावस्था के दौरान झुककर काम न करने की सलाह भी दी जाती है। क्योंकि झुकने के कारण भी महिला व् बच्चे को परेशानी हो सकती है। तो आइये अब जानते हैं की प्रेगनेंसी में झुककर काम क्यों नहीं करना चाहिए और कब से नहीं करना चाहिए।
प्रेगनेंसी में झुककर काम क्यों नहीं करना चाहिए?
गर्भावस्था महिला के लिए बहुत ही नाजुक समय होता है। ऐसे में स्वस्थ रहने के लिए महिला को छोटी छोटी बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए। प्रेगनेंसी के दौरान झुककर काम न करने की सलाह भी दी जाती है। और यह सलाह इसीलिए दी जाती है क्योंकि झुककर काम करने से पेट पर झटका लगने का खतरा रहता है, पीठ की मांसपशियों में खिंचाव बढ़ता है, आदि।
जिसके कारण प्रेगनेंसी में आपकी शारीरिक परेशानियां बढ़ सकती है। साथ ही इसके कारण बच्चे का जन्म भी समय से पहले होने का खतरा रहता है। इसके अलावा और भी दिक्कतें हो सकती है। ऐसे में इन परेशानियों से बचे रहने के लिए गर्भवती महिला को झुककर काम करने से बचना चाहिए।
गर्भावस्था में कब से नहीं करें झुककर काम?
प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में पेट बाहर निकला हुआ नहीं होता है। इसीलिए प्रेग्नेंट महिला को झुककर काम करने में किसी तरह की परेशानी नहीं होती है। लेकिन गर्भावस्था की दूसरी तिमाही से महिला का पेट बाहर निकलना शुरू हो जाता है। जिसकी वजह से झुकने में परेशानी होने के साथ झुककर काम करने के कारण भी परेशानी हो जाती है।
इसीलिए प्रेगनेंसी की दूसरी तिमाही से लेकर डिलीवरी तक गर्भवती महिला झुककर काम नहीं करना चाहिए। और यदि कोई काम है जिसे आपको झुककर करना पड़ेगा उस काम के लिए किसी अन्य व्यक्ति की हेल्प जरूर लें।
प्रेगनेंसी में झुककर काम करने के नुकसान
गर्भवती महिला यदि झुककर काम करती है तो इसके कारण महिला को कौन कौन से परेशानियां हो सकती हैं। आइये जानते हैं:
चक्कर आने का खतरा: जब आप झुकती है तो इसके कारण सिर में ब्लड फ्लो तेजी से होने लगता है। जिसकी वजह से चक्कर आने की सम्भावना बढ़ जाती है। और चक्कर आने के कारण गिरने का खतरा रहता है जिससे गर्भ गिरने का डर रहता है।
समय से पहले डिलीवरी: जब आप झुकती है और आपका बैलेंस बिगड़ जाता है तो इसके कारण गिरने का डर रहता है। खासकर पेट के बाहर निकलने पर यदि आप झुककर काम करती हैं तो गिरने का डर ज्यादा होता है। ऐसे में यदि प्रेग्नेंट महिला गिर जाती है तो इसके कारण समय से पहले बच्चे का जन्म, पेट में शिशु को परेशानी होने का खतरा बढ़ जाता है।
पीठ में दर्द: झुकने के कारण पीठ की मांसपेशियों में ज्यादा खिंचाव होता है। ऐसे में खिंचाव बढ़ने के कारण गर्भवती महिला को पीठ में दर्द की परेशानी भी अधिक हो सकती है।
सीने में जलन: जब गर्भवती महिला झुकती है तो पेट पर दबाव पड़ने के कारण पेट में मौजूद एसिड भोजन की नली में चला जाता है। जिसकी वजह से गर्भवती महिला को सीने में जलन जैसी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
झुकने के कारण क्या बच्चे को नुकसान होता है?
वैसे तो गर्भ में बच्चा एमनियोटिक फ्लूड में होता है जो बच्चे के लिए गर्भ में गद्दे का काम करता है और बच्चे को नुकसान नहीं पहुँचने देता है। लेकिन फिर भी यदि आप पेट के भार गिर जाती है, पेट पर ज्यादा दबाव पड़ता है तो इसके कारण बच्चे को दिक्कत हो सकती है। साथ ही यदि आप पेट के भार गिर जाती है तो ऐसा करने से समय से पहले बच्चे का जन्म होने का खतरा भी रहता है।
और समय से पहले यदि बच्चे का जन्म हो जाता है तो जन्म के समय शिशु के वजन में कमी व् अन्य परेशानियां होने का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही शुरूआती दिनों में झुककर अधिक काम करने के कारण गर्भपात होने का खतरा भी रहता है। ऐसे में गर्भ में शिशु को होने वाली दिक्कत से बचाने के लिए प्रेग्नेंट महिला को झुककर काम करने से गर्भवती महिला को बचना चाहिए।
तो यह हैं प्रेगनेंसी में झुककर काम करने से जुड़े टिप्स, तो यदि आप भी माँ बनने वाली है तो गलती से भी झुककर काम न करें। यदि किसी चीज को नीचे से उठाना है तो घुटनों के बल नीचे बैठे और उसके बाद नीचे गिरी चीज को उठाएं। ऐसा करने से आपको परेशानी नहीं होगी। या फिर आप किसी की मदद भी ले सकती है।