प्रेगनेंसी में जूस
गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला को तरल पदार्थो का भरपूर सेवन करने की सलाह दी जाती है इससे बॉडी को हाइड्रेट रहने के साथ गर्भवती महिला को स्वस्थ रहने और गर्भ में शिशु के बेहतर विकास में मदद मिलती है। इसके अलावा फलों के रस में विटामिन्स व् अन्य मिनरल्स भी भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं जो प्रेगनेंसी के दौरान महिला को ऊर्जा से भरपूर रहने और शिशु की मांसपेशियों, हड्डियों के बेहतर विकास में मदद करता हैं। साथ ही इससे शिशु के शारीरिक विकास साथ मानसिक विकास को भी बेहतर होने में मदद मिलती है। लेकिन गर्भवती महिला को पैकिंग वाले जूस, रोड साइड जूस की दूकान आदि से जूस का सेवन करने से बचना चाहिए। बल्कि महिला को घर में ताजे फलों का रस बनाकर उसका सेवन करना चाहिए। क्योंकि पैकिंग वाले जूस में मिलाएं जाने वाले केमिकल और बाहर मिलने वाले जूस में साफ़ सफाई का ध्यान न रखने के कारण शिशु और महिला की सेहत को नुकसान पहुँच सकता है।
गर्भवती महिला को कौन से जूस पीने चाहिए
प्रेग्नेंट महिला को घर में बने जूस के साथ इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए की मौसमी फलों का इस्तेमाल ही जूस के लिए करना चाहिए। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की प्रेग्नेंट महिला को कौन कौन से जूस का सेवन करना चाहिए।
सेब
आयरन, फोलिक एसिड जैसे पोषक तत्वों से भरपूर सेब के जूस का सेवन करना गर्भवती महिला के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें मौजूद आयरन बॉडी में हीमोग्लोबिन मात्रा को बॉडी में पर्याप्त बनाए रखने में मदद करता है। साथ ही फोलिक एसिड जैसे अन्य मिनरल्स गर्भ में शिशु के बेहतर विकास में मददगार होते हैं।
मौसमी व् संतरा
विटामिन सी एक बेहतरीन एंटी ऑक्सीडेंट होता है जो संतरे और मौसमी में भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इससे गर्भ में पल रहे शिशु की कोशिकाओं और मांसपेशियों के बेहतर विकास में मदद मिलने में मदद मिलती है जिससे शिशु का शारीरिक विकास बेहतर तरीके से होता है। इसके अलावा संतरे व् मौसमी में मौजूद फोलिक एसिड शिशु को जन्म के समय होने वाली बिमारियों व् हर प्रकार के संक्रमण से सुरक्षित रखने में मदद करता है।
गाजर और चुकंदर
आयरन, फोलिक एसिड व् अन्य मिनरल्स से भरपूर गाजर व् चुकंदर का जूस भी प्रेग्नेंट महिला और शिशु के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इससे गर्भवती महिला की बॉडी में हीमोग्लोबिन की मात्रा को पर्याप्त रखने के साथ शिशु के बेहतर विकास में भी मदद मिलती है। गाजर व् चुकंदर के साथ आप इसमें थोड़ा सा निम्बू का रस, आंवला, सेब आदि को भी मिला सकती है। इससे न केवल इस जूस के स्वाद को बढ़ाने में मदद मिलती है, बल्कि पोषक तत्वों की मात्रा को बढ़ाने में भी फायदा होता है।
अंगूर
कभी कभी स्वाद को बदलने के लिए गर्भवती महिला अंगूर के रस का सेवन भी कर सकती है। क्योंकि अंगूर के जूस का सेवन भी गर्भवती महिला के लिए फायदेमंद होता है। साथ ही इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट गर्भ में शिशु के लिए भी फायदेमंद होते हैं। अंगूर के जूस के फायदे को बढ़ाने के लिए आप इसे किसी अन्य फल के रस में मिलाकर भी इसका सेवन कर सकती है।
क्रैनबेरी का जूस
करौंदा को ही क्रैनबेरी कहा जाता है इसमें जरूरी विटामिन जैसे की विटामिन सी व् अन्य मिनरल्स भरपूर पाए जाते है जो गर्भावस्था में काफी फायदेमंद होते है। ऐसे में प्रेग्नेंट महिला चाहे तो क्रैनबेरी के जूस का सेवन भी कर सकती है। इसके सेवन के लिए क्रैनबेरी के जूस में थोड़ा पानी व् थोड़ी चीनी मिलाकर इसका सेवन किया जा सकता है।
गन्ने का रस
गन्ने के रस में विटामिन्स, प्रोटीन, फाइबर, एंटी ऑक्सीडेंट्स, कैल्शियम आदि भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। जो प्रेगनेंसी के दौरान महिला को होने वाली परेशानियों का समाधान करने के साथ गर्भ में पल रहे शिशु के विकास के लिए भी फायदेमंद होते हैं। ऐसे में प्रेग्नेंट महिला चाहे तो गन्ने के रस का सेवन भी कर सकती है लेकिन ध्यान रखें की गन्ने के रस का सेवन मौसम का ध्यान रखने के साथ सफाई वाली जगह से ही इसका सेवन करना चाहिए।
अनार
लाल लाल अनार के जूस का सेवन भी गर्भवती महिला और गर्भ में शिशु के लिए बहुत फायदेमंद होता है। अनार के रस में पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं जो गर्भवती महिला को स्वस्थ रखने के साथ गर्भ में पल रहे शिशु के लिए सभी जरुरी पोषक तत्व की कमी को पूरा करने में भी मदद करते हैं। ऐसे में प्रेग्नेंट महिला को अनार के जूस का सेवन जरूर करना चाहिए।
नारियल पानी
नारियल पानी भी जूस की तरह ही होता है साथ हो इसमें पोषक तत्व भी भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं जो गर्भवती महिला को स्वस्थ रखने के साथ गर्भ में शिशु को स्वस्थ रखने और उसके बेहतर विकास में भी मदद करते हैं। इसके अलावा नारियल पानी का सेवन करने से प्रेगनेंसी के दौरान आने वाली परेशानियों को कम करने और बॉडी में पानी की कमी को पूरा करने में मदद मिलती है।
तो यह हैं कुछ जूस जिनका सेवन प्रेग्नेंट महिला को जरूर करना चाहिए। क्योंकि प्रेग्नेंट महिला को प्रेगनेंसी के दौरान आने वाली परेशानियों को कम करने और गर्भ शिशु के बेहतर शारीरिक व् मानसिक विकास में मदद मिलती है। इसके अलावा जूस का भरपूर सेवन करने से गर्भवती महिला के शरीर में पानी की मात्रा को पर्यापत बनाए रखने में भी मदद मिलती है। लेकिन इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए की दिन में एक या दो गिलास जूस का सेवन ही करें की फलों की अपेक्षा जूस में कैलोरी की मात्रा अधिक होती है जिससे प्रेग्नेंट महिला को वजन तेजी से बढ़ने जैसी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।